मेरा नाम है सीमा, और मैं दिल्ली की एक बड़ी सोसाइटी (society) में रहती हूँ। मेरा घर चौथी मंजिल (floor) पर है, जहाँ से सड़क पर कारों की लंबी कतारें और चमकते हुए lights दिखाई देते हैं। आसमान में हवाई जहाज उड़ते हैं, और सुबह की धूप मेरे कमरे में आकर मुझे जगाती है।
मैं 19 साल की हूँ, और एक अच्छे कॉलेज (college) में पढ़ती हूँ। मेरी जिंदगी पहले बहुत मजेदार थी—दोस्तों के साथ हँसी-मजाक, कॉलेज की parties, और घर पर मम्मी-पापा का प्यार। लेकिन अब सब बदल गया है। आज मैं तुमसे अपनी कहानी शेयर (share) करना चाहती हूँ, क्योंकि मेरे दिल में बहुत सारा दर्द है, जो बाहर निकालना जरूरी है।मेरी जिंदगी में सबसे बड़ा बदलाव तब आया, जब मेरी मुलाकात रवि से हुई।
रवि कॉलेज का सबसे स्मार्ट (smart) लड़का था। उसकी हँसी इतनी प्यारी थी कि हर कोई उसका fan हो जाता था। उसकी eyes में एक चमक थी, जो मुझे हमेशा अच्छी लगती थी। हम दोनों एक ग्रुप में थे—मैं, रवि, और मेरी दोस्त रिया। हम साथ में लंच करते थे, और रवि हमेशा मेरे लिए जूस लाता था। धीरे-धीरे हम अच्छे friends बन गए।
एक दिन कॉलेज की कैंटीन (canteen) में रवि ने मुझे अकेले बुलाया। वह थोड़ा nervous लग रहा था, लेकिन फिर मुस्कुराकर बोला, "सीमा, तुम बहुत special हो। क्या हम dating शुरू करें?" मेरे चेहरे पर खुशी आ गई। मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। मैंने हाँ बोल दिया, और उस दिन से हमारा प्यार शुरू हो गया।पहले कुछ दिन बहुत अच्छे थे। रवि मुझसे हर रोज़ बात करता था।
वह मुझे messages भेजता था, "Good morning, सीमा! आज तुम बहुत cute लग रही हो।" हम साथ में कॉलेज के garden में घूमते थे, और वह मेरे लिए chocolates लाता था।
मैं सोचती थी कि रवि मेरा dream boy है। लेकिन कुछ हफ्तों (weeks) बाद उसका attitude बदलने लगा। वह मेरे calls ignore करने लगा और मुझसे कम मिलता था। मैं सोचती थी, "शायद वो exams की तैयारी कर रहा है," लेकिन मेरे दिल में एक डर था। एक शाम मैंने उसे मॉल (mall) में देखा। वह किसी दूसरी लड़की, निधि, के साथ हँस रहा था। निधि कॉलेज की सबसे सुंदर लड़की थी, और लोग कहते थे कि वह बहुत rich है। मेरी आँखों में आँसू आ गए। मैंने सोचा, "क्या रवि ने मेरा heart तोड़ दिया?" मैंने उससे पूछना चाहा, लेकिन courage नहीं हुई। मैं चुपचाप वहाँ से चली आई।
घर पहुँचकर मैं अपने room में बैठ गई। मेरी मम्मी ने पूछा, "सीमा, तुम्हारा चेहरा क्यों उदास है?" मैंने कुछ नहीं कहा, बस मुस्कुराकर कह दिया, "कुछ नहीं, मम्मी, बस थक गई हूँ।" लेकिन अंदर से मेरा दिल रो रहा था। मैंने अपनी diary निकाली, जिसमें मैं अपनी खुशियाँ लिखती थी। उस दिन मैंने लिखा, "रवि ने मुझसे झूठ बोला। उसने मेरा प्यार तोड़ा।" मेरे आँसू diary के पन्नों पर गिरे, और स्याही फैल गई।
गजल: प्यार का धोखाप्यार का वो रंग फीका हो गया,
दिल का सुकून कहीं खो गया।
तेरे वादों ने मुझे रुलाया,
मेरा trust तोड़कर चला गया।अगले दिन कॉलेज में मैंने रवि को देखा। वह निधि के साथ था, और दोनों हँस-हँसकर बातें कर रहे थे। मेरे दोस्त रिया ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा, "सीमा, तू upset मत हो। ये लोग deserve नहीं करते।" लेकिन मेरा दिल मानने को तैयार नहीं था। मैं सोच रही थी, "क्या रवि ने सच में मुझसे प्यार किया था, या यह सब एक game था?" मैंने हिम्मत जुटाई और रवि से मिलने का फैसला किया।
दोपहर को कॉलेज के garden में मैंने रवि को बुलाया। वह आया, लेकिन उसका चेहरा गुस्से से लाल था। मैंने पूछा, "रवि, तुम मुझसे दूर क्यों हो? क्या मैंने कुछ गलत किया?" रवि ने हँसकर कहा, "सीमा, यह तो बस timepass था। Love serious नहीं था। मैं निधि से शादी करने वाला हूँ।" मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। मैं रोते हुए वहाँ से चली आई। उस दिन से मेरा दिल टूट गया। मैं सोचती थी कि रवि मेरा सच्चा दोस्त था, लेकिन उसने मेरा betrayal कर दिया।रात को मैंने अपने भाई अनुज से बात की। अनुज मुझसे दो साल बड़ा था और हमेशा मेरा support करता था। मैंने उसे सारी बात बताई। अनुज गुस्से में बोला, "सीमा, रवि गलत है।
तू चिंता मत कर, मैं उससे बात करूँगा।" लेकिन मैंने कहा, "नहीं, भैया, मैं खुद सब संभालूँगी।" मेरे मन में एक सवाल था—क्या रवि अकेला था, या उसके पीछे कोई और था?अगले दिन मैं कॉलेज नहीं गई। मैं घर पर बैठी थी और सोच रही थी कि मेरी जिंदगी क्या होगी। तभी मेरे phone पर एक message आया। यह unknown number से था। message में लिखा था, "सीमा, रवि का सच जानना चाहती हो? तो café में आओ।" मेरी साँसें रुक गईं। कौन था यह? और सच क्या था? मैंने रिया को call किया और बताया। रिया बोली, "सीमा, careful रहना। यह trap हो सकता है।" लेकिन मेरा दिल कह रहा था कि मुझे जाना चाहिए।
शाम को मैंने decide किया कि café जाऊँगी। मैंने अपनी मम्मी को कह दिया, "मम्मी, मैं दोस्तों से मिलने जा रही हूँ।" मम्मी ने हँसकर कहा, "जाओ, लेकिन देर मत करना।" मैंने रिया को साथ लिया और café की ओर चल पड़ी। रास्ते में सड़क पर lights चमक रही थीं, और लोग अपनी जिंदगी में busy थे। लेकिन मेरा मन बहुत heavy था
।café पहुँचकर मैंने चारों तरफ देखा। वहाँ बहुत कम लोग थे, और एक कोने में एक table खाली था। मैं और रिया वहाँ बैठ गईं। अचानक मेरी नजर एक paper पर पड़ी, जो table के नीचे था। मैंने उसे उठाया और पढ़ा। उसमें लिखा था, "सीमा, truth अभी दूर है। Wait करो।" मेरी आँखें फटी की फटी रह गईं। यह handwriting रवि की नहीं थी। तो यह message किसने भेजा? और truth क्या था?
कविता: टूटे दिल की उम्मीद
दिल टूटा, आँसू बह गए,
प्यार का सपना मुझसे छूट गया।
लेकिन हिम्मत नहीं हारी मैंने,
नई सुबह की dream देखी मैंने।रिया बोली, "सीमा, यह बहुत strange है। क्या कोई तेरा test ले रहा है?" मैं सोचने लगी, "क्या रवि के पीछे कोई और है? या यह सब मेरा imagination है?" हम घर लौट आए, लेकिन मेरी नींद उड़ गई थी। मैं बार-बार उस paper को देख रही थी। अगले दिन कॉलेज में rumors फैलने लगे कि सीमा depressed हो गई है, क्योंकि रवि ने उसे छोड़ा। लेकिन मैंने ठान लिया कि मैं हार नहीं मानूँगी।
मैंने सोचा कि अगली पूर्णिमा की रात फिर से café जाऊँगी। शायद वहाँ कोई clue मिले। मेरे भाई अनुज ने मुझसे पूछा, "सीमा, तू ठीक तो है?" मैंने मुस्कुराकर कहा, "हाँ, भैया, सब ठीक है।" लेकिन अंदर से मैं बहुत डरी हुई थी। कौन था जो मुझसे सच छुपा रहा था? और रवि का role क्या था? ये सवाल मेरे दिमाग में घूम रहे थे।रात को मैंने सपना देखा। सपने में एक लड़की मुझे बुला रही थी।
उसकी voice बहुत sweet थी, लेकिन scary भी। वह कह रही थी, "सीमा, सच के पास आओ।" मैं जाग गई और सोचने लगी, "क्या यह एक sign है?" अगले दिन मैंने रिया से plan बनाया कि हम मिलकर इस mystery को solve करेंगी। लेकिन मेरे दिल में एक डर था—क्या सच जानने से मेरा दर्द और बढ़ेगा?
मैं सीमा हूँ, और मेरी जिंदगी का हर दिन अब एक सवाल बन गया है।
उस रात café से लौटने के बाद मेरा मन बहुत अशांत था। घर पहुँचकर मैंने अपनी मम्मी को चाय बनाते देखा। मम्मी ने मुस्कुराकर पूछा, "सीमा, आज तू बहुत quiet है। क्या हुआ?" मैंने कहा, "कुछ नहीं, मम्मी, बस थोड़ा tired हूँ।" लेकिन सच यह था कि मेरा दिल रो रहा था। मैं अपने room में गई और उस paper को बार-बार पढ़ रही थी— "सीमा, truth अभी दूर है। Wait करो।" कौन था यह, जो मेरा पीछा कर रहा था?मेरा घर एक छोटी-सी सोसाइटी (society) में है, जहाँ चारों तरफ हरे-हरे पौधे और playground है। मेरे पापा ऑफिस (office) में काम करते हैं, और मम्मी घर का ख्याल रखती हैं।
मेरे भाई अनुज को गेमिंग बहुत पसंद है, और वह हमेशा मुझे हँसाता है। लेकिन आज मैं किसी से बात करने का mood में नहीं थी। मैंने अपनी diary खोली और लिखा, "रवि ने मेरा दिल तोड़ा, लेकिन मैं हार नहीं मानूँगी। कोई मुझे सच बताना चाहता है, और मैं उसे जानूँगी।"अगली सुबह कॉलेज (college) जाने का मन नहीं था, लेकिन रिया ने मुझे force किया। रिया मेरी best friend है, जो हमेशा मेरे साथ रहती है। उसने कहा, "सीमा, तू घर में बैठकर क्या करेगी? चल, हम साथ में जाएँगे।" कॉलेज पहुँचकर मैंने रवि को देखा। वह निधि के साथ था, और दोनों हँस-हँसकर बातें कर रहे थे। मेरे दोस्तों ने मुझे बताया कि रवि और निधि की engagement की planning हो रही है। मेरे दिल में गुस्सा और दर्द दोनों था। मैं सोचने लगी, "क्या रवि ने मुझसे झूठ बोला? या कोई और मेरा game खेल रहा है?"दोपहर को रिया और मैंने कैंटीन (canteen) में बैठकर बात की।
रिया ने कहा, "सीमा, तू रवि को भूल जा। वह deserve नहीं करता।" मैंने कहा, "रिया, मैं भूलना चाहती हूँ, लेकिन वो paper... वो message... कुछ तो है जो मुझे परेशान कर रहा है।" रिया ने सोचा और बोली, "चलो, हम उस café में फिर से जाएँ। शायद कोई clue मिले।" मैंने हाँ कहा, लेकिन मेरा दिल बहुत तेज़ धड़क रहा था।शाम को हम café गए।
वहाँ वही table था, जहाँ से मुझे paper मिला था। मैंने चारों तरफ देखा, लेकिन कोई नहीं था।
तभी मेरी नजर एक पुराने clock पर पड़ी, जो दीवार पर लटका था। clock के नीचे एक छोटा सा लिफाफा था। मैंने उसे उठाया और खोला। अंदर एक note था, जिस पर लिखा था, "सीमा, रवि का सच जानना है तो पूर्णिमा की रात फिर आना।" मेरी साँसें रुक गईं। रिया बोली, "सीमा, यह सब बहुत mysterious है। careful रहना।"
गजल: रात की बेचैनीरात की चुप्पी सताती है मुझे,
दिल में डर, आँखों में नींद नहीं।
कौन है वो, जो सच छुपाए बैठा,
मेरा इंतजार करे, ये गम नहीं।घर लौटकर मैंने अनुज को सारी बात बताई। अनुज गुस्से में बोला, "सीमा, ये सब danger हो सकता है। तू police को बता।" लेकिन मैंने कहा, "नहीं, भैया, मैं खुद सब जानूँगी।" मेरे मन में एक उम्मीद थी कि शायद मेरी जिंदगी में कुछ अच्छा होगा। लेकिन साथ ही डर भी था—क्या सच जानने से मेरा दर्द और बढ़ेगा?अगले कुछ दिन मैंने अपनी routine को normal रखने की कोशिश की। सुबह कॉलेज जाती, दोस्तों के साथ हँसती, लेकिन अंदर से मैं टूटी हुई थी।
रवि और निधि को देखकर मेरा दिल दुखता था। एक दिन रिया ने मुझे एक idea दिया। उसने कहा, "सीमा, चलो हम रवि के friends से पूछते हैं। शायद वे कुछ जानते हों।" मैंने सोचा, "हाँ, यह अच्छा idea है।"हमने रवि के दोस्त राहुल से बात की। राहुल एक शांत लड़का था, जो हमेशा अपनी books में busy रहता था।
मैंने पूछा, "राहुल, क्या रवि ने कभी तुमसे मेरे बारे में कुछ कहा?" राहुल थोड़ा घबराया और बोला, "सीमा, मैं नहीं जानता। लेकिन रवि पिछले कुछ समय से बहुत tension में था।" मैंने पूछा, "क्यों?" राहुल ने कहा, "वह किसी pressure में था, लेकिन उसने मुझे details नहीं बताए।" मेरे मन में सवाल और बढ़ गए। क्या रवि किसी trouble में था?रात को मैंने अपनी मम्मी से बात की। मम्मी ने मुझे गले लगाया और कहा, "सीमा, जो भी हो, तू हिम्मत मत हार।" मैंने मुस्कुराकर कहा, "हाँ, मम्मी, मैं ठीक हूँ।" लेकिन अंदर से मैं बहुत confused थी। उस paper और note ने मेरे दिमाग को परेशान कर दिया था। मैं सोच रही थी, "कौन है जो मुझसे सच छुपा रहा है?"
कविता: आशा का प्रकाश
अंधेरा गहरा है, पर आशा की किरण,
दिल को नई राह दिखाए हर पल।
दर्द सता रहा है, पर हिम्मत बाकी,
सच का सामना करूँगी मैं निश्चल।पूर्णिमा की रात आने में अभी समय था, लेकिन मेरा मन हर पल उस दिन की ओर दौड़ रहा था। मैंने रिया के साथ plan बनाया कि हम उस रात तैयार रहेंगी। लेकिन मेरे सपनों में वो रहस्यमयी आवाज़ फिर आई। वह कह रही थी, "सीमा, सच के करीब आओ।" मैं जाग गई और सोचने लगी, "क्या यह मेरी imagination है, या कोई मुझे guide कर रहा है?"अगले दिन कॉलेज में एक और surprise हुआ। निधि ने मुझसे बात करने की कोशिश की। वह बोली, "सीमा, मैं जानती हूँ कि तू upset है। लेकिन रवि और मेरा relation कुछ और है।" मैंने पूछा, "क्या मतलब?" निधि ने कहा, "वह मुझे force कर रहा है। मैं भी helpless हूँ।" मेरी आँखें खुली की खुली रह गईं। क्या रवि निधि को भी धोखा दे रहा था? या यह सब एक बड़ा plan था?
मैं घर लौट आई और सोचने लगी। मेरे दिमाग में सवालों का तूफान था। कौन था जो मुझसे सच बताना चाहता था? क्या रवि सचमुच गलत था, या उसके पीछे कोई और था? मैंने ठान लिया कि पूर्णिमा की रात मैं हर सवाल का जवाब ढूंढूँगी। लेकिन मेरा दिल कह रहा था कि यह journey आसान नहीं होगी।