Ek Raat ka Raaz - 1 in Hindi Thriller by Mr Lay Patel books and stories PDF | एक रात का राज़ - 1

Featured Books
  • అంతం కాదు - 19

    చివరి భాగం: పోరాటం మొదలవుతుందిఆ మాటలు విన్న తర్వాత అక్షర భయప...

  • అధూరి కథ - 5

    జ్యోతి ని తీసుకుని కోపంగా వెళ్తున్న అర్జున్ దగ్గరకి కౌసల్య,...

  • థ జాంబి ఎంపరర్ - 9

    అదంతా చూస్తున్న జగదీష్ 'అక్క మరి?' అని అమాయకంగా నటిస...

  • మన్నించు - 10

    ప్రేమా, ఆకర్షణ.. నిజం, నీడ లాంటివి... ఆకర్షణ అనే నీడని చూసి...

  • తనువున ప్రాణమై.... - 26

    ఆగమనం.....సిక్స్ ఫీట్ ముఖంలో, సంతోషం వచ్చేసింది!! అక్కని సైడ...

Categories
Share

एक रात का राज़ - 1



**एपिसोड 1: चीख, चीख और चुप्पी का खेल**
**स्थान:** दिल्ली का पॉश इलाका – एक आलीशान बंगला
**रात:** पार्टी से एक दिन पहले

बंगले की दीवारों में बसी चुप्पी अचानक टूट गई।

"तुम्हें शर्म नहीं आती, एक उम्र हो गई... और अब इस उम्र में तुम कॉलगर्ल्स से बात कर रहे हो?"
डॉ. अवस्थी की पत्नी, नीलिमा, बुरी तरह चीख पड़ी थीं। उनके हाथ में मोबाइल था, स्क्रीन पर *वीडियो कॉल* — एक हँसती हुई लड़की, बेहद कम कपड़ों में।

"नीलिमा! तुम्हें क्या हक है मेरी प्राइवेसी में झाँकने का?"
डॉ. अवस्थी ने फोन छीना, पर देर हो चुकी थी। नीलिमा का चेहरा तमतमाया हुआ था, आंखों में नफरत और अंदर कहीं गहरे डर।

"मैंने तुम्हें सब कुछ दिया, और तुम ये...!"

नीलिमा तेज़ी से ऊपर वाले कमरे में चली गईं।
डॉ. अवस्थी ने झुंझलाकर सोफे पर सिर पटका और एक नीली गोली निगली — वही जो उन्हें *"मर्द" बनने की उम्मीद देती थी*, मगर अब काम नहीं करती थी।

---

**दूसरा दृश्य:**
**कुछ घंटे बाद** – **संध्या 6 बजे**
इशान हाथ में एक छोटा सा *ज़हर की शीशी वाला डिब्बा* लेकर नीलिमा मैडम के बंगले पर पहुंचता है।

"मैडम ने कहा था कि चूहों की समस्या है... ये रहा ज़हर।"

वह अंदर दाखिल होता है। बंगले का माहौल भारी है। एक नौकरनी कहती है,
"मैडम ऊपर के कमरे में हैं, मूड थोड़ा खराब है आज।"

इशान मुस्कराता है।
**"मूड तो ठीक कर ही देंगे, चलिए!"**

---

**तीसरा दृश्य:**
**शाम 7 बजे**

अनन्या आती है, हाथ में फ्रूट कटिंग का ट्रे, और एक धारदार चाकू।
"नीलिमा आंटी को फल देने थे। वही कहती थीं कि मैं कट करके लाया करूँ, मेरी फ्रूट प्लेट्स उन्हें बहुत पसंद हैं।"

नीचे का माहौल अब भी तनावपूर्ण है, पर अनन्या ऊपर जाती है। नीलिमा का कमरा अंदर से बंद है।

कुछ देर बाद – चीख सुनाई देती है।

**"बचाओ! बचाओ!!"**

दरवाज़ा तोड़ा जाता है।

---

**चौथा दृश्य:**
**रात 8 बजे – पुलिस का आगमन**
कमरे में:

* नीलिमा की लाश फर्श पर पड़ी है, छाती पर गहरा घाव, खून फैला हुआ।
* पास में वही चाकू — अनन्या के फिंगरप्रिंट्स साफ।
* ज़हर की शीशी कमरे में एक कोने में पड़ी है।
* बैड के पास पड़े तकिए पर कंडोम के पैकेट और एक खाली *कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल* की स्ट्रिप।
* पुलिस को पता चलता है — नीलिमा ने मरने से 12 घंटे पहले पिल ली थी।

---

**पुलिस अधिकारी:**
"इशान, अनन्या और डॉ. अवस्थी – तीनों संदिग्ध हैं। तीनों के पास था मकसद।
मगर सवाल ये है:

* क्या नीलिमा ने आत्महत्या की थी?
* या फिर किसी ने प्लान करके हत्या की?"

**और रहस्य खुलता है कि...**

* डॉ. अवस्थी को ईडी की समस्या थी, और उन्हें लगता था कि नीलिमा ही उनकी मर्दानगी छीनने का कारण थी।
* इशान, एक चार्मिंग लड़का, नीलिमा के साथ कई बार "क्लोज" हो चुका था।
* अनन्या, जो इशान से प्यार करती थी, उसे खोने का डर था... और शायद, प्यार के जुनून में वह कुछ भी कर सकती थी।

---

**एपिसोड 1 का अंत – एक सवाल के साथ:**
**क्या ये तीनों एक दूसरे से झूठ बोल रहे हैं?
या कोई चौथा भी था उस रात... जो अब तक सामने नहीं आया?**

---

 एपिसोड 2 – **पुलिस इंटरव्यू, सीसीटीवी, और उस एक रात के छिपे सच के साथ?**
मैं तैयार हूँ – जैसे असली थ्रिलर नॉवेल लेखक करता है।

✍️