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सीरियस
रेवा ने देखा कि नंदिश ने उस लड़के का गला काटा और फिर उसकी डेड बॉडी को घसीटता हुआ बाहर लाया और उस लड़के के शरीर को पहाड़ी से नीचे फ़ेंक दिया और फिर वापिस रिसोर्ट की तरफ ऐसे जाने लगा जैसे कुछ हुआ ही ना हो। ये सब देखकर रेवा की डर के मारे ज़बान मुँह में ही चिपक गई । वह मूक बने बड़े शिथिल क़दमों से उसके पीछे चलने लगी, उसे समझ नहीं आ रहा कि वह अब क्या करें, उसे तो यह डर सता रहा है कि कहीं नंदिश को उसके बारे में पता चलेगा तो उसका क्या होगा।
अश्विन ने ईशा के पीछे जाते हुए उसे अपनी तरफ खींचा और जैसे ही ईशा उसकी तरफ मुड़ते हुए उसके सीने से टकराई उसने उसके चेहरे को पकड़कर उसे चूमना शुरू कर दिया, ईशा को इसकी उम्मीद नहीं थी मगर वो भी आश्विन के इस नज़दीकी के लिए बेकरार थी। अश्विन उसे ऐसे चूमता जा रहा है कि जैसे उसकी साँसों को खुद के अंदर महसूस करना चाहता हो। अब जब ईशा को लगा कि अमित यहाँ आ सकता है तो उसने अश्विन को पीछे करते हुए कहा,
“क्या कर रहे हो अश्विन ?” अब उसने उसे अपने सीने से लगाते हुए कहा, “मुझे यकीन नहीं आ रहा तुम ठीक हो और मेरे सामने हो।“ अब उसके मन में एक विचार कौंधा तो वह ईशा की आँखों में देखते हुए बोला,
“तुम उस सम्राट के चक्कर में तो नहीं आई या फिर यह अमित भी उस सम्राट से मिला हुआ है और तभी तुम...... ?” अश्विन के बोलने से पहले ही ईशा उसे खुद से दूर करते हुए बोली,
“नहीं मैंने सम्राट का पीछा कबका छोड़ दिया है। मैं और अमित डेढ साल पहले स्पेन में मिले थे और फिर तभी से हम साथ है, मुझे तो एक सिंपल वेडिंग चाहिए थी इसलिए अमित ने यह रिसोर्ट बुक करवाया बाकी शादी के बाद दिल्ली में वह एक ग्रैंड रिसेप्शन देगा।“
“तुम मेरे पास लौटकर क्यों नहीं आई ?” अश्विन ने उसे फिर गले लगाना चाहा मगर उसने हाथ उठाकर मना कर दिया।
“अश्विन हमारे बीच सब खत्म हो चुका है और मैं तुम्हारे पास आकर क्या करती, तुम भी तू यहाँ शादी करने आये हो ।“
“नहीं मैं तो किसी मिशन पर हूँ और मैं तो तुम्हें अपनी अंतिम साँस तक प्यार करूँगा।“ यह सुनकर ईशा ने उसकी नम आँखों की तरफ देखा तो वह उससे नज़रे चुराते हुए बोली, “ईशान की मौत के बाद हमारे बीच सब खत्म हो चुका है, अब मेरी मानो तो मुझे भूलकर आगे बढ़ो।“ यह कहकर ईशा जाने लगी तो अश्विन ने उसे अपनी तरफ खींचकर खुद के सीने से लगाते हुए कहा, “मैं सांस लेना भूल सकता हूँ, मगर तुम्हें नहीं भूल सकता और तुम्हें लगता है कि ईशान मेरी वजह से तुमसे दूर हुआ है तो मुझे जो सजा देना चाहती हो दे दूँ।“ अब ईशा ने अश्विन की आँखों में देखते हुए कहा, “मैं यह नहीं मान सकती कि तुम मेरे बाद किसी लड़की के करीब नहीं आए होंगे? अश्विन ने फीकी हँसी हँसते हुए कहा, “यह बदन तो किसी हसीना के काम आया है मगर दिल सिर्फ तुम्हारे नाम था और रहेगा।“ “मैं अमित के साथ बहुत खुश हूँ, गुडनाइट अश्विन ।“ यह कहकर ईशा चली गई पर जाते समय उसकी आँखे भी नम थी क्योंकि उसने अभी जो अश्विन से कहा उसकी गवाही तो उसका दिल भी नहीं दे रहा था ।
अनुज बात करने के बहाने से राजीव के कमरे में आया और फिर उसके साथ बैठा ड्रिंक करने लगा , राजीव नशे में भी उससे रेवा की ख़ूबसूरती की तारीफ कर रहा है। अनुज को उसकी इस बकवास में कोई रूचि नहीं है उसका ध्यान तो उसके कमरे के एक-एक कोने में है। अब राजीव रूम के साथ बने टॉयलेट में गया तो उसने उसकी ड्रिंक में नशे की गोली मिला दी और जब राजीव ने उस ड्रिंक को पिया तो कुछ ही देर में वह सो गया और फिर अनुज ने जब उसका रूम चेक किया तो उसके पास कुछ फोटोग्राफ और वो सेटलाइट फ़ोन देखा तो उसने हैरान होते हुए यश को कॉल किया और उसे उस सेटलाइट नंबर की लोकेशन के बारे में पूछा तो उसने बताया कि जितना पता चला है उससे यही लगता है कि वह पंचमढ़ी की है। “बास्टर्ड!!” यह कहते हुए वह उसके रूम से निकल गया।
नंदिश अपने रूम में बड़े आराम से सो रहा है, रेवा भी थकी हारी रिसोर्ट के कमरे में पहुँच चुकी है। वह सुबह सोनू और रेहान को यह बोलकर निकली थी कि वह किसी रिश्तेदार से मिलने जा रही है पर अब नंदिश के इस रूप को देखकर वह समझ चुकी है कि वह गलत नहीं थी, नंदिश ही किलर है।
अनुज ने कमरे में उदास लेटे अश्विन को राजीव के पास मिले सेटलाइट फ़ोन के बारे में बताया तो जैसे वह होश में आया। “ कल इस राजीव को धर लेना है।“ अब उसने ईशा के बारे में अश्विन से पूछा तो उसने बुझे मन से ईशा से हुई बात बताई तो अनुज बोला, “यार यह भी बहुत बड़ी बात है कि ईशा ठीक है और उसने सम्राट का पीछा छोड़ दिया है और रही अमित से शादी की तो यह सोचकर तस्सली कर लें उसकी ख़ुशी में ही तेरी ख़ुशी है।“ अश्विन ने हाँ में सिर हिलाते हुए आँखें बंद कर ली पर अनुज जानता है कि इस वक्त अश्विन के दिल पर क्या गुज़र रही है।
अगली सुबह सोनू रेवा को अनुज और अश्विन के आने के बारे में बता चुका है इसलिए उसे उन्हें अपने रिसोर्ट में देखकर कोई हैरानी नहीं हुई । रेहान ने उसे कल की उसकी रिश्तेदारों की विजिट के बारे में पूछा तो “वह ठीक थी” कहकर रेहान के सीने से लिपट गई तो रेहान ने उसे कसकर पकड़ते हुए कहा, “ अगर कोई बात है तो तुम मुझे बता सकती हो।“ उसने उसकी बात सुनकर आंखें बंद कर ली। अब उसने नंदिश को इतना रिलैक्स देखा तो गुस्से में मन ही मन बोली, “ऐसे आराम से रह रहा है कि जैसे कोई गाजर मूली काटकर आया हो। अश्विन तो फ़ोन पर यश और करण के साथ बात करने में बिजी है पर अनुज का ध्यान ईशा और अमित की तरफ है जो रेवा को कल-परसो तक उसकी फैमिली के आने के बारे में बता रहें हैं। अब अमित किसी के फ़ोन आने पर ईशा से अलग हुआ तो अनुज ने मौके का फायदा उठाकर ईशा के पास जाकर कहा, “क्या बात हो सकती है?” “कहो क्या कहना है?” “ यहाँ नहीं पूल के पास चलते हैं।“ अनुज के यह कहने पर ईशा उसके साथ चली गई। वहीं राजीव किसी काम से रिसोर्ट से बाहर निकला तो अश्विन ने यश को कॉल कर दिया।
अब कोमल फ़ोन पर अपनी मम्मी से बात करने के बाद टहल रही है कि तभी उसके पास समर आया तो वह उसे हैरानी से देखती हुई बोली,
“जी कहिये !!”
“आप कोमल मिश्रा है, दिल्ली से ?”
“जी आप कौन है? “
“मैं समर जिससे आप स्नैपचैट पर चैट और कॉल करती है।“
“तो आप समीर है?”
“जी मैं ऑनलाइन यही नाम यूज़ करता हूँ।“
“लेकिन ना मैंने और ना ही आपने कोई फोटो लगा रखी थी तो फिर आपने मुझे कैसे पहचाना और मैं यह कैसे मान लो कि आप ही समीर है? “
“कल रात आपने ही मुझे चैट पर अपनी पंचमढ़ी विजिट के बारे में बताया था, याद आया? “ अब कोमल को यकीन आ गया कि जिससे वो ऑनलाइन चैट करती है और कभी-कभार कॉल पर बात करती ही वह समर ही है ।
“यस! नाइस टू मीट यू।“ उसने समर से हाथ मिलाया।
“वैसे आपने बताया नहीं कि आप शादीशुदा है। आपने तो कहा था कि आप अपने बॉयफ्रेंड से परेशां है और उसे छोड़ने का सोच रही है।“ अब कोमल उसकी बात सुनकर झेंप गई उसे समझ नहीं आया कि समर को क्या जवाब दे, वहीं समर कोमल के लिए कुछ ज्यादा ही सीरियस नज़र आ रहा है।