The Great Gorila by Ravi Bhanushali

The Great Gorila by Ravi Bhanushali in Hindi Novels
घने जंगल के हृदय में, जहाँ सूरज की रोशनी भी डरते-डरते ज़मीन तक पहुँचती थी, वहाँ एक ऐसा प्राणी रहता था जिसकी कहानी पीढ़िय...
The Great Gorila by Ravi Bhanushali in Hindi Novels
जंगल अब पहले जैसा नहीं रहा था। जहाँ कभी राख और सन्नाटा था, वहाँ फिर से हरियाली लौट आई थी। नई बेलें पुराने पेड़ों से लिपट...