रात का जादू
दानिश अपने कमरे में खड़ा था, एक मोटी फाइल के पन्ने पलटते हुए। कमरे में गहरी खामोशी थी, बस हल्की-सी घड़ी की टिक-टिक सुनाई दे रही थी। तभी, अचानक उसे एक हलचल महसूस हुई। वह सतर्क हुआ और दरवाजे की ओर देखा।
दरवाजा धीरे-धीरे खुला और वहां खड़ी थी रिटा।
वह आज पूरी तरह से अलग लग रही थी—जैसे किसी ने उसे चांदनी में नहला दिया हो। उसने चार-पीस रेड कलर की नेट वाली नाइटी पहनी थी, जो पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट थी, लेकिन उसमें एक गजब की नजाकत थी। नाइटी की पतली और मुलायम डोरी उसके कंधों से लटकी हुई थी, और हल्की हवा के झोंके से वह हिल रही थी। नेट की नाइटी का ऊपरी हिस्सा उसकी कर्वी बॉडी को परफेक्ट शेप दे रहा था, जिससे उसकी खूबसूरती और भी ज्यादा निखर रही थी।
उसका साटन गाउन घुटनों तक खुला हुआ था, और अंदर से नाइटी की लेस वाली पतली स्ट्रिप्स झलक रही थीं। नीचे की ओर, उसका गाउन हल्के-हल्के सरक रहा था, जिससे उसके खूबसूरत पैर चमक रहे थे। स्टोन ब्रेसलेट जो उसकी कलाई को और भी हसीन बना रही थीं। उसने हल्का मेकअप किया था—गहरी काजल वाली आंखें, हल्के गुलाबी होंठ और खुले हुए लंबे बाल, जो उसकी मदहोश कर देने वाली अदा को पूरा कर रहे थे।
दानिश जब रिटा कि ओर देखा तो रिटा को लगा जैसे उसे देख दानिश कज होश उड गए हैं |
रिटा मुस्कुराई। उसकी चाल में एक मॉडल जैसी ग्रेस थी। उसने धीरे-धीरे केटवॉक किया और दानिश के ठीक सामने आकर खड़ी हो गई। उसकी आंखों में एक अलग-सा नशा था—एक मोहक आकर्षण।
"क्या हुआ, दानिश?" उसने हल्की आवाज़ में पूछा, उसकी सांसों की गर्माहट दानिश के चेहरे से टकरा रही थी।
दानिश की आंखें उसके होंठों पर टिक गईं। उसे महसूस हो रहा था कि रिटा आज कुछ अलग ही इरादे से आई है।
"तुम... ये क्या कर रही हो?" दानिश ने होंठों को भींचते हुए कहा।
"जो हमेशा से करना चाहती थी..." रिटा ने हल्के से कहा, उसकी उंगलियां अब दानिश की शर्ट के कॉलर को छू रही थीं।
"मेरा नाखूनों का हल्का-सा स्पर्श ही काफी है दानिश तुम्हें मदहोश करने के लिए।, "
रिटा ने अपनी पतली उंगलियों से अपनी नाइटी के स्ट्रैप को हल्का-सा सरकाया, जिससे उसका कंधा पूरी तरह से उजागर हो गया। उसने जानबूझकर ऐसा किया था, ताकि दानिश उसकी तरफ और भी आकर्षित हो।
"तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो," दानिश के होंठों से अचानक ये शब्द फिसल गए।
रिटा ने मुस्कुराते हुए उसकी टाई को पकड़ लिया और उसे अपनी तरफ खींच लिया। "मुझे पता था कि तुम ऐसा कहोगे," उसने शरारती अंदाज में कहा।
रिटा ने अपने होंठों को दानिश के कान के पास लाया और धीमे से फुसफुसाई, "क्या तुम मुझे रोकना चाहोगे?"
दानिश ने कोई जवाब नहीं दिया।
रिटा ने हल्के से अपना गाउन गिरा दिया, जिससे उसकी ट्रांसपेरेंट नाइटी पूरी तरह से नजर आने लगी। अब वह दानिश के और भी करीब आ गई थी। उसकी खुशबू पूरे कमरे में फैल गई थी।
"अब तुम कहोगे कि मैं बहुत अट्रैक्टिव लग रही हूं," रिटा ने उसकी शर्ट के बटन खोलते हुए कहा।
दानिश ने एक लंबी सांस ली और उसके हाथों को थाम लिया। "तुम जानती हो कि मैं तुम्हें कब से चाहता हूं…" उसकी आवाज में एक अलग-सी गर्माहट थी।
रिटा ने शरारती अंदाज में कहा, "तो फिर मुझे और इंतजार क्यों करवा रहे हो?"
दानिश ने उसकी कमर पकड़कर उसे अपने पास खींच लिया।
उस रात, चांदनी खिड़की से अंदर झांक रही थी, और हल्की हवा उनके बीच मोहब्बत के गीत गा रही थी।
रात गहरी थी, लेकिन चांदनी की हल्की रोशनी खिड़की से अंदर आ रही थी। कमरे में हल्की-सी सुगंध फैली हुई थी, और हवा में एक अजीब-सा तनाव तैर रहा था। रिटा ने अपने रेशमी गाउन को हल्के से समेटा और धीरे-धीरे दानिश के ओर करीब आई। उसकी चाल में एक मोहक आकर्षण था, आँखों में चमक और होंठों पर हल्की-सी मुस्कान।
दानिश ने उसे देखा, लेकिन उसकी आँखों में कोई ललक नहीं थी। बल्कि, उनमें कुछ और था—एक गहरी समझ, एक सवाल, और एक दृढ़ता जो शायद रिटा को समझ नहीं आ रही थी।
"दानिश..." रिटा ने अपनी आवाज़ को थोड़ा कोमल बनाते हुए कहा, "क्या तुम नहीं चाहते कि हम थोड़ा और करीब आएँ?"
दानिश ने एक पल के लिए उसकी आँखों में देखा, फिर हल्का-सा मुस्कुराया। लेकिन उसकी मुस्कान में कोई उत्सुकता या आकर्षण नहीं था, बल्कि उसमें एक शांत मजबूती थी। उसने धीरे से रिटा के दोनों हाथ पकड़ लिए, उसकी पकड़ और भी मजबूत हो गई।
"रिटा, तुम समझती क्या हो?" दानिश की आवाज़ अब पहले से ज्यादा गंभीर थी।
रिटा थोड़ा चौंक गई। उसे लगा था कि दानिश उसके जाल में फँस जाएगा, लेकिन यहाँ तो उल्टा ही हो रहा था। दानिश की आँखों में कोई मोहब्बत नहीं थी, कोई कमजोरी नहीं थी—बल्कि एक गहरी सोच थी।
"मेरा मतलब..." रिटा ने शब्द ढूंढने की कोशिश की, लेकिन दानिश की गंभीर आँखों ने उसे असहज कर दिया।
"तुम्हें लगता है कि तुम्हारी खूबसूरती से मैं अपना होश खो दूँगा?" दानिश ने हल्की हंसी के साथ कहा, लेकिन उसमें कोई मज़ाक नहीं था।
रिटा पहली बार असहज हुई। वह अपने रूप-लावण्य से कई लोगों को मोहित कर चुकी थी, लेकिन यहाँ तो मामला अलग ही था। दानिश ने उसके हाथों की पकड़ थोड़ी और मजबूत कर दी, लेकिन उसमें नफरत नहीं थी—बस एक सख्त संदेश था।
"दानिश… मैं तो बस…" रिटा ने हकलाते हुए कहा।
"बस क्या?" दानिश ने उसे टोकते हुए कहा। उसकी आवाज़ में अब एक तीखी सच्चाई थी। "तुम्हें लगता है कि ये दिखावा, ये चालें मुझे मोहित कर सकती हैं?
रिटा को अब अहसास हुआ कि उसने बड़ी गलती कर दी है। उसने सोचा था कि उसकी अदाएं दानिश को उसके आगे झुकने पर मजबूर कर देंगी, लेकिन दानिश तो और भी दृढ़ता से खड़ा था।
दानिश ने गहरी सांस ली और थोड़ा पीछे हट गया। उसकी आँखों में एक स्पष्ट संदेश था—वह ऐसा इंसान नहीं था जिसे कोई भी आसानी से मोहित कर सके।
"आज के बाद, ये सब मत करना।" दानिश ने शांत लेकिन दृढ़ स्वर में कहा। "क्योंकि मैं उस इंसान को चाहता हूँ जो दिल से खूबसूरत हो, न कि वो जो अपने जिस्म से किसी को फँसाने की कोशिश करे।"
रिटा के चेहरे पर शर्मिंदगी थी। उसने जल्दी से अपना गाउन उठाया और खुद को ढक लिया। वह कुछ कह नहीं पाई।
और फिर रिटा ने दानिश की आंखों में बेहद गुस्सा देखा उस रोज वो डर गई और उस वक्त वहां से चली गई |
रिटा तुम जैसी बहोत आइ और गई " दानिश ने गुस्से से कहा |