चारों तरफ अंधेरा छाया हुआ है
इस अंधेरे में दो लडके दिखाई दे रहे हैं!
एक लड़का जिसकी ** गुजराती बालक की वेशभूषा (संक्षेप में):*
1. **सिर पर साफा / पगड़ी** – सफेद रंग की पारंपरिक पगड़ी पहन रखी है।
2. **ऊपर कुर्ता (कुर्तो)** – सफेद रंग का कुर्ता है जिस पर सुंदर कढ़ाईदार बॉर्डर लगा है।
3. **कंधे पर कढ़ाईदार पट्टी** – पारंपरिक गुजराती डिज़ाइन में सजी हुई है।
4. **कान में झुमके** – बालक ने पारंपरिक झुमके पहने हैं, जो गुजरात की सांस्कृतिक पहचान हैं।
दुसरा लड़का जिसकी **मराठी बालक की वेशभूषा (संक्षेप में):**
1. **सिर पर पगड़ी (फेटा)** – लाल और सुनहरे डिज़ाइन की पारंपरिक मराठी पगड़ी पहनी है।
2. **ऊपर अंगरखा** – सफेद रंग का अंगरखा सुनहरी किनारी के साथ।
3. **कमर पर पटका / कमरबंद** – लाल रंग का पारंपरिक पटका बांधा गया है।
4. **गले में तुलसी माला** – मराठी परंपरा में धार्मिकता और संस्कृति का प्रतीक।
5. **पैरों में चूड़ीदार पायजामा** – सफेद रंग में पारंपरिक लुक देता है।
गुजराती लड़का आखें बंद कर बड़ी तेजी से और जोर से रो रहा है!
मराठी लड़का आखें बड़ी कर गुजराती लड़के को गुस्से में देख रहा है !!
इसी वक़्त तेज़ रोशनी होतीं है और एक माता स्वरुप प्रकट होती है!
### 🇮🇳 **भारत माता का चित्र (संक्षेप में वर्णन):**
1. **भारत माता का स्वरूप**
* माँ के रूप में एक सुंदर स्त्री को दिखाया गया है जो भारत देश का प्रतीक हैं।
* उनके चेहरे पर शांत मुस्कान और हाथ में आशीर्वाद की मुद्रा है।
2. **वेशभूषा**
* भारत माता ने **लाल और सुनहरे बॉर्डर वाली साड़ी** पहनी है, जो भारतीय परंपरा का प्रतीक है।
* गहनों से सुशोभित – **मुकुट, हार, झुमके, करधनी** आदि पहने हैं।
3. **हाथ में ध्वज (झंडा)**
* झंडे पर **सभी धर्मों के प्रतीक चिह्न** बने हैं – जैसे ‘ॐ’, ‘इस्लामी चिह्न’, ‘क्रॉस’, ‘सिख धर्म’, आदि, जो **भारतीय एकता और धर्मनिरपेक्षता** को दर्शाते हैं।
4. **पृष्ठभूमि में भारत का नक्शा**
* पीछे **भारत का मानचित्र** है जिसमें **तिरंगे के रंग** (केसरिया, सफेद, हरा) भरे हुए हैं।
माता वात्सल्य भारी आवाज में पूछते हैं
माता:- "શુ થયું?"
"કેમ રડે છે?"
गुजराती लड़का रोते हिचकियाँ भरते हुए ...
गुजराती लड़का:- મા...,
"મારા ભાઈ મરાઠીએ મને માર્યું."
माता नाराजगी भरी आवाज में मराठी से पूछते हैं
माता:-"तू तुझ्या भावाला का मारतो आहेस?"
मराठी लड़का गुस्से में गुजराती की ओर देख ते हुए...
मराठी लड़का:"हे महाराष्ट्र आहे, म्हणून इथे मराठी बोलायलाच हवं. नाहीतर मार खावा लागेल."
माता खामोश परेशानी में आखें ज़ुकाती है और पिछे मुड़ कर आहिस्ता से नीचे बेठ जाती है!
दोनों लड़के एक दूसरे की ओर हिरानी से देख ते और आखें झुकाए सांत ,धीमे कदमोहसे माता के चेहरे (यानी आगे की ओर) बढ़ते हैं!!
दोनों लड़के जब माता को देखते है तो परेसान हो हल्के से डर जाते हैं!
माता की वेशभूषा बदल चुकी है कुछ इस प्रकार
माता ज़मीन (फर्श) पर बैठी हुई दिखाई दें रही हे। उनका शरीर थका और झुका हुआ हे, मानो वे अत्यंत दुःख में हे।
* उन्होंने **गेरुआ रंग की साड़ी** पहन रखी हे जिसका **रंग धुंधला और पुराना** पड़ चुका हे, जिससे प्रतीत हो कि समय और संघर्ष की मार झेल चुकी हैं।
* **सिर पर सोने का मुकुट हे**, लेकिन उसका रंग **भिकरा और फीका** पड़ गया हे, चमक पूरी तरह चली गई हे ।
* **हाथों में कोई भी आभूषण न हे,
***, वे पूरी तरह साधारण और खाली हाथ हे।
* **एक हाथ ज़मीन पर टिका हुआ हे** और **दूसरा हाथ उनके सीने पर रखा हे**, जैसे वे पीड़ा को अपने भीतर समेट रही हों।
* उनका **चेहरा मुरझाया हुआ** और **उदासी से भरा** हे, साथ ही उस पर **हल्की झुर्रियाँ** दिखाई दें रही हे, जो समय और दर्द की गवाही देती हैं।
* **बाल काले से सफ़ेद हो रहे हें!**, जैसे धीरे-धीरे उम्र और दुःख ने उन्हें प्रभावित किया हो।
* **आँखें बंद हे**, लेकिन उनसे **आँसू बह रहे हे** जो **गालों पर आते-आते खून में बदलते जा रहे हे**, यह उनके भीतर के गहरे दर्द का प्रतीक है।
दोनों लड़के एक दूसरे को शर्मिंदगी भरी नजरों से देख ते है और सिर ज़ुका कर भारी गले से रो पडते है!!
जन गण मन – राष्ट्रगान
जन गण मन अधिनायक जय हे,
भारत भाग्य विधाता।
पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा,
द्राविड़, उत्कल, बंगा,
विंध्य, हिमाचल, यमुना, गंगा,
उच्छल जलधि तरंगा।
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभ आशीष मांगे,
गाहे तव जयगाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे,
भारत भाग्य विधाता।
जय हे, जय हे, जय हे,
जय जय जय जय हे।
#जहांगीर