त्योहारों की छुट्टियां और आपका दिल
क्या आप जानते हैं कि त्योहारों के अवसर पर छुट्टियों में आपका दिल ओवरटाइम काम कर रहा होगा !
आमतौर पर हमारे देश में सितंबर से दिसंबर तक त्योहारों का सीजन होता है . दस दिनों का दुर्गा पूजा उत्सव हो या , जगमगाती दिवाली , क्रिसमस और नए वर्ष का दिन सभी छुट्टियों में परिवार के साथ बड़ा भोजन, देर रात तक हंसी-मजाक और अक्सर कुछ लोग शायद जश्न के तौर पर एक या दो ड्रिंक का आनंद लेते हैं . पर इस दौरान कभी नींद की कमी, नमकीन भोजन, कॉकटेल, तनाव, यात्रा थकावट और निर्जलीकरण ( डिहाइड्रेशन ) का सामना करना पड़ सकता है .
इन सबको एक साथ मिलाने से आपके दिल की धड़कन सिर्फ अनियमित ही नहीं हो सकती, बल्कि यह अनियमित लय में भी चलने लग सकती है . जैसे-जैसे त्योहारों के उत्सव पर मौज मस्ती का दौर बढ़ता है वैसे वैसे हमारे दिल पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है .हार्ट स्पेशलिस्ट एक खास स्थिति के बारे में चेतावनी देते हैं - हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम, जो अत्यधिक शराब पीने, अधिक खाने, निर्जलीकरण और तनाव से उत्पन्न होने वाली हृदय रिद्म में एक अस्थायी गड़बड़ी है .
छुट्टियों का मौसम दिल की धड़कन संबंधी समस्याओं के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा कर सकता है , यहाँ तक कि जिन लोगों को पहले कभी दिल की कोई समस्या नहीं रही हो , उन्हें भी . अचानक अनियमित दिल की धड़कन का अनुभव हो सकता है , ऐसा हृदय विशेषज्ञ का कहना है और वे इसे हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम कहते हैं .
हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम क्या है - हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम हृदय की लय में एक अस्थायी गड़बड़ी है, जो आमतौर पर एट्रियल फाइब्रिलेशन (AFib) कहा जाता है .
अक्सर त्योहारों में उत्सव के दौरान या उसके बाद ऐसा हो सकता है - एक स्वस्थ हृदय वाले व्यक्ति को भी अचानक निम्नलिखित लक्षण महसूस हो सकते हैं:-
तेज़ दिल की धड़कन
सीने में फड़फड़ाहट
अनियमित, "बेमेल" लय
पर ऐसा क्यों होता है -
बताया गया है कि छुट्टियों के दौरान हृदय संबंधी समस्या के पीछे का कारण क्या है:-
अत्यधिक शराब पीने से शरीर में सिंपैथेटिक तंत्रिका तंत्र ( sympathetic nervous system )
में अचानक उछाल आता है, जिससे हृदय गति तेज हो जाती है .
कुछ घंटों बाद, हैंगओवर की अवधि के कारण पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र ( parasympathetic nervous system )में अचानक बदलाव आता है, जिससे दिल की धड़कन अनियमित होने की संभावना बढ़ जाती है .
शराब पीने से हृदय के बाएं आलिंद ( atrium ) के खाली होने की दर अस्थायी रूप से कम हो जाती है . यह एक यांत्रिक परिवर्तन है जिससे एट्रियल फाइब्रिलेशन (AFib) होने की संभावना बढ़ जाती है .
डिहाइड्रेशन नमकीन भोजन और अल्पनिद्रा को भी इसमें जोड़ दें, तो हृदय की विद्युत प्रणाली ओवरलोड हो सकती है .
हालांकि एट्रियल फाइब्रिलेशन (AFib) एक आम लय संबंधी गड़बड़ी है, लेकिन हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम के दुर्लभ मामले संवेदनशील व्यक्तियों में खतरनाक वेंट्रिकुलर अतालता (Ventricular Arrhythmia) और यहां तक कि कार्डियक अरेस्ट का कारण भी बन सकते हैं .
सबसे ज्यादा खतरा किसे है -
दरअसल किसी को भी छुट्टियों के दौरान दिल की बीमारी हो सकती है लेकिन अगर आपको निम्नलिखित समस्याएं हैं तो आपको अधिक खतरा है:-
65+ वाले बुजुर्ग
हाई ब्लड प्रेशर
मोटापा
स्लीप एप्निया
मधुमेह
नमक की अधिक मात्रा वाला भोजन
निर्जलीकरण
तनाव, यात्रा की थकान, नींद की कमी
उत्तेजक पदार्थों या कुछ दवाओं का उपयोग
देखने में आया है कि जो लोग कभी-कभार ही शराब पीते हैं, वे भी एक रात में अधिक मात्रा में शराब पीने से एट्रियल फाइब्रिलेशन (AFib) के शिकार हो सकते हैं . इसलिए त्योहारों और नए साल पर ऐसे मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिलती है .
सावधान रहें: बार-बार अत्यधिक शराब पीने से दीर्घकालिक AFib का खतरा बढ़ जाता है।
अधिक शराब पीने वालों में हृदय गति रुकने का खतरा भी बढ़ जाता है .
आपको किन लक्षणों के प्रति सचेत रहना चाहिए -
हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम के लक्षण आमतौर पर शराब पीने के 12 से 36 घंटे बाद दिखाई देते हैं - अक्सर अगली सुबह तेज या अनियमित दिल की धड़कन
सीने में तकलीफ
अचानक थकान
धड़कन
हल्कापन या चक्कर आना
सांस लेने में कठिनाई
अक्सर एट्रियल फाइब्रिलेशन (AFib) अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन बिना उपचार वाला एट्रियल फाइब्रिलेशन (AFib) से स्ट्रोक, , हार्ट फेल्योर और कार्डियोमायोपैथी का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए इसे हल्के में न लें।
मदद कब लेनी चाहिए
यदि आपके लक्षण कुछ घंटों तक बने रहें , तो प्रतीक्षा न करें - इमेर्जेन्सी में जाएं।
निम्नलिखित स्थितियों में तत्काल चिकित्सा सहायता लें:
लगातार अनियमित दिल की धड़कन
बेहोशी या बेहोशी के करीब होना
छाती में दर्द
सांस लेने में गंभीर तकलीफ
यदि लक्षण ठीक हो जाते हैं लेकिन आपको अभी भी चिंता है, तो हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें .
हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम से बचने के उपाय -
यदि आपको उच्च रक्तचाप, एट्रियल फाइब्रिलेशन या मधुमेह है तो शराब से पूरी तरह परहेज करें , भरपूर पानी पिएं और पर्याप्त आराम करें
दिल की सेहत के लिए कुछ अन्य उपयोगी सुझाव:
व्यस्त दिनचर्या से कुछ समय के लिए विराम लें
एनर्जी ड्रिंक में अल्कोहल मिलाने से बचें
हाइड्रेटेड रहें
अच्छी नींद
खाली पेट शराब न पिएं
नमक का सेवन कम करें ( त्योहारों के भोजन में पहले से ही काफी नमक होता है)
अगर आपको दिल की धड़कन तेज होने की समस्या है, तो अपने स्मार्ट वॉच का इस्तेमाल करके अपनी हृदय गति पर नज़र रखें
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