Saja ya Sath? - 7 in Hindi Love Stories by InkImagination books and stories PDF | सजा या साथ? - 7

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सजा या साथ? - 7



📖 Part 7: "बीते लम्हे... जो लौट आए नाम बनकर




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🌧️ फोन की स्क्रीन पर एक नाम... जिसने नींदें उड़ा दीं

फोन पर चमकता हुआ नाम था —
"आरव"

नायरा की उंगलियां कांपीं। चेहरे का रंग उड़ गया।

रहान ने तुरंत पूछा, "कौन है?"

नायरा ने फोन काट दिया। हंसने की कोशिश की — "कोई पुराना क्लासमेट था। गलती से फोन आ गया होगा।"

लेकिन रहान के चेहरे पर कुछ बदल गया था।
वो जानता था — नायरा झूठ बोल रही है।


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🧳 रात को अकेले में... नायरा का अतीत

वो एक पुराना लैपटॉप खोलती है।
सामने एक folder: “Life Before…”

वो folder खोलती है —
कुछ पुरानी तस्वीरें
एक डॉक्यूमेंट — "Promise Letter: आरव से नायरा तक"
एक ultrasound रिपोर्ट

और एक वॉयस रिकॉर्डिंग जिसमें एक लड़का कह रहा था —

> "मैं वापस आऊंगा, नायरा… और इस बार तुम्हारे बिना नहीं जाऊंगा।"




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🕰️ Flashback (3 साल पहले...)

नायरा दिल्ली के एक छोटे से कॉलेज में पढ़ती थी।
सीनियर आरव — poetic, passionate, और थोड़ा obsessed।

उनकी friendship बहुत गहरी हो गई थी।
फिर एक दिन, नायरा pregnant हो गई।

लेकिन जब उसने आरव से बताया, वो डर गया।

> "मुझे कुछ समय दो, मैं सब संभाल लूंगा," उसने कहा।



लेकिन वो कभी लौटा ही नहीं।

नायरा ने अकेले बच्चे को जन्म दिया —
लेकिन बच्चा सिर्फ 2 दिन ज़िंदा रहा।

उस दर्द ने नायरा को अंदर से तोड़ दिया — और वो सबकुछ छोड़कर एक नई जिंदगी शुरू करने दिल्ली से मुंबई आ गई।


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🌆 Present day — रहान की उलझन

रहान हर बात समझता है —
लेकिन वो नायरा से कुछ भी जबरदस्ती नहीं करना चाहता।

उस रात, वो सिर्फ एक मैसेज भेजता है —

> "मैं तुम्हारे अतीत को नहीं बदल सकता, लेकिन तुम्हारे साथ तुम्हारा आज ज़रूर जी सकता हूं।"




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🧠 लेकिन अगली सुबह… ऑफिस में फिर Ahaana

वो एक फाइल लेकर आती है और रहान के साथ मीटिंग करती है।
जब नायरा अंदर आती है, Ahaana कुछ ज़्यादा ही मुस्कुरा रही थी।

"रहान, तुम्हारा coffee favourite तो अभी भी hazelnut ही है, ना?" उसने casually कहा।

नायरा चुप रही, लेकिन उसकी आंखें सब बोल चुकी थीं।


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🎭 Lunch break — नायरा का सामना Ahaana से

"क्या तुम फिर से कोशिश कर रही हो?" नायरा ने पूछा।

Ahaana बिना झिझक बोली —

> "अगर तुम रहान के साथ हो, तो obviously कुछ तो interesting है तुममें। But let’s be real — तुम और रहान एक जैसे नहीं हो। तुम सिर्फ एक emotion हो… मैं उसका reality हूं।”




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🚪 और उसी शाम... आरव की वापसी

नायरा के घर की डोरबेल बजी।

दरवाज़ा खोला — और सामने वही चेहरा।

आरव।

कुछ बदला नहीं था — बस उसकी आंखों में अब डर नहीं, उम्मीद थी।

> "मैं वापस आ गया हूं, नायरा।
इस बार तुम्हें वापस लेने, तुम्हारा हाथ थामने।
जो बच्चा हमने खोया, मैं उसका पिता बनकर जीना चाहता हूं।"




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रात को रहान एक note पाता है —
नायरा के घर के बाहर रखा।

> “क्या तुम मुझे मेरे पूरे अतीत के साथ अपनाओगे, रहान?
क्योंकि मेरा अतीत अब मेरे दरवाज़े पर है…”




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📢 Readers के लिए सवाल:

> ❓ अगर आप नायरा की जगह होते, तो क्या आप आरव को माफ कर देते?
❤️ क्या रहान के साथ रहना ही सच्चा साथ है, या अतीत को पूरा करना ज़रूरी होता है?



👇 कमेंट ज़रूर करें — क्योंकि अगला भाग इस उलझन का जवाब देगा!


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Thankyou🥰🥰...