Kahar - An incomplete but true story in Hindi Love Stories by ankit Chouhan books and stories PDF | कहर - एक अधूरी लेकिन सच्ची कहानी

Featured Books
Categories
Share

कहर - एक अधूरी लेकिन सच्ची कहानी

कहानी शुरु होती हैं। तब से ,

जब मे 16 साल का था ओर जब मे 10th class में आया ही था
में एक ऐसा लड़का था जो हर किसी से बात नहीं करता
बस अपने खास दोस्त गोटी से बात करता हसी मजाक करता
एक दिन क्लास में मे और मेरा दोस्त गोटी आपस में बात कर रहे थे
तभी क्लास में 10th B Class की 2 लड़किया आई
जिन्हे देख मेरे दोस्त गोटी ने कहाँ कितनी खूबसूरत है यार
ये आगे वाली 
फिर मैने देखा ओर गोटी को कहा दोनो नहीं पीछे जो खड़ी है उसे देख सबसे खूबसूरत तो वो हे यार इतनी खूबसूरत
फिर मेने गोटी को कहा इस लड़की के बारे में पता करना पड़ेगा क्या नाम है ?

फिर मेने ओर मेरे दोस्त ने एक दिन प्रिंसिपल ऑफिस मे गए जंहा कोई भी टीचर नहीं थे
फिर हमने जल्दी से क्लास रजिस्टर देखे जिससे पता चला की उस खूबसूरत लड़की का नाम कहर था 
अब जब हम दोनो को उस लड़की का नाम पता चल गया तो हम मन हि मन बोहोत खुस हुए 
कहर मुझें बोहोत अच्छी लगने लगी जिससे ये हुआ की मे और मेरा दोस्त गोटी जो रोज स्कूल लेट जाते थे
अब हम सुबह स्कूल खुलने से पहले ही स्कलू आ जाते ओर स्कूल के गेट पर खड़े हो जाते
जिससे ये होता था की कहर को स्कूल आते हुए आराम से देख सकू और अंदर से खुस हो जाऊ
ऐसे ही दिन चलते रहे और फिर एक दिन मेरे दोस्त गोटी ने कहा की यार तुझे कहर का घर पता होना चाहिए
जिसे सुनकर मेने भी कहा हा तूने सही बोला ।


फिर एक दिन मे ओर मेरा दोस्त गोटी स्कूल की छूटी होने पर कश्मीरी का पीछा करके उसके घर का पता लगाने का सोचा ओर हम छूटी होने पर कहर के पीछे जाने लगे हम बोहोत खुस थे की अब घर भी पता चल जाएगा
लेकिन रास्ते में ही कहर का बड़ा भाई उसे आधे रास्ते में बाइक पर लेने आ गया जिससे हमारा प्लेन फेल हो गया
फिर हमने सोचा की चलों कोई नहीं हमे घर ना सही पर घर किस एरिया मे है वो तो हमे पता चल गया
और फिर हमने उसी दिन शाम को उसी एरिया मे जाकर घर ढूंढ़ने का प्लेन बनाया ।


फिर शाम को में और मेरा दोस्त गोटी उस एरिया मे गए ओर काफी देर् तक ढूंढ़ने पर भी हमें उसका (कहर) का घर नहीं मिला और ऐसे हि कई दिनों तक हम उसका घर ढूंढ़ते रहें फिर भी नही मिला
और फिर थक कर मेरे दोस्त गोटी ने कहा की अब बस अब और नहीं ढूंढ़ना " तुझें पसंद है ? " कहर तो तु ढूंढ ।
फिर एक दिन स्कूल की छूटी हुई ओर में भाग कर घर गया और साईकिल लेकर जल्दी से वापस स्कूल से घर जा रही कहर के पीछे पीछे गया लेकिन फिर से उसका भाई आधे रास्ते आया और बाइक पर कहर को ले गया ओर मे फिर से एक बार उदास हो गया ।


लेकिन एक दिन शाम को फिरसे में उसी एरिया में साईकिल से उसका घर ढूंढ़ने गया ओर फिर मुझे एक घर के बाहर वो (कहर) बैठी दिख गई जिससे पता चल गया की वो ही उसका घर है 
फिर मैने मेरे दोस्त गोटी को भी बताया की मुझे उसका (कहर) का घर मिल गया
फिर कई बार में और मेरा दोस्त गोटी उसके घर से होकर गुजरते ओर उसे मे देखता रहता 
और ये चलता रहा और ऐसे ही क्लास रूम में भी वो मुझें और मे उसे गुरते रहते 


फिर एक बार मेरे दोस्त गोटी ने मुझसे कहा की
कब तक बस उसे देखता ही रहेंगा उससे बात तो कर
मेने कहा - वक़्त आने पर जरूर करूंगा ।


लेकिन मैने कभी उससे बात नहीं की
और जब वो (कहर) क्लास में या प्याऊ (पानी पिने की जगह) में खुद आगे से हेलों बोला तो भी मेंने उससे (कहर) बात नहीं की।
ऐसे ही हर रोज कई बार ऐसा होता था की हम एक दूसरे को बस देखते रहते ना वो नजर हटाती ना में बस ऐसे ही देखते रहते।


ये सब देख मेरे दोस्त गोटी ने कहा की तु प्रपोज़ क्यू नही कर देता यार तुझे तो वो (कहर) पसंद है
ये बात सुन मेने गोटी से कहा की अभी नही अभी हम स्कूल मे है प्रपोज़ करना हि होगा तो उस दीन करूंगा जब हमारी स्कूल पुरी हो जाएगी यानी 12th class पुरी होने पर
मेरे दोस्त गोटी ने पूछा की यार इतना समय इंतजार करेंगा पागल है क्या इतना वक़्त इंतजार करने का क्या कारन है 
मैने कहा की अगर अभी स्कूल मे पढ़ते हुए ये सब किया और कोई दिकत हो गयी यानी स्कूल से निकाल दिया या घर तक बात चली गई तो क्या करंगे इसलिए यही ठीक हैं की मे 12th class पुरी होने तक इंतजार करू 
ये सब सुनकर मेरे दोस्त गोटी ने कहा की बात तो सही है अभी रिस्क नहीं ले सकते
फिर 1 साल पुरा हुआ और हम 10th class से 11th class में आ गए ।


11th class मे आने से एक बात और अच्छी हो गयी थी की अब हमारे subjects भी एक जैसे थे जिसके चलते कहर भी अब हमारे साथ एक हि क्लास रूम में बैठने लगी
जिससे में बोहोत खुस था लेकिन एक महीने बाद ही कहर ने स्कूल छोड़ दी और स्कूल आना बंद कर दिया
फिर कुछ दिनों बाद पता चला की कहर को बोहोत से लड़के स्कूल से घर जाते वक़्त परेशान करते छेड़ते है इसलिए कहर ने स्कूल छोड़ दी
जब यह सब मुझे पता चला तब मुझे बोहोत बुरा लगा और मे उदास हो गया ।


फिर मेरे खास दोस्त गोटी ने कहाँ की अब ना सही लेकिन
क्या पता 12th class मे कहर वापस आ जाए ?
इस बात को सुनकर मन को खुशी मिली लेकिन
जैसे मेरे दोस्त गोटी ने कहा था वैसा बिल्कुल भी नहीं हुआ
मेरी 12th class भी पुरी हो गयी थी लेकिन वो वापस नहीं आई 



लेखक :
अंकु