"तेरा इंतकाम, मेरा इश्क़" – एक अनसुनी मोहब्बत की सीरीज
⚖️ एपिसोड 5: मोहब्बत की अदालत में
📍 भोपाल कोर्ट – 11:00 AM
पूरा शहर जमा था।
एक तरफ बैठी थी काव्या,
दूसरी तरफ आर्यन उर्फ़ शिवाय, हथकड़ी में…
और सामने — ACP खुराना, जिसका चेहरा अब भी घमंड से भरा हुआ था।
👨⚖️ जज ने दस्तावेज़ देखे और कहा:
"मुल्ज़िम आर्यन उर्फ़ शिवाय पर तीन कत्ल, और एक जानलेवा हमले का आरोप है। आपका बचाव?"
👩⚖️ काव्या गवाही देने खड़ी हुई…
पूरी कोर्ट सांस रोककर सुन रही थी।
उसके हाथ काँप रहे थे, आंखें नम थीं, लेकिन लफ्ज़ ठोस:
👩⚖️ "मुझे इस इंसान ने ज़िन्दगी दी है…
और आप उस इंसान को क़ातिल कह रहे हैं,
जिसने दुनिया के सबसे बड़े क़ातिलों से मुझे बचाया?"
पूरी कोर्ट में हलचल मच गई।
जज ने टोका —
"आप अदालत को भावनाओं से नहीं, साक्ष्यों से प्रभावित करें।"
📂 तब काव्या ने खोली एक पुरानी फाइल
उस फाइल में थे सबूत:
विक्रम मित्तल के फर्जी बिल्डिंग परमिट
राजीव नागर के सेक्स ट्रैफिकिंग से जुड़े ट्रांज़ैक्शन
ACP खुराना की कॉल रिकॉर्डिंग, जिसमें उसने केस बंद करवाने की बात की थी:
📞 "कितनी बार कहूं, लड़की मर गई है। अब केस भी मर जाना चाहिए।"
😨 पूरा कोर्टroom सन्न!
जज ने फाइल देखी, फिर पुलिस की ओर देखा —
"ये सबूत 4 साल पहले क्यों दबाए गए?"
ACP चुप…
😭 आर्यन की आंखों में आंसू…
🧔♂️ “मुझे इंसाफ़ चाहिए था साहब,
पर जब कानून ने मुँह मोड़ लिया,
तो मुझे शिवाय बनना पड़ा।”
काव्या रो पड़ी।
पूरा कोर्ट अब सच्चाई की तरफ झुक चुका था।
⚔️ लेकिन खुराना चुप नहीं बैठा…
उसने गुस्से में बंदूक निकाली — और बोला:
👮♂️ "मुझे नहीं चाहिए कोई अदालत!
तू ज़िंदा नहीं बचेगा आर्यन!"
फायर! 🔫
एक गोली चली…
काव्या ने दौड़कर खुद को आर्यन के सामने कर दिया —
गोली उसकी बांह को छूती निकल गई, लेकिन आर्यन बच गया।
👮♂️ पुलिस ने ACP को वहीं पकड़ लिया!
"आप अरेस्टेड हैं ACP खुराना, Attempt to Murder और भ्रष्टाचार के तहत!"
🧎♂️ आर्यन कोर्ट में घुटनों पर बैठ गया
"मेरे इश्क़ ने सब कुछ छीन लिया… लेकिन आज वही इश्क़ मेरी ढाल बन गया।"
👨⚖️ कोर्ट का फैसला:
"सबूतों और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, आर्यन राठौर को न्यायिक चेतावनी के साथ रिहा किया जाता है। आगे की कार्रवाई राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।"
पूरे कोर्ट में तालियाँ गूंज उठीं।
काव्या दौड़कर आर्यन से लिपट गई।
👩🦰 "अब कोई इंतकाम नहीं… अब सिर्फ़ इश्क़ है!"
🧔♂️ "और मैं वादा करता हूँ… अब मेरा नाम सिर्फ़ आर्यन रहेगा, शिवाय मर चुका है।"
🛑 एपिसोड 5 समाप्त।
🕵️♂️ लेकिन जैसे ही कोर्ट के बाहर आर्यन और काव्या एक-दूजे का हाथ थामे बाहर निकले… एक काली कार धीरे से उनके सामने आकर रुकी।
कार की विंडो नीचे हुई — और एक चमकती आंखों वाला शख्स बोला:
“बहुत अच्छा खेल खेला तुम दोनों ने…
लेकिन असली कहानी अब शुरू होगी।”
आर्यन ठिठक गया… उसे उस आवाज़ में एक पुराना ज़ख्म सुनाई दिया।
🎭 अब अगला एपिसोड लाएगा उस तीसरे शख्स की पहचान —
दुश्मन या अधूरी मोहब्बत? या दोनों?
✨ आगे क्या हो सकता है?
क्या अब वाकई सबकुछ खत्म हो गया है?
या फिर… आस्था की आत्मा अभी भी चैन में नहीं है?
एक अनदेखा राज़ अब भी बाकी है?