वो अब तक शराब के चार बोतल ख़तम कर चुकी थी। एक आलीशान कमरा… जिसमें दीवारों कुछ महंगी पेंटिंग्स लगे थे । वो कोई आम पेंटिंग्स नहीं थे, हर जगह अलग अलग जानवरों के पेंटिंग्स थे , जैसे हर तस्वीर चीख-चीख कर कुछ कह रही हो । रूम का थीम ब्लैक एंड ग्रे था । वो सोफ़े पै बैठे हुए सामने स्क्रीन पर कुछ देख रहीं थीं ।
फ़िर सामने रखे ग्लास को अपने होठों को से लगाते हुए एक एक शिप पी रही थी तभी कुछ बाते उसके जेहन में आने लगी ।"
“ये शराब आप मत पिया करे "
शायद कुछ बाते उसे सुनायी दे रही थी।
फ्लैशबैक.......
एक आदमी सोफ़े पै बैठा अपने होठों को ग्लास से लगाने ही वाला था तभी किसी ने उसके हाथ से वो ग्लास छीन लिया । सामने एक प्यारी सी लड़की खड़ी थी । उस आदमी ने घूर कर उसे देखा , ये अपनी नीली आँखों से मुझे डराया मत करे कहते हुए वो उस आदमी के गोद में बैठ गईं । वो आदमी उसके चेहरे पर आये बालो को साइड करते हुए क्या था ये ?
उस लड़की ने अपने मुँह का पाउट बनते हुए बोली - आप शराब मत पिया करे, बहुत बेकार चीज़ होती है।
हम्म.... छोड़ दूंगा पर मेरी एक शर्त है । उसने उसके होठों को अपने अंगूठे से सहलाते हुए कहा , वो उसके इरादे को समझ चुकी थी फिर भी उसने नासमझी में पूछा वो शर्त क्या है? वो लड़की उसके रोमांटिक मूड का पूरा सत्यानाश कर रही थी।
फिर उसके दिमाग में कुछ ख्याल आया वो उसकी बातों को इग्नोर करके उसकी तरफ झुकने लगा। वो लड़की उसके इरादे को समझते हुए जल्दी से उठ कर भाग गई । फिर दूर जाते हुए बोली अगर आपने मुझे पकड़ लिया तो आपकी शर्त मान लूंगी । उस आदमी के चेहरे पर मुस्कान आ गई । उसे पता था वो उस नाज़ुक सी लड़की को आराम से पकड़ लेगा ।
वो आगे भाग रही थी , वो उसके पीछे दोनों हाथ पॉकेट मे डाले चल रहा था।
तब वो भागते हुए पूल के पास पहुंच गई । वो बहुत स्ट्रांग थी बस उसे तैरना नहीं आता था इस वजह से वो वही पर रुक गई । वो आदमी धीरे-धीरे उसके करीब आने लगा, पर वो पीछे नहीं जा सकती थी। एक सेकंड में उस आदमी ने उसके कमर को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा। वो उसके सीने से आ लगी । बेबी गर्ल.... मेरी तरफ देखो । वो उसकी आंखों में देखने लगी ।
पता नहीं उसे लगा उसे आखो मैं कुछ अलग है पर वो उसके सीने से लगे हुए थी , तभी उस आदमी ने कहा - गिर जाती अभी तुम , उस लड़की ने कहा आप है ना सम्भल लेंगे । उस शख्स ने कहा - इतना भरोसा करती हो मुझ पर । उस लड़की ने उसकी ओर देखते हुए कहा है - जब इतनी मोहब्बत है तो ऑफकोर्स भरोसा भी होगा । उस शख्स ने कहा - अगर तुम्हारा भरोसा टूट जाए तब ?? इतना कहकर - उसे खुद से दूर करते हुए पूल में ढाका दे दिया।
कुछ गिरने की आवाज से वो अपने होश में आई, तेज हवा के कारण से सामने रखा फ्लावर वाश गिर गया था। बाहर तेज़ बारिश हो रही थी,वो ग्लास को लेते हुए बाहर के तरफ़ आई ।
हवाएं तेज़ थीं…लेकिन उसके अंदर सब शांत था… बिल्कुल शांत… । उसके अंदर क्या चल रहा है उसके आखो से बताना मुश्किल था, वो चलते हुए बालकनी के तरफ आई, सामने तेज बारिश हो रही थी।
कुछ बाते फिर से उसके कानो में सुनाई दे रही थी। "कितने खूबसूरत पल हमने इस बारिश मै बिताए है न "। फिर वो अपने मान मै आए ख्यालों को झटकते हुए , सामने चांद को देखते हुए हल्का मुस्कुराई । फिर वाइन के एक शिप को अपने होठों से लगते हुए बोली ।
" तेरे प्यार ने सरेआम बदनाम कर दिया मुझे, शराब का गुलाम कर दिया मुझे "।।