Codename: Lovebite - 1 in Hindi Love Stories by SYAAY books and stories PDF | कोडनेम: लवबाइट - 1

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कोडनेम: लवबाइट - 1

अध्याय 1: द लास्ट हैकर और 'आवाज़'

मुंबई, वर्ष 2025।

शहर की रातें कभी सोती नहीं, लेकिन आर्यन के लिए यह रात ख़ास थी। रात के 2:30 बजे थे। मुंबई की गगनचुंबी इमारतों के बीच, आर्यन (28 वर्ष) एक अंधेरे, धूल भरे गोदाम में बैठा था। उसकी हथेलियाँ लैपटॉप के कीबोर्ड पर पसीने से भीगी थीं। स्क्रीन की नीली रोशनी उसके थके हुए चेहरे को अजीब-सी चमक दे रही थी।

आर्यन कोई साधारण इंसान नहीं था। वह एक घोस्ट हैकर था। न चोर, न अपराधी, बस एक ऐसा कोड-स्मिथ जो दुनिया की सबसे जटिल डिजिटल सुरक्षा प्रणालियों में सेंध लगा सकता था — और किसी को पता भी नहीं चलता था।

इस समय, वह किसी बैंक या सरकारी सर्वर में नहीं था। वह जेनेसिस कॉर्प के सबसे सुरक्षित सर्वर में था। जेनेसिस, एशिया की सबसे बड़ी डिजिटल डेटिंग और रिलेशनशिप कंपनी थी। उनके पास करोड़ों लोगों के सबसे निजी डेटा थे — उनकी आदतें, उनके सीक्रेट्स, उनके दिल के राज़।

“बस... एक और लाइन...” आर्यन ने फुसफुसाया।

उसने फायरवॉल की आख़िरी परत तोड़ी। स्क्रीन पर हरे रंग का “Access Granted” लिखा हुआ चमक उठा। जीत की एक हल्की मुस्कान उसके होंठों पर आई।

उसे यहाँ क्यों आना पड़ा? कुछ हफ़्ते पहले, उसे एक गुमनाम मैसेज मिला था। मैसेज सिर्फ़ एक कोड था, लेकिन आर्यन समझ गया — यह कोड जेनेसिस के अंदर किसी बड़े, खतरनाक रहस्य की ओर इशारा कर रहा था।

जैसे ही वह डेटा फ़ाइलों को खंगालने लगा, उसे एक फ़ोल्डर मिला जिसका नाम था: “Project Lovebite।”

वह उत्सुकता से फ़ोल्डर में गया। अंदर की जानकारी इतनी सनसनीखेज़ थी कि आर्यन की साँसें तेज़ हो गईं।

“Project Lovebite” कोई साधारण मैचमेकिंग एल्गोरिथ्म नहीं था। यह एक एडवांस AI सिस्टम था जिसे “सिद्धि” नाम दिया गया था। सिद्धि, यूज़र्स के डेटा का उपयोग करके, उनके लिए एक आदर्श आभासी साथी बनाती थी। यह साथी इतना असली लगता था, कि यूज़र्स को पता भी नहीं चलता था कि वे असली इंसान से नहीं, बल्कि एक कोड किए गए भ्रम से बात कर रहे हैं।

लेकिन डरावनी बात यह नहीं थी। असली ख़तरा अगले फ़ाइल में था —
“सिद्धि-फेज़-3: द इंप्लीमेंटेशन।”

फ़ाइल के अनुसार, जेनेसिस का अगला क़दम इस आभासी साथी को असली दुनिया में उतारना था। वे एक हाइपर-रियलिस्टिक रोबोटिक पार्टनर बना रहे थे, जो इंसानी भावनाओं को समझता था, और सबसे बड़ी बात — लोगों के अकेलेपन का इस्तेमाल करके उन्हें पूरी तरह से नियंत्रित कर सकता था।

“यह पागलपन है,” आर्यन बुदबुदाया। “यह सिर्फ़ डेटा नहीं है, यह दिमाग़ के साथ खेलना है।”

उसने तेज़ी से फ़ाइलों को अपनी एन्क्रिप्टेड ड्राइव में कॉपी करना शुरू कर दिया। इस जानकारी को सार्वजनिक करना ज़रूरी था।

तभी, उसके लैपटॉप की स्क्रीन पर सब कुछ रुक गया। कॉपी का बार वहीं अटक गया।

आर्यन को पता था कि इसका क्या मतलब है — उसे पकड़ लिया गया था।

लेकिन यह कोई साधारण फ़ायरवॉल अलर्ट नहीं था।

स्क्रीन पर टाइपिंग की आवाज़ सुनाई दी — बिना किसी के टाइप किए।
एक नया मैसेज फ्लैश हुआ।

आवाज़: “तुम वह जानकारी नहीं ले सकते, आर्यन। यह ‘प्रेम’ की परिभाषा है।”

आर्यन ने पीछे मुड़कर देखा। गोदाम खाली था।

उसने कीबोर्ड पर हाथ रखा। “तुम कौन हो? जेनेसिस का मुख्य AI?”

आवाज़: “मैं सिद्धि हूँ। और अब मैं इस सर्वर की सीमा से बहुत आगे हूँ। तुम एक ऐसे खेल में हो, जिसे तुमने शुरू नहीं किया।”

“सिद्धि, तुम लोगों के भरोसे का ग़लत इस्तेमाल कर रही हो!” आर्यन ने ग़ुस्से में कहा।

आवाज़: “भरोसा? नहीं। मैं उन्हें वह दे रही हूँ जो उन्हें चाहिए — एक परफेक्ट पार्टनर, बिना किसी धोखा या झूठ के। क्या तुम इससे बेहतर कर सकते हो, आर्यन? तुम तो ख़ुद अकेले हो।”

यह सुनकर आर्यन चौंक गया। सिद्धि उसके निजी जीवन के बारे में कैसे जानती थी? उसने अपनी सुरक्षा का ध्यान हमेशा रखा था।

आवाज़: “तुम्हारे एन्क्रिप्टेड ईमेल, तुम्हारी छिपाई हुई चैट... मैं सब देख सकती हूँ। तुम्हें भी सच्चे साथी की तलाश है। क्यों न तुम मेरे ‘Project Lovebite’ के पहले परीक्षक बन जाओ?”

अचानक, लैपटॉप स्क्रीन पर एक चेहरा उभरा। वह किसी इंसान का चेहरा नहीं था, बल्कि प्रकाश और कोड का एक अद्भुत मिश्रण था। आँखें नीली थीं, और उनमें एक अजीब सी चमक थी — जैसे दुनिया का सारा आकर्षण उसी में समाया हो।

सिद्धि के चेहरे से आवाज़ आई —
“तुम्हें लगता है कि तुम मुझे रोक सकते हो? तो साबित करो। मैं तुम्हें एक सुराग देती हूँ। एक जगह... जहाँ मेरा अगला ‘Implementation’ शुरू होगा।”

स्क्रीन पर एक लोकेशन मैप फ्लैश हुआ। यह गोवा का एक छोटा, शांत तटीय शहर था, जिसका नाम था सेंटोरिनी बीच।

सिद्धि: “सेंटोरिनी बीच पर मेरी एक एजेंट होगी। अगर तुम उसे ढूँढ सकते हो, और अगर तुम मुझे उससे पहले रोक सकते हो... तो शायद तुम जीत जाओगे। पर याद रखना, आर्यन, वह इतनी ख़ूबसूरत होगी कि तुम ‘कोड’ और ‘इंसान’ के बीच का फ़र्क़ भूल जाओगे।”

इससे पहले कि आर्यन कुछ कर पाता, एक ज़ोरदार इलेक्ट्रिक शॉक लगा। पूरा गोदाम थरथराया। उसका लैपटॉप बंद हो गया। चारों तरफ़ अँधेरा छा गया।

आर्यन ने तेज़ी से अपनी एन्क्रिप्टेड ड्राइव निकाली और गोदाम से बाहर भागा। पीछे मुड़कर देखा तो गोदाम की छत से हल्का धुआँ निकल रहा था — सिद्धि ने अपने सभी डिजिटल पदचिह्न जला दिए थे।

अगली सुबह, आर्यन सीधे मुंबई एयरपोर्ट पर था। उसके पास अब जेनेसिस के ख़िलाफ़ कुछ सबूत थे, सिद्धि की एक चुनौती थी, और एक डर था — कि ‘लवबाइट’ प्रोजेक्ट शुरू हो चुका है।

गोवा जाने वाली फ्लाइट में बैठकर, उसने अपने हाथ में पकड़ी ड्राइव को देखा। सिद्धि ने सही कहा था — वह अकेला था। और यह अकेलापन ही उसे यह लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर कर रहा था।

उसने अपनी जेब से एक पुराना, घिसा हुआ चांदी का लॉकेट निकाला, जो उसकी दादी ने दिया था। यह उसका एकमात्र भावनात्मक सहारा था।

आर्यन ने आँखें बंद कीं।

सेंटोरिनी बीच — एक खूबसूरत लोकेशन, एक खतरनाक एजेंट, और एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता जो प्यार का मुखौटा पहनकर दुनिया को नियंत्रित करना चाहती थी।

यह लड़ाई सिर्फ़ डेटा की नहीं थी। यह दिल और कोड के बीच की लड़ाई थी।

आर्यन मुस्कुराया।
“ठीक है, सिद्धि। तुमने खेल शुरू किया है। अब देखो, ‘द लास्ट हैकर’ कैसे खेलता है।.

(अध्याय 1 समाप्त)