Quotes by Akanksha Vaishnav in Bitesapp read free

Akanksha Vaishnav

Akanksha Vaishnav

@akankshavaishnav.415902


मन में सवालों का सैलाब सा उमड़ आया है
हर घड़ी कुछ करने का तय कर फिर मन क्यों
समय गवाने को बहकाया है।।
इरादे है मजबूत और साहस की भरमार है
पर इन हवाओं ने फिर पैरो को डगमगाया है।।
कुछ ठान के निकले थे जो कदम उनमें ऊर्जा काम तो नई हुई
बस इस नगर की कठिनाइयों ने धीमा इन्हे बनाया है।।
कभी मंद तो कभी तीव्र ये निरंतरता थमनी नहीं चाहिए
प्रतिदिन एक समान तो नही पर मेहनत होनी चाहिए।।
- Akanksha Vaishnav

Read More

मां एक शब्द नहीं मेरी पूरी दुनिया वही है

जिसकी ममता पाने श्री कृष्ण ने धरती पर जन्म लिया मां वही है।।

बच्चे पे जिसका दिन शुरू बच्चे पे जिसकी रात खतम हो जाती है

बच्चे के हठ पर मां चांद को भी धरती पे ले आती है ।

आंचल के छांव के जिसके पूरा दिन गुजर जाता है

छोटी सी चोट पे भी उसका ही नाम याद आता है ।।

उंगली पकड़कर चलना वो शिखाती है

बच्चे के लिए उसकी पहली गुरु बन जाती है ।।

जिसके बारे मे लिखना शुरू करूं तो पूरी वर्णमाला कम पड़ जाती है

पूरी दुनिया जिसे धरती पर भगवान का दूसरा रूप

और मां बुलाती हैं।।।

Read More