एक औरत की ख़ामोश उड़ान by Mohini in Hindi Novels
अध्याय 1: तन्हाईयों की छाँव मेंकुछ कहानियाँ ज़ोर से नहीं बोली जातीं, बस चुपचाप जी जाती हैं। ये कहानी भी कुछ वैसी ही है —...
एक औरत की ख़ामोश उड़ान by Mohini in Hindi Novels
अध्याय 2: ख़ामोशी की ज़मीन पर खड़ी होती औरत वो औरत अब भी गिरती थी। कभी अपनी भावनाओं से, कभी उम्मीदों से।लेकिन हर बार गिर...