फरमाइश... by puja in Hindi Novels
बात काफी पुरानी है, जब दुनिया इंटरनेट की स्पीड से नहीं, तार और टेलीग्राम की रफ्तार से भागती थी। अनुज की जान-पहचान उस घर...
फरमाइश... by puja in Hindi Novels
अगली सुबह जब उसकी आंख खुली तो उसे शोरगुल में वही मीठी मगर दबी सी आवाज सुनाई दी। 'पहले तो ऐसा कभी नहीं हुआ। कोई मजबूर...