Anjaani Kahani - 1 in Hindi Love Stories by surya Bandaru books and stories PDF | अनजानी कहानी - 1

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अनजानी कहानी - 1

Hyderabad का सबसे महँगा और जगमगाता कल्याण मंडपम, बिजली की रोशनी में इंद्र भवन जैसा चमक रहा था।
हर तरफ मेहमान एक-दूसरे से हँसते हुए बात कर रहे थे।
कई लोग कैटरिंग वालों से चाय-कॉफी ले रहे थे।
बाहर की चकाचौंध के बीच, एक काली गाड़ी मंडप के सामने आकर रुकी।

गाड़ी का दरवाज़ा खुला, और अशोक जल्दी से भीड़ को चीरता हुआ मंडप के अंदर चला गया।


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अंदर, अर्जुन को उसकी पिन्नी (चाची) कौशल्या देवी शादी का तिलक लगा रही थीं।

"कदले रा..." (चलो बेटा) — कह ही रही थीं कि...

तभी कमरे का दरवाज़ा खुला।

अर्जुन के बाबा आनंद राव और छोटा भाई अशोक तेजी से अंदर आए।

अर्जुन ने तिलक करवाते-करवाते ही अशोक को देखा और हल्के से मुस्कुराते हुए पूछा—
"अरे, अनू लोग आ गए क्या?"

अशोक और आनंद राव एक-दूसरे की तरफ दुखी नज़रों से देखते हैं...
फिर चुपचाप अर्जुन की ओर देखने लगते हैं।

अर्जुन का चेहरा थोड़ा संदेह से भर जाता है—
"क्या हुआ बाबाई?"

कौशल्या देवी, जो अभी-अभी तिलक कर रही थीं, अचानक रुक जाती हैं।
वो भी चिंतित होकर आनंद राव की ओर देखने लगती हैं।


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आनंद राव का गला भारी हो चुका होता है।
धीरे से बोलते हैं—

"अनू... किसी और से शादी करके... कल रात ही अमेरिका चली गई बेटा..."


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अर्जुन कुछ पल पत्थर की तरह खड़ा रह जाता है।

मन में उठते डर को दबाता हुआ धीरे से उठता है,
और एक हल्की हँसी के साथ कहता है—

"ये क्या मज़ाक है बाबाई? अनू किसी और से शादी कर ले... ये कैसे हो सकता है?"

अशोक की आँखें नम हो जाती हैं,
वो सिर उठाकर कहता है—
"नान्ना जो कह रहे हैं... सब सच है भैया।"


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अर्जुन की आँखें उलझन में डूब जाती हैं—
"क्या बोल रहा है तू अशोक?
कल रात ही तो मेरी उससे फ़ोन पर बात हुई थी..

तभी अशोक अपनी जेब से कुछ पेपर निकालकर अर्जुन को देता है।

अर्जुन धीरे से पेपर्स खोलता है—

और उसमें देखता है —
"Anu और Mahesh" के नाम पर अमेरिका की फ्लाइट टिकट्स।

अर्जुन का चेहरा सफेद पड़ जाता है।
उसके हाथ से पेपर्स नीचे गिरते हैं...
हवा में उड़ते हुए कागज़ पूरे कमरे में फैल जाते हैं।

एकाएक पूरा मंडपम निस्तब्धता में डूब जाता है।

कौशल्या देवी डर के मारे अर्जुन को पकड़कर हिला रही हैं—
"अर्जुन... अर्जुन बेटा...!"

अर्जुन की आँखों में आँसू तैर रहे हैं।
उसकी निगाहें कौशल्या की ओर उठती हैं, और वह बोलता है—

"Maa... तुम्हें अनू के बारे में सब पता है न?
क्या तुम मान सकती हो कि वो ऐसा कुछ कर सकती है?"

वो आँसू पोंछता है, और गुस्से से कहता है—

"नहीं। अनू ऐसा कभी नहीं कर सकती।
कुछ गड़बड़ है।
मैं जा रहा हूँ... उसे लेकर आऊँगा।"

अशोक उसे रोकने की कोशिश करता है,
लेकिन अर्जुन उसका हाथ झटक देता है और तेज़ी से बाहर निकल जाता है।

अशोक भी उसके पीछे चलता है,
थोड़ी तेज़ चाल से।

बाहर खड़े लोग सबकुछ उलझन में देख रहे होते हैं।
हर कोई अपनी-अपनी राय दे रहा है,
लेकिन किसी की आवाज़ पूरी तरह से साफ़ सुनाई नहीं दे रही।

क्या priya सच में किसी और से शादी करके अमेरिका चली गई...?
जिससे वो प्यार करती थी, उसे शादी के दिन अचानक क्यों छोड़कर चली गई...?

आने वाले एपिसोड्स में आपके इन सवालों के जवाब मिलेंगे... 🎬💔

To be continued... Wait for Next episode.. please give your valuable feedback..