डिअर सर....... by puja in Hindi Novels
वो उमस भरी गर्मियों के गुजरने के दिन थे। नहाकर बाथरूम से बाहर निकलो तो दोबारा पसीने से नहाना हो जाता। पानी से इतनी ठंडक...
डिअर सर....... by puja in Hindi Novels
आज काफी देर से लाइट नहीं थी तो अंधेरा होने से पहले ही लालटेन जलानी थी। एनी जैसे ही लालटेन साफ करने बाहर निकली उसकी चीख न...