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धैर्य,संयम, मेहनत और लगन के आगे वक्त, किस्मत और हालात को भी आज नहीं तो कल घुटने टेकने ही पड़ते हैं। सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
आपकी कामयाबी पर बेशक सभी आपकी पीठ थपथपाएंगे लेकिन खुश केवल वही होंगे जिन्होंने आपका संघर्ष देखा होगा बाकी तो इसे किस्मत का खेल बताएंगे। सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
मत उलझिए इस जिंदगी के हिसाब किताब में बस बहने दीजिए खुद को इसकी मंद बयार में ।। सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
कोई ठोकर खाकर गिर गया कोई ठोकर खाकर संभल गया कोई सीख लेकर आगे बढ़ गया समझ समझ का बस फेर है कोई बिगड़ गया, कोई संवर गया। सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
जो बोलने से पहले थोड़ा सोच विचार करते हैं वो दूसरों की नजरों में शर्मिंदा होने से बचते हैं। सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
किताब सी हो गई है जिंदगी अब इन्हें पढ़ने की फुर्सत किसे!! सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
जिस प्रकार हम गुलाब की खूबसूरती के आगे उसके कांटों को नजर अंदाज कर देते हैं उसी प्रकार इंसान की अच्छाइयों के समक्ष उसकी छोटी-मोटी कमियों को नजरअंदाज करना ही समझदारी है। सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
हवा संग उड़कर आया वो एक नन्हा बीज गिर जमीन की गोद में अपना घर बनाता है प्रकृति से पाकर हवा पानी और रोशनी वह बीज से पौधा, फिर एक हरा भरा वृक्ष बन पर्यावरण को शुद्ध बना अपना ऋण चुकाता है। सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
उसकी वो एक खास नजर कर गई दिल पर कुछ ऐसा असर धड़कता तो है अब भी मेरे सीने में बस कमबख्त पे रहा मेरा इख्तियार नहीं। सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
पानी के बुलबुले सी है ख्वाहिशें उठती हैं मचलती हैं मारती है कुछ देर हिलोरे फिर जान नियति अपनी शांत सी विलीन हो जाती हैं। सरोज प्रजापति ✍️ - Saroj Prajapati
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