Age 15 to 20 in Hindi Classic Stories by Ikku Verma books and stories PDF | उम्र 15 से 20

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उम्र 15 से 20

शुरुआत 15 से

यह किताब मेरे खुद के जीवन अनुभवों पर आधारित है। मैंने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया है, और उन्हीं अनुभवों के आधार पर आज मैं इस पुस्तक के माध्यम से अपने विचार और सीख आप सभी से साझा कर रहा हूँ।

मेरा नाम टुकेश्वर है।

आज की ऑनलाइन दुनिया में लगभग हर कोई — बच्चे, युवा और बड़े — अधिकतर समय मोबाइल, इंटरनेट और अन्य डिजिटल उपकरणों में व्यर्थ गंवा रहे हैं। शुरुआत में यह सब आकर्षक लगता है, लेकिन जब युवा अपने जीवन के निर्णायक मोड़ पर पहुँचते हैं, तब उन्हें पछतावा होता है कि उन्होंने समय का सही उपयोग क्यों नहीं किया।

छोटी-छोटी भटकावें धीरे-धीरे जीवन को दिशा से भटका देती हैं।

इसलिए मैं इस पुस्तक में 15 वर्ष की उम्र से एक बेहतर जीवन जीने के मार्गदर्शन देने का प्रयास कर रहा हूँ।

हो सकता है मेरे विचार आपको थोड़े कठोर या सीमाओं में बांधने जैसे लगें, लेकिन यदि आप कम उम्र में ही एक मजबूत और समझदार इंसान बनना चाहते हैं, तो कृपया इन्हें गंभीरता से पढ़ें।
मेरे मित्र, मैं तुम्हें भटकने से बचा रहा हूँ — बस एक बार यकीन करके देखो।


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1. गलत कदम

आज के समय में अधिकांश बच्चे इंटरनेट और डिजिटल माध्यमों का दुरुपयोग करते हैं, जिससे उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति कमजोर होती जाती है।
नशीली सामग्री, अश्लील वीडियो आदि बच्चों को गंदी आदतों की ओर ले जाते हैं — जैसे कि हस्तमैथुन जैसी क्रियाएं, जो शुरुआती उम्र में मन और शरीर दोनों को कमजोर बनाती हैं।
शायद यह बात आपको अभी बकवास लगे, लेकिन यही आदतें भविष्य में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं।


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2. आलस्य

यदि आपको एक मजबूत भविष्य चाहिए, तो आलस्य त्यागना होगा।
रात को समय से सोना, सुबह जल्दी उठना, व्यायाम करना, पौष्टिक भोजन लेना, और प्राकृतिक वातावरण में थोड़ा समय बिताना बहुत जरूरी है। यह आपकी ऊर्जा और मनोदशा दोनों को बेहतर बनाएगा।


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3. संगति

आप जैसे लोगों की संगति में रहते हैं, वैसे ही बन जाते हैं।
यदि आपकी संगति नशेड़ी, समय बर्बाद करने वाले या नकारात्मक सोच रखने वाले लोगों की है, तो आप भी धीरे-धीरे वैसे ही बन सकते हैं।
एक सफल और सकारात्मक जीवन के लिए अच्छी संगति चुनना अनिवार्य है।


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4. फोकस

अगले चार वर्षों तक आपको केवल एक चीज़ पर ध्यान देना है:
“मैं अपने जीवन को किस दिशा में ले जाना चाहता हूँ?”
लक्ष्य निर्धारित करें और उसी पर केन्द्रित रहें।
अगर आपने सुसंगति और आत्मविकास की दिशा नहीं छोड़ी, तो सफलता आपसे दूर नहीं होगी।


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5. ध्यान

शुद्ध और सकारात्मक क्रियाओं को अपनाएं:

ध्यान (मेडिटेशन)

नियमित व्यायाम

आत्मनिरीक्षण

सांस की शुद्धता

और सबसे जरूरी — लड़कीबाज़ी जैसी भटकाव से बचें।



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यदि आप 15 वर्ष की उम्र से ही इन मूल बातों को समझते हैं और अपनाते हैं, तो यकीन मानिए आपके जीवन में चमत्कारी बदलाव होंगे।

यह मेरी पहली पुस्तक है, जिसमें मैंने अपने कुछ मूलभूत विचारों के साथ शुरुआत की है।

आपका जीवन बदले — यही मेरी कामना है।

धन्यवाद।
मन की शुद्धि का मार्ग

> “मन पर विजय ही सबसे बड़ी जीत है।”



15 की उम्र में मन चंचल होता है, विचार बिखरे होते हैं और भावनाएं अक्सर हमें डुबाने लगती हैं। अगर कोई एक चीज़ है जो इस तूफान को शांत कर सकती है, तो वह है ध्यान (Meditation) और आत्मनिरीक्षण।

आज की दुनिया में सब कुछ तेज़ है — लेकिन जो खुद के भीतर झांकना सीख गया, वही सच्चा विजेता बनता है।


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🧘‍♀️ 1. ध्यान क्या है?

ध्यान का अर्थ है – वर्तमान क्षण में जीना, और अपने विचारों को साक्षीभाव से देखना।

यह कोई धर्म नहीं, बल्कि एक आंतरिक अभ्यास है जो आपके जीवन में मानसिक स्पष्टता, शांति और ऊर्जा लाता है।


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⏱️ 2. ध्यान कब और कैसे करें?

प्रारंभ के लिए आसान विधि:

सुबह उठते ही 5-10 मिनट बैठ जाएं

आँखे बंद करें, पीठ सीधी रखें

केवल अपनी सांसों पर ध्यान दें
20 की उम्र तक की तैयारी

(“जो 15 में जागा, वही 20 में चमका”)

15 से 20 साल की उम्र वह सोने की घड़ी है, जहां किया गया हर काम, हर निर्णय, और हर आदत — आपके पूरे जीवन की दिशा तय करता है। यह वो समय है जब न तो जिम्मेदारियाँ पूरी तरह सिर पर होती हैं, और न ही पूरी आज़ादी होती है — लेकिन सबसे बड़ी चीज़ होती है:
"समय" और "उर्जा"।

अगर आप 15 से 20 तक अपनी सोच, आदतें, और जीवनशैली को संवार लें, तो 20 की उम्र तक आप एक ऐसे इंसान बन सकते हैं, जो दूसरों से अलग, साफ़ सोच वाला, और आत्मनिर्भर होता है।


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🧠 1. सोच को विकसित करना

इस उम्र में ज्यादातर युवा भावनाओं में बहकर सोचते हैं —
लेकिन जो सोचकर काम करता है, वही दूरदृष्टि वाला लीडर बनता है।

हर सुबह 5 मिनट यह सोचें: "मेरा आज किस चीज़ में बेहतर हो सकता है?"

किताबें पढ़ें — जीवन बदलने वाली सोच वहीं से आती है।

हर महीने खुद से एक सवाल पूछें: "क्या मैं अपने लक्ष्य के करीब जा रहा हूँ?"



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🛠️ 2. कोई एक स्किल जरूर सीखें

20 की उम्र में जो इंसान एक कला, हुनर या तकनीक में पारंगत होता है, उसकी पहचान अपने आप बन जाती है।

जैसे: कंटेंट राइटिंग, वीडियो एडिटिंग, पब्लिक स्पीकिंग, कोडिंग, डिजिटल मार्केटिंग, योगा ट्रेनिंग, आदि।

मोबाइल से ही कई स्किल फ्री में सीखी जा सकती हैं (जैसे: YouTube, Coursera, Udemy)


👉 आप जो भी करें, उसमें रोज़ाना अभ्यास ज़रूरी है।


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💼 3. पैसे की समझ और कमाई की शुरुआत

कम उम्र में कमाई का मकसद धन कमाना नहीं, बल्कि अनुभव और आत्मविश्वास बढ़ाना होना चाहिए।

Freelancing, ब्लॉग लिखना, ऑनलाइन ट्यूटर बनना, या छोटी सेवाएं देना

खर्च और बचत को समझना शुरू करें

Google Pay, UPI जैसे ऐप का समझदारी से इस्तेमाल करें



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🧘‍♂️ 4. आत्मानुशासन = सुपरपावर

20 की उम्र तक यदि आपने आत्मनियंत्रण (Self Discipline) सीख लिया, तो आगे जीवन में कोई भी काम असंभव नहीं रहेगा।

सोने और उठने का तय समय रखें

रोज़ 30 मिनट शरीर और 10 मिनट मन के लिए दें

सोशल मीडिया को सीमित करें — वह साधन है, साध्य नहीं।



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🤝 5. मार्गदर्शन और संगति

सही समय पर सही लोग आपको आगे बढ़ने में मदद करते हैं।

अपने से बेहतर सोच वाले लोगों के साथ समय बिताएं

YouTube/Podcast में प्रेरणादायक लोगों को सुनें

जब भी भ्रम हो, शांत रहकर किसी विश्वसनीय व्यक्ति से सलाह लें



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✍️ 6. अपनी जर्नलिंग शुरू करें

हर दिन कुछ न कुछ लिखें — चाहे 3 लाइन ही क्यों न हों।

इससे आत्मनिरीक्षण होगा

लक्ष्य साफ होंगे

और भविष्य में जब आप उसे पढ़ेंगे, तो खुद पर गर्व होगा



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🎯 निष्कर्ष:

यदि आप 15 से 20 की उम्र तक सही सोच, सही आदत, और सही दिशा में जीवन जीते हैं — तो यकीन मानिए, आप 25 की उम्र तक खुद की एक अलग पहचान बना चुके होंगे।

जो बाकी लोग तब शुरू करेंगे, आप वहाँ तक पहले ही पहुँच चुके होंगे।