Luck Ka Khel: The Unlucky Millionaire by Arkan

Luck Ka Khel: The Unlucky Millionaire by Arkan in Hindi Novels
अध्याय 1: एक आम आदमी की सुबहसुबह के सात बजे थे। अलार्म की चीख ने जय मेहता की नींद तोड़ दी। आँखें मलते हुए वह उठा, और हमे...
Luck Ka Khel: The Unlucky Millionaire by Arkan in Hindi Novels
१. लकी  का  किस्मत कहते हैं कि दिल्ली दिलबरों की है , दिलजलों की है। कहते तो ये भी हैं कि दिल्ली दिल्फ़रेबों की भी है, औ...