सूरज आज कुछ ज्यादा ही चमक रहा था, जैसे उसने इंस्टाग्राम फिल्टर चुरा लिया हो। स्कूल के गलियारे छुट्टियों के बाद की चटपटी गपशप से गूंज रहे थे। और हमारी खुशी? वो तो अपनी दुनिया की सुपरस्टार थी—शांत, किताबों में खोई, हमेशा क्लास की आखिरी पंक्ति में, एक जंगल जैसे पौधे के पीछे छिपकर बैठने वाली। उसका मिशन? बिना किसी की नजरों में आए, बिना बकबक किए दिन निकालना। बस, थोड़ी-सी शांति, भगवान जी, प्लीज!
लेकिन तभी—धड़ाम!
घंटी बजी, जैसे कोई भूतनी ने तीन कॉफी पीकर माइक पकड़ लिया हो। नया सेमेस्टर शुरू।🚨 क्लास में हंसी-मजाक और अफवाहों का तूफान।
“नया टीचर आया है, सुना है फौजी टाइप सख्त है—पूरा ‘टाइगर जिंदा है’ वाइब!”
“अरे नहीं, मेरी मौसी बोली, वो तो सुपर चिल है। और हां, थोड़ा सलमान खान टाइप हॉट भी!”
“हॉट? यार, वो तो पूरा रणवीर सिंह का एनर्जी लेवल है!”
खुशी अपनी सीट पर और सिकुड़ गई, जैसे कोई कछुआ अपने खोल में घुस रहा हो। नया टीचर, हॉट टीचर, मुझे क्या? मैं तो बस गणित की कॉपी में डूडल बनाना चाहती हूं!
लेकिन तभी—बूम! एक गहरी, जानी-पहचानी आवाज गूंजी, जैसे कोई बॉलीवुड हीरो ट्रेलर लॉन्च कर रहा हो। “शुभ प्रभात, मेरे स्टूडेंट्स!”
खुशी का दिल धक्-धक्-धक्💓! उसका दिमाग चीखा: नहीं, ये वही वाला है! उसने अपनी लंबी फ्रिंज के पीछे से झांका👀। और वहां, क्लास के सामने, खड़ा था—वो!
अर्जुन।
वही बस वाला लड़का🚌। वही, जिसे खुशी ने पिछले हफ्ते बस में “बूढ़ा अंकल” कहकर चिढ़ाया था, जब उसने उसकी किताब को हवा में सुपरमैन स्टाइल में पकड़ा था।
उसके होंठों पर एक खतरनाक, शरारती मुस्कान थी। वो मुस्कान जो कह रही थी, “खुशी, तू तो गई! ये सेमेस्टर तेरा पर्सनल मसाला मूवी है!”
खुशी का चेहरा? लाल मिर्च से भी ज्यादा लाल। हाय भगवान, क्या मैं अभी मंगल ग्रह टेलीपोर्ट हो सकती हूं? या कम से कम वॉशरूम?
“मैं आपका नया गणित टीचर हूं,” अर्जुन ने कहा, उसकी आवाज में रणबीर कपूर वाला चार्म। “मुझे अर्जुन कहो। और हां, अब तुम सब की बारी—खुद का परिचय दो, और कुछ चटपटा बताओ!”
क्लास में कराहट का तूफान।
“परिचय? अरे, फिर से?”
“मेरा शौक तो बस पिज्जा खाना और नेटफ्लिक्स बिंज करना है!”
“मैं विक्की, मेरा टैलेंट है अपनी दीदी को तंग करके उनकी चीख रिकॉर्ड करना।”
खुशी का दिल डूब रहा था। उसकी बारी करीब आ रही थी, जैसे कोई मसालेदार ट्रेन सीधे उसकी तरफ दौड़ रही हो।
“और तुम, पीछे वाली पौधे की दोस्त!” अर्जुन ने टारगेट किया, उसकी नजरें खुशी पर लेजर बीम की तरह। डायरेक्ट हिट, यार😵!
खुशी धीरे से खड़ी हुई, जैसे कोई बेबी पेंगुइन बर्फ पर फिसल रहा हो। उसका चेहरा? 95% शर्मिंदगी, 5% इंसान।
“मैं… उह… खुशी,” उसने फुसफुसाया, जैसे कोई चींटी माइक पर बोल रही हो🐜।
“और शौक, खुशी? कुछ मसालेदार बताओ!” अर्जुन की भौंहें नाच रही थीं, मुस्कान पूरी शाहरुख खान स्टाइल।
खुशी ने सोचा, कुछ मत बोल, खुशी, चुप रह! लेकिन उसका मुंह बगावत कर गया।
“के-ड्रामा के दुखद अंत देखकर रात भर तकिए में मुंह छिपाकर रोना।”
खामोशी। फिर एक हंसी😂😂। फिर पूरी क्लास ठहाकों से फट पड़ी। एक लड़के ने तो हंसते-हंसते अपनी पानी की बोतल गिरा दी।
अर्जुन ने भी हल्के से हंसा, हाथ उठाकर बोला, “वाह, खुशी! मैंने तो क्रैश लैंडिंग ऑन यू देखकर पूरा टिश्यू बॉक्स खत्म कर दिया था। रिस्पेक्ट!”
खुशी धप्प से बैठ गई, चेहरा अब पूरी तरह लावा लाल। बस, अब मैं इनविजिबल बन जाऊं। प्लीज, भगवान!
लेकिन अर्जुन ने उसकी तरफ देखा और धीरे से कहा, “वैसे, खुशी, फिर मिले। ये तो मेरी लाइफ का टॉप-10 मूवी मोमेंट है!” उसकी आवाज में पूरा बॉलीवुड ड्रामा था।
क्लास एकदम से पलटी। भौंहें आसमान में। मुंह खुले।
“ओह्ह्ह्ह!” पूरी क्लास चिल्लाई, जैसे कोई मसाला मूवी का क्लाइमेक्स सीन चल रहा हो।
खुशी ने सोचा, ये क्या तमाशा है? मैं तो बस गणित पढ़ने आई थी, ये तो पूरा बाहुबली हो गया!
“खुशी, तू तो अब रील्स की रानी बन गई!” पीछे से किसी ने चिल्लाया।
हाय, मैं तो बस गायब होना चाहती हूं! खुशी ने अपनी सीट में और सिकुड़ते हुए सोचा।
अर्जुन ने व्हाइटबोर्ड की तरफ रुख किया। “चलो, अब असली मसाला शुरू करते हैं—क्वाड्रैटिक समीकरण!” उसने मार्कर को ऐसे लहराया जैसे वो कोई जादू की छड़ी हो।
क्लास फिर से कराह उठी। खुशी ने अपनी कॉपी खोली और नोट्स लेने का नाटक किया। असल में? वो एक सुपर ड्रामेटिक स्क्विड ड्रॉ कर रही थी, जिसके टेंटेकल्स में दिल टूटने वाले इमोजी थे। हां, मैं गणित छोड़कर स्क्विड आर्ट गैलरी खोलूंगी।
लेकिन हर कुछ सेकंड में उसकी नजर अर्जुन की तरफ चली जाती। क्या वो मुझे देख रहा है? नहीं… रुक, हां?! उसकी मुस्कान किसी बॉलीवुड अवॉर्ड जीतने लायक थी। ये इंसान इतना कॉन्फिडेंट कैसे है?
तभी अर्जुन ने चिल्लाया, “बताओ, इस समीकरण में x का मान क्या है?” बोर्ड पर लिखा समीकरण किसी एलियन स्पेसशिप का कोड लग रहा था—x, y, ब्रैकेट्स, और नंबरों का भूतिया डांस।
स्मार्ट बच्चे हाथ उठाने लगे, जैसे कोई मधुमक्खियों से भाग रहा हो। लेकिन खुशी? वो तो अपने स्क्विड को अब सनग्लासेस ड्रा कर रही थी। कूल स्क्विड, बेबी।
“खुशी!” अर्जुन की आवाज फिर गूंजी। अरे, मैंने तो हाथ भी नहीं उठाया, यार😫! उसका दिमाग चीखा।
“जवाब दो, स्टार स्टूडेंट!”
खुशी खड़ी हुई, उसका दिल ढोल की तरह बज रहा था। क्लास की हर नजर उस पर, जैसे वो कोई रियलिटी शो में हो। कूल बन, खुशी, कुछ तो बोल!
“मैं… उह… ये x तो किसी एलियन ग्रह से आया है ना?” उसने बुदबुदाया, उम्मीद में कि कोई हंसेगा।
धम्म! क्लास में हंसी का बम फटा। एक लड़का तो हंसते-हंसते अपनी चेयर से गिरते-गिरते बचा। दूसरा खर्राटे लेता सुअर बन गया।
खुशी का चेहरा? अब तो पूरा सूरज बन चुका था। बस, मेरा अंत हो गया। गणित और शर्मिंदगी ने मुझे फिनिश कर दिया!
“खामोश!” अर्जुन ने गुस्से से चिल्लाया, जैसे कोई सुपरहीरो विलेन को शांत कर रहा हो। “हंसना बंद करो, ये क्लास है, कोई स्टैंड-अप कॉमेडी शो नहीं!”
खुशी धप्प से बैठ गई, जैसे कोई उदास समोसा। कुर्सी, मुझे खा ले, प्लीज।
अर्जुन ने उसकी तरफ देखा। उसकी मुस्कान अब नरम थी, लेकिन फिर भी कुछ कह रही थी। क्या वो मुझे जानबूझकर टारगेट कर रहा है? या ये उसका चेहरा डिफॉल्ट में ऐसा ही है?
रिंग! घंटी बजी। आजादी की मिठास! खुशी ने सोचा।
“अगली बार तक ये समीकरण हल करके लाना!” अर्जुन ने कहा, और खुशी की तरफ एक आखिरी नजर डाली, जैसे वो कोई मूवी डायरेक्टर हो।
खुशी तब तक नहीं हिली जब तक क्लास खाली नहीं हो गई। फिर—ज़ूम! वो बाथरूम की तरफ भागी, जहां टूटे सपने और मस्कारा धुलते हैं। उसने अपने चेहरे पर ठंडा पानी मारा। हां, थोड़ा बेहतर।
लेकिन तभी—अरे बाप रे! आइने में रिया। वो रिया, जो क्लास में खुशी की बेइज्जती पर सबसे जोर से हंसी थी। वो लिप ग्लॉस लगा रही थी, जैसे कोई बॉलीवुड डीवा रील्स शूट कर रही हो।
रिया ने खुशी को देखा और मुस्कुराई, जैसे कोई शार्क ने लंच स्पॉट कर लिया हो। “अरे वाह, हमारी गणित की शहजादी! क्या बात है, खुशी, तू तो अर्जुन सर का ध्यान खींचने में मास्टर है, या बस ड्रामे की दुकान खोल रही है?”
खुशी के दांत भिंच गए। उसका दिमाग चिल्लाया: रिया, तेरा दिमाग तो हंसी से पॉपकॉर्न बन गया होगा, या तेरा चेहरा हमेशा ऐसा ही ड्रामेबाज रहता है?
लेकिन उसका मुंह? चुपचाप। उसका दिल ज्वालामुखी, लेकिन होंठ सुपर ग्लू से चिपके हुए।
रिया ने उसकी चुप्पी को और भुनाया। “खुशी, अगर तू अर्जुन सर को इंप्रेस करने की कोशिश कर रही है, तो सुन ले—वो मेरा है! मैंने तो अपनी डायरी में पहले ही उसका नाम लिख लिया है, समझी?” उसने खलनायिका स्टाइल में कहा, आंखें चमकाते हुए।
खुशी ने सोचा, रिया, तू हर बार मुझसे क्यों उलझती है? मैंने तो कभी नहीं कहा कि मुझे अर्जुन में इंटरेस्ट है! मैं तो बस अपने स्क्विड के साथ खुश हूं!
रिया ने एक ड्रामेटिक हंसी छोड़ी और अपने बाल उछालते हुए बाहर निकल गई, जैसे कोई रैंप वॉक कर रही हो। क्लिक-क्लिक—उसकी हील्स की आवाज गलियारे में गूंजी।
खुशी ने आइने में खुद को देखा। उसका चेहरा? सूरज से भी ज्यादा चटक। “ये सेमेस्टर मेरी जिंदगी का सबसे लंबा मसाला मूवी होने वाला है,” उसने बुदबुदाया।😣