The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.
दिल्ली की हल्की ठंडी शामें यूं तो हर किसी को भीतर तक भिगो देती हैं, मगर उस दिन क...
“माही, तुझे लगता है कि जंगल में इतनी दूर भी कोई मंदिर होगा?” जिद चलते-चलते ही बो...
— प्रस्तुत है — भारत की सबसे रहस्यमयी सच्चाई का अंतिम अध्याय:प्रस्तावना:इस अंति...
(अमावस्या की रात, सनी और उसकी गर्भवती पत्नी निशा जंगल से गुजर रहे होते हैं। निशा...
" कहते हैं सपना तो सपना ही होता है प्रभु! उसकी उम्र नहीं होती, और जो सपना एक उम्...
वो स्पोर्ट्स कार इतनी तेज़ी से उछलकर सड़क पर आकर रुकी थी कि उसके टकराने से सड़क...
कहते हैं, इतिहास कभी पूरी तरह ख़त्म नहीं होता। कुछ कहानियाँ दीवारों में कैद रह ज...
कैंटीन की उस टेबल पर बैठकर, जब दो लोग खाने की थाली बांटते हैं…तो सिर्फ खाना नहीं...
64 ग्रंथों के रचयिता महात्मा बनादास जी महाराज अवध की पुण्य सलिला सरयू की श...
पहली बार वो घर आई(उपन्यास: काठगोदाम की गर्मियाँ | लेखक: धीरेंद्र सिंह बिष्ट)शादी...
कुछ रचनाऐं भाव के प्रवाह मेंं .... सोचने को क्षजबूर करेंगी । संवाद तब पूर्ण होगा जब पाठक पढ़ेगा और चिंतन करेगा।
"बेनाम शायरी"??? ?? ??? ?? ???क्रूर भी है, निष्ठुर भी है, वो खुदा मेरा मगरुर भी है।"बेनाम" हलक में बैठा वो खुदा मेरा गुरूर भी है।।??? ?? ??? ?? ???कोई लफ्ज...
इतनी कृपा दिखना राघव, कभी न हो अभिमान, मस्तक ऊँचा रहे मान से, ऐसे हों सब काम। रहें समर्पित, करें लोक हित, देना यह आशीष, विनत भाव से प्रभु चरणों में, झुका रहे यह शीष। कर...
सिर्फ तुम... यकीन नहीं होता कभी हम मिले थे कुछ तुम दर्द में थे, कुछ हमें भी गिले थे.. ये अधूरा इश्क़ कब पूरा सा हुआ, कब अधूरी सी ज़िन्दगी पूरी सी हुई.. ये बेदर्द सी खुशियां, इतनी हसी...
?????????????? अब हम भी इश्क दोबारा करेंगे उजड़े हुए दिल फिर से बसेंगेहम कभी तो फिर से मोहब्बत करेंगेमाना दिल में जख्म अभी ताजा हैकभी तो ये जख्म भी भरेंगेअब हम भी इश्क...
काव्य संकलन - समय का दौर वेदराम प्रजापति मनमस्त सम्पर्क सूत्र. गायत्री शक्ति...
1. हमारे प्रेम के अमरत्व का पल तुम्हारा स्वर सदा की तरह, आत्मीयता के चरम बिंदु सा कोमल था. आगे महाभारत है, अब वापस आना नहीं होगा. तुम मेरी शक्ति हो, तुम्हारे नयन सजल हुए, तो मैं...
गाथा पुरानी है बहुत, सब लोग इसको जानते वाल्मीकि ऋषि की लेखनी के तेज को सब मानते है विदित सबको राम सिय का चरित-रामायण कथा वर्णित हुआ मद, मोह, ईर्ष्या, त्याग, तप, दारुण व्यथ...
वीणापाणि नमन है तुमको, मेरे कंठ में कर लो वास।देकर ज्ञान पुंज हे माता, निमिष में संशय कर दो नाश।।हे गौरी-शिव शंकर के सुत, मुझ अज्ञानी का ध्यान करो।कर दो विवेक की वर्षा अब, और प्रभु...
कुछ अल्फ़ाज़ जो आपको अपने से लगेंगे ,नज़्म जो आपकी कहानी कहती हुई सी है
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser