उड़ान. by Asfal Ashok in Hindi Novels
तीस साल की दिव्या, श्वेत साड़ी में लिपटी एक ऐसी लड़की, जिसके कदमों में घुंघरू थे, पर कंधों पर सालों से एक अदृश्य बोझ।घर मे...
उड़ान. by Asfal Ashok in Hindi Novels
शाम से बातें शुरू हो गईं।उन्होंने लिखा—'दिव्या, तुम्हारी लेखनी में दर्द भी है और विद्रोह भी। मैंने कभी किसी में इतनी...