hindi Best Moral Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • टूटे तारे

    टूटे तारे.     (लघु कथा)          ...

  • चाहत - 2

    इसके पहले हिस्से मे हमने देखा की रोशनी अपने आप मे खोयी हुई कही जा रही है ।और गिर...

  • कुछ बदलाव ज़रूरी

    "बदलते वक़्त पर कुछ ही लोगों का हक है क्या?" अपनी मम्मी से शिवाली ने पूछा, घर मे...

टूटे तारे By इशरत हिदायत ख़ान

टूटे तारे.     (लघु कथा)                   -ख़ान इशरत परवेज़ "क्या लाऊँ, साहब?" बड़ी ही नम्रता से उसने पूछा. म...

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खेल प्यार का...भाग - 3 By Sayra Ishak Khan

खेल प्यार का....भाग 3प्रस्तावनायह कहानी वसिम और कायनात की प्रेम कहानी है मैं इस कहानी को आपके समक्ष पहली बार रजू करने जा रही हूं!  लिखना आता है या नहीं वह तो आप पर निर्भर करता...

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OUT OF CONTROL - 4 By Raaj

(जेरी , स्टेसी और चक तीनो अपनी आंखें बंद करते हैं और उस पोधेको छूते हैं  । उस पौधे को छूतेही बेन्जेमिन के घर का दरवाजा खुल जाता हैं । तीनो घर के अंदर प्रवेश करते हैं । अब आगे...

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चाहत - 2 By p

इसके पहले हिस्से मे हमने देखा की रोशनी अपने आप मे खोयी हुई कही जा रही है ।और गिर जाती है तो आइये अब जानते है की आगे क्या होता है रोशनी की लाइफ मे ।        &nbsp...

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तुम मिले - 5 By Ashish Kumar Trivedi

                        तुम मिले (5)सुकेतु ने जानबूझ कर मुग्धा को अपने घर पर मिलने बुलाया था। अब तक मुग्धा और उसकी माँ ए...

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कुछ बदलाव ज़रूरी By Ajitesh Arya Firenib

"बदलते वक़्त पर कुछ ही लोगों का हक है क्या?" अपनी मम्मी से शिवाली ने पूछा, घर में चर्चा ज़ोरों पर थी, अठ्ठ‌ईस वर्षीया शिवाली जो सरकारी बैंक में मैनेजर हो गई है उसके लिए योग्य वर कौ...

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मेरे दिल का हाल भाग-2 By Shaihla Ansari

मायरा अली के साथ दिल्ली आ गई। अली ने मायरा का सारा काम करा दिया था। कॉलेज में एडमिशन, हॉस्टल में रहने का इंतजाम अली ने सारा काम बखूबी करवा दिया था। दिल्ली से चलते वक्त अली ने मायरा...

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कर्ज By Daisy

ज्ञानचंद अस्पताल के आईसीयू बाहर परेशान सा  टहल रहा है ।तभी आईसीयू से बाहर एक नर्स ज्ञानचंद को बोलती है ,आपके बेटे के पास कम समय है वह आपसे कुछ बात करना चाहता है और अपनी पत्नी...

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पिता जी सूर्या जीजी के लिए नहीं रोये थे By Nirdesh Nidhi

                     “पिता जी सूर्या जीजी के लिए नहीं रोये थे”कड़कड़ाती सर्दी भरी...

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झुकी हुई फूलों भरी डाल - 7 By Neelam Kulshreshtha

एक समाजसेविका अविवाहित रहने का व स्त्रियों के लिए काम करने का व्रत लेती है। शोध करने वडोदरा आती है क्योंकि गुजरात आत्महत्या करने वाली स्त्रियों के आंकड़ों में अग्रणी है। यहाँ उसे पत...

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उनका प्रश्न By Nirdesh Nidhi

      “उनका प्रश्न” दूसरे स्टेशन पर समय के साथ पहुँचने का वादा निभाना था न सो ट्रेन ने सीटी दी और धीरे - धीरे अपने वृत्ताकार पाँवों को लोहे की पटरियों...

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अफसोस By shekhar kharadi Idriya

अचानक मोबाईल की रिंग टाॅन बजी , बड़ी हड़बड़ी में मनीषने कोल रिंसीव किया ।।" हेल्लो... कौन  ?मैं दामिनी...!कौन दामिनी  ?तुम्हारे कोलेज की बेस्ट फ्रेंड...क्या आप मुझे नही प...

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बलात्कारी शादियां हैं ये By Ajitesh Arya Firenib

एकल परिवार की संख्या बढ़ती जारही है, शायद भीड़ भरी दुनियां भी भीड़ से परेशान है, आज वक़्त बदल चुका है, हम किसी को फोन करें तो एक सवाल और पूछने लगे है , 'कहां है आप?' क्यूंक...

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खामोश मोहब्बत By Shaihla Ansari

सादत खान एक देहाती इंसान थे। अपने उसूलों के पक्के, जो बात उनकी जबान से निकल जाती वो पत्थर की लकीर हो जाती। 3 साल पहले गांव में अपनी जमीन जायदाद बेचकर यहां शहर में आ बसे लेकिन रोब आ...

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राबिया का जूता By Omprakash Kshatriya

राबिया का जूता ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' राबिया अपने भाई के पुराने जूते पहन—पहन कर परेशान हो गई थी. उस ने कई कोशिश की मगर, उसे नए जूते नहीं मिले. इस बार उस ने पापा से कह दिया, ''...

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वैसी लड़की By Ravi

1सब से सुना पन महसूस हो रहा है। इस फैले हुए आसमान से, धूप से। धरती सबसे छोटी हो चुकी है। जैसे इस धरती पर कोई है ही नहीं। हवा चेहरे को और भी ज़्यादा सूखा रही है। पता नहीं गीता को मेह...

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ख़्वाहिश By Shaihla Ansari

चलती ट्रेन पकड़ने के चक्कर में वो अपने बैग के साथ बड़ी जोर से गिरी थी। बैठते हुए लायबा ने अपनी कोहनी को सहलाया था। उसने बोगी में इधर उधर  देखा तो वहां बैठे लोग उसे ही देख रहे...

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मंजिल प्यार की By Ankit Maharshi

"   शिवम अरे आ भी जाओ ना यार... क्या हो गया तुम्हारी आंखों को..."   " आज पता नहीं क्या हुआ ..."" रुको तुम यह सेहरा लगा के देखो "  शिवम की आंखें लाल थी और व...

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अहसास. By Shaihla Ansari

"मां बहुत भूख बहुत लगी है.... जल्दी खाना लगाओ" राज ने कोट सोफे पर डालते हुए कहा। लेकिन मां को फोन पर बातें करते देख राज बाथरूम में घुस गया!!  "बेटा तीन दिन से तुम लेट आ र...

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दाना डाकू By Kazi Taufique

कहीं सारे घोड़ो की दोडने की आवाझ आईं और पुरे गांव मे अफरा तफरी मच गई लोग इधर-उधर भागने लगे कोई अपना सामान छोड भागता तो कोई आनन-फानन मे जितना हाँथ लगा उतना ले भागता। लोग इस तरह भाग...

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सपने में शिमला By अमरदीप कुमार

"सरला!सरला?""हाँ, रवि!किचेन में हूँ।अभी आयी।""जल्दी आओ न,कुछ जरूरी बात करनी है तुझसे।""हाँ, बोलो।क्या बात है!"सरला तौलिए से अपना हाथ पोछते हुए आयी और रवि का चेहरा देखकर समझ गयी कि...

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Ek Geet... Ek Ehsaas... By Bibekananda Nayak

एक प्यारी-सी गीत कब सुनने को मन होता है...? जब दिल में कोई दर्द हो या ज़िन्दगी की कोई सबसे अनमोल खुसी; जब कोई बेचैनी हो या बहुत कड़ी मेहनत के बाद मिली हुई प्यारी-सी सुकून... चाहे कुछ...

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तीसरी आँख। By Neha Sharma

आज उसने शहर से दूर उस सफेद बंगले पर निगाहें टिकाए हुई थी। और वह बस मौका मिलते ही बंगले पर हाथ साफ करने की ताक में था। तकरीबन 20 22 साल का वह लड़का दिखने में गोरा चिट्टा मोटी-मोटी क...

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पुरानी-जींस By Rajan Singh

मयकशी ने मयकशी को मयकशी में चूम लिया है...... दिल्लगी ही दिल्लगी में दल्लगी कर झूम लिया है....... नशा ये ज़ाम का है या तुम्हारे नाम का यारों...... नशे में इस जहाँ के जन्नत-ए-कायनात...

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खाली हाथ आखिरी भाग By Shaihla Ansari

"देखो रानो अब निखिल को तुम्हे ही संभालना है और ये कैसे होगा ये तुम्हें सोचना है"  प्रमिला अपनी बात कह कर जाने के लिए उठ गई 'और एक बात का आगे से ध्यान रखना अपने झगड़े को अप...

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कर्तव्य,, By Nirpendra Kumar Sharma

बाहर शहनाइयों का शोर, मेहमानों की चहलपहल और शादी की सजावटों के बीच सुरेखा सोच रहीं थी की अब जल्दी ही उनकी बेटी संजना विदा होकर ससुराल चली जायेगी ।बेटी का विवाह करके उनका बहुत बड़ा क...

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शहीद ए आज़म भगतसिंह के द्वारा कही गई बाते By ARYAN Suvada

1 . "राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है मैं एक ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी आज़ाद है ।"2. "किसी को “क्रांति ” शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द...

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अम्मा. By aateka Valiulla

हॉस्टल से घर जाने का मज़ा ही कुछ और होता है... पता है क्यों..?क्यों की घर पे माँ होती है... कितने दिनों बाद में आज घर जाउंगी...माँ के हाथ का खाना खाऊँगी, घर पे पोहचते  ही माँ क...

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लव ए मिसअन्डरस्टेन्डींग By Vishwaroop kumar

आप लोग सोच रहे होंगे कि मैंने कहानी का टाइटल love a violence story क्यो रखा है तो आपको इस सवाल का जबाब इस कहानी को पढ़ कर मिलेगा।। ये कहानी शुरू होती है आजमगढ़ से जहाँ  हमारी कह...

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मज़ार का दीया By Neetu Singh Renuka

ओमकार को अंदाज़ा हो गया था कि दिव्या ने कहीं कुछ रुपए छुपाए ज़रूर हैं वरना शेफाली को डॉक्टर के पास कैसे ले गई। डॉक्टर ने कुछ न कुछ फीस तो ज़रूर ली होगी।  ओमकार ने पहले तो नज़रों स...

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अनन्त यात्रा By Yogesh Kanava

दूर-दूर तक नीला समन्दर फैला हुआ । वातावरण एकदम शान्त और इस नीरवता को चीरती है एक -एक कर आती समन्दर की लहरें । नीलिमा आज कोस्टा बीच पर एकदम अकेली बैठी है । अपने ही ख.यालों में खोई स...

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खाली हाथ By Shaihla Ansari

"नहीं मां....मुझे राहुल से शादी नहीं करनी....आप उन लोगों को इनकार कर दो""तू पागल हुई है क्या.... इतना अच्छा लड़का तुझे फिर नहीं मिलेगा" हेमा ने रानो को समझाया!!"मां राहुल में ऐसा क...

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मिस्त्री By Kiran Rajpurohit Nitila

उदय अपने जूते और कपड़े इधर-उधर फैला कर कुर्सी पर बैठ चुका था। दीपा ने बैग ,कपड़े समेट कर घर के कपड़े टेबल पर लाकर रखे और इषारा किया कि ‘ कपड़े बदल लो‘ पर गेम खेलने की बेताबी ने स्क्रीन...

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द्वंद (अध्याय एक) By Krishna Chaturvedi

युद्ध के मैदान में मै खड़ा चारो तरफ कोलाहल से भरा माहौल था। धाय धाय गोलिया चल रही थी ,गोले बारूद चल रहे थे। दुश्मन की गोली चारो तरफ से आ रही दाए से बाए से आगे से ऊपर से।मेरा कप्तान...

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मुस्कान... दो पल की By Satyendra prajapati

शहर से चार - पांच मील दूर एक गांव सुबह का समय एक खूबसूरत छोटे से घर के किचन में चाय बनाती रिचा जी, अपने पति को आवाज लगाती। मास्टर जी जल्दी आना , मै चाय ला...अचानक से मास्टर जी पीछे...

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जड़ से कटा By Yogesh Kanava

रोजाना का यही क्रम था , पार्क के कोने वाली बैंच और उस पर एक लगभग सत्तर साल का वो बुजुर्ग । घण्टो वो उसी बैंच पर बैठा रहता था एकदम गुमसुम ,ना किसी से कोई बातचीत , ना ही किसी से कोई...

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खत्म हुआ इंतज़ार By Shaihla Ansari

गर्म रेत पर चलते चलते मेरे पैरों में छाले पड़ने लगे थे। लेकिन मैं रुक भी नहीं सकती थी क्योंकि मैंने अपने आप से वादा किया था। मुझे चलते रहना है तब तक, जब तक मैं अपनी मंजिल तक ना पहु...

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टूटे तारे By इशरत हिदायत ख़ान

टूटे तारे.     (लघु कथा)                   -ख़ान इशरत परवेज़ "क्या लाऊँ, साहब?" बड़ी ही नम्रता से उसने पूछा. म...

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खेल प्यार का...भाग - 3 By Sayra Ishak Khan

खेल प्यार का....भाग 3प्रस्तावनायह कहानी वसिम और कायनात की प्रेम कहानी है मैं इस कहानी को आपके समक्ष पहली बार रजू करने जा रही हूं!  लिखना आता है या नहीं वह तो आप पर निर्भर करता...

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OUT OF CONTROL - 4 By Raaj

(जेरी , स्टेसी और चक तीनो अपनी आंखें बंद करते हैं और उस पोधेको छूते हैं  । उस पौधे को छूतेही बेन्जेमिन के घर का दरवाजा खुल जाता हैं । तीनो घर के अंदर प्रवेश करते हैं । अब आगे...

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चाहत - 2 By p

इसके पहले हिस्से मे हमने देखा की रोशनी अपने आप मे खोयी हुई कही जा रही है ।और गिर जाती है तो आइये अब जानते है की आगे क्या होता है रोशनी की लाइफ मे ।        &nbsp...

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तुम मिले - 5 By Ashish Kumar Trivedi

                        तुम मिले (5)सुकेतु ने जानबूझ कर मुग्धा को अपने घर पर मिलने बुलाया था। अब तक मुग्धा और उसकी माँ ए...

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कुछ बदलाव ज़रूरी By Ajitesh Arya Firenib

"बदलते वक़्त पर कुछ ही लोगों का हक है क्या?" अपनी मम्मी से शिवाली ने पूछा, घर में चर्चा ज़ोरों पर थी, अठ्ठ‌ईस वर्षीया शिवाली जो सरकारी बैंक में मैनेजर हो गई है उसके लिए योग्य वर कौ...

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मेरे दिल का हाल भाग-2 By Shaihla Ansari

मायरा अली के साथ दिल्ली आ गई। अली ने मायरा का सारा काम करा दिया था। कॉलेज में एडमिशन, हॉस्टल में रहने का इंतजाम अली ने सारा काम बखूबी करवा दिया था। दिल्ली से चलते वक्त अली ने मायरा...

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कर्ज By Daisy

ज्ञानचंद अस्पताल के आईसीयू बाहर परेशान सा  टहल रहा है ।तभी आईसीयू से बाहर एक नर्स ज्ञानचंद को बोलती है ,आपके बेटे के पास कम समय है वह आपसे कुछ बात करना चाहता है और अपनी पत्नी...

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पिता जी सूर्या जीजी के लिए नहीं रोये थे By Nirdesh Nidhi

                     “पिता जी सूर्या जीजी के लिए नहीं रोये थे”कड़कड़ाती सर्दी भरी...

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झुकी हुई फूलों भरी डाल - 7 By Neelam Kulshreshtha

एक समाजसेविका अविवाहित रहने का व स्त्रियों के लिए काम करने का व्रत लेती है। शोध करने वडोदरा आती है क्योंकि गुजरात आत्महत्या करने वाली स्त्रियों के आंकड़ों में अग्रणी है। यहाँ उसे पत...

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उनका प्रश्न By Nirdesh Nidhi

      “उनका प्रश्न” दूसरे स्टेशन पर समय के साथ पहुँचने का वादा निभाना था न सो ट्रेन ने सीटी दी और धीरे - धीरे अपने वृत्ताकार पाँवों को लोहे की पटरियों...

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अफसोस By shekhar kharadi Idriya

अचानक मोबाईल की रिंग टाॅन बजी , बड़ी हड़बड़ी में मनीषने कोल रिंसीव किया ।।" हेल्लो... कौन  ?मैं दामिनी...!कौन दामिनी  ?तुम्हारे कोलेज की बेस्ट फ्रेंड...क्या आप मुझे नही प...

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बलात्कारी शादियां हैं ये By Ajitesh Arya Firenib

एकल परिवार की संख्या बढ़ती जारही है, शायद भीड़ भरी दुनियां भी भीड़ से परेशान है, आज वक़्त बदल चुका है, हम किसी को फोन करें तो एक सवाल और पूछने लगे है , 'कहां है आप?' क्यूंक...

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खामोश मोहब्बत By Shaihla Ansari

सादत खान एक देहाती इंसान थे। अपने उसूलों के पक्के, जो बात उनकी जबान से निकल जाती वो पत्थर की लकीर हो जाती। 3 साल पहले गांव में अपनी जमीन जायदाद बेचकर यहां शहर में आ बसे लेकिन रोब आ...

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राबिया का जूता By Omprakash Kshatriya

राबिया का जूता ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' राबिया अपने भाई के पुराने जूते पहन—पहन कर परेशान हो गई थी. उस ने कई कोशिश की मगर, उसे नए जूते नहीं मिले. इस बार उस ने पापा से कह दिया, ''...

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वैसी लड़की By Ravi

1सब से सुना पन महसूस हो रहा है। इस फैले हुए आसमान से, धूप से। धरती सबसे छोटी हो चुकी है। जैसे इस धरती पर कोई है ही नहीं। हवा चेहरे को और भी ज़्यादा सूखा रही है। पता नहीं गीता को मेह...

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ख़्वाहिश By Shaihla Ansari

चलती ट्रेन पकड़ने के चक्कर में वो अपने बैग के साथ बड़ी जोर से गिरी थी। बैठते हुए लायबा ने अपनी कोहनी को सहलाया था। उसने बोगी में इधर उधर  देखा तो वहां बैठे लोग उसे ही देख रहे...

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मंजिल प्यार की By Ankit Maharshi

"   शिवम अरे आ भी जाओ ना यार... क्या हो गया तुम्हारी आंखों को..."   " आज पता नहीं क्या हुआ ..."" रुको तुम यह सेहरा लगा के देखो "  शिवम की आंखें लाल थी और व...

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अहसास. By Shaihla Ansari

"मां बहुत भूख बहुत लगी है.... जल्दी खाना लगाओ" राज ने कोट सोफे पर डालते हुए कहा। लेकिन मां को फोन पर बातें करते देख राज बाथरूम में घुस गया!!  "बेटा तीन दिन से तुम लेट आ र...

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दाना डाकू By Kazi Taufique

कहीं सारे घोड़ो की दोडने की आवाझ आईं और पुरे गांव मे अफरा तफरी मच गई लोग इधर-उधर भागने लगे कोई अपना सामान छोड भागता तो कोई आनन-फानन मे जितना हाँथ लगा उतना ले भागता। लोग इस तरह भाग...

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सपने में शिमला By अमरदीप कुमार

"सरला!सरला?""हाँ, रवि!किचेन में हूँ।अभी आयी।""जल्दी आओ न,कुछ जरूरी बात करनी है तुझसे।""हाँ, बोलो।क्या बात है!"सरला तौलिए से अपना हाथ पोछते हुए आयी और रवि का चेहरा देखकर समझ गयी कि...

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Ek Geet... Ek Ehsaas... By Bibekananda Nayak

एक प्यारी-सी गीत कब सुनने को मन होता है...? जब दिल में कोई दर्द हो या ज़िन्दगी की कोई सबसे अनमोल खुसी; जब कोई बेचैनी हो या बहुत कड़ी मेहनत के बाद मिली हुई प्यारी-सी सुकून... चाहे कुछ...

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तीसरी आँख। By Neha Sharma

आज उसने शहर से दूर उस सफेद बंगले पर निगाहें टिकाए हुई थी। और वह बस मौका मिलते ही बंगले पर हाथ साफ करने की ताक में था। तकरीबन 20 22 साल का वह लड़का दिखने में गोरा चिट्टा मोटी-मोटी क...

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मयकशी ने मयकशी को मयकशी में चूम लिया है...... दिल्लगी ही दिल्लगी में दल्लगी कर झूम लिया है....... नशा ये ज़ाम का है या तुम्हारे नाम का यारों...... नशे में इस जहाँ के जन्नत-ए-कायनात...

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खाली हाथ आखिरी भाग By Shaihla Ansari

"देखो रानो अब निखिल को तुम्हे ही संभालना है और ये कैसे होगा ये तुम्हें सोचना है"  प्रमिला अपनी बात कह कर जाने के लिए उठ गई 'और एक बात का आगे से ध्यान रखना अपने झगड़े को अप...

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कर्तव्य,, By Nirpendra Kumar Sharma

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शहीद ए आज़म भगतसिंह के द्वारा कही गई बाते By ARYAN Suvada

1 . "राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है मैं एक ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी आज़ाद है ।"2. "किसी को “क्रांति ” शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द...

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हॉस्टल से घर जाने का मज़ा ही कुछ और होता है... पता है क्यों..?क्यों की घर पे माँ होती है... कितने दिनों बाद में आज घर जाउंगी...माँ के हाथ का खाना खाऊँगी, घर पे पोहचते  ही माँ क...

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लव ए मिसअन्डरस्टेन्डींग By Vishwaroop kumar

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मज़ार का दीया By Neetu Singh Renuka

ओमकार को अंदाज़ा हो गया था कि दिव्या ने कहीं कुछ रुपए छुपाए ज़रूर हैं वरना शेफाली को डॉक्टर के पास कैसे ले गई। डॉक्टर ने कुछ न कुछ फीस तो ज़रूर ली होगी।  ओमकार ने पहले तो नज़रों स...

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अनन्त यात्रा By Yogesh Kanava

दूर-दूर तक नीला समन्दर फैला हुआ । वातावरण एकदम शान्त और इस नीरवता को चीरती है एक -एक कर आती समन्दर की लहरें । नीलिमा आज कोस्टा बीच पर एकदम अकेली बैठी है । अपने ही ख.यालों में खोई स...

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खाली हाथ By Shaihla Ansari

"नहीं मां....मुझे राहुल से शादी नहीं करनी....आप उन लोगों को इनकार कर दो""तू पागल हुई है क्या.... इतना अच्छा लड़का तुझे फिर नहीं मिलेगा" हेमा ने रानो को समझाया!!"मां राहुल में ऐसा क...

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मिस्त्री By Kiran Rajpurohit Nitila

उदय अपने जूते और कपड़े इधर-उधर फैला कर कुर्सी पर बैठ चुका था। दीपा ने बैग ,कपड़े समेट कर घर के कपड़े टेबल पर लाकर रखे और इषारा किया कि ‘ कपड़े बदल लो‘ पर गेम खेलने की बेताबी ने स्क्रीन...

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युद्ध के मैदान में मै खड़ा चारो तरफ कोलाहल से भरा माहौल था। धाय धाय गोलिया चल रही थी ,गोले बारूद चल रहे थे। दुश्मन की गोली चारो तरफ से आ रही दाए से बाए से आगे से ऊपर से।मेरा कप्तान...

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मुस्कान... दो पल की By Satyendra prajapati

शहर से चार - पांच मील दूर एक गांव सुबह का समय एक खूबसूरत छोटे से घर के किचन में चाय बनाती रिचा जी, अपने पति को आवाज लगाती। मास्टर जी जल्दी आना , मै चाय ला...अचानक से मास्टर जी पीछे...

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जड़ से कटा By Yogesh Kanava

रोजाना का यही क्रम था , पार्क के कोने वाली बैंच और उस पर एक लगभग सत्तर साल का वो बुजुर्ग । घण्टो वो उसी बैंच पर बैठा रहता था एकदम गुमसुम ,ना किसी से कोई बातचीत , ना ही किसी से कोई...

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खत्म हुआ इंतज़ार By Shaihla Ansari

गर्म रेत पर चलते चलते मेरे पैरों में छाले पड़ने लगे थे। लेकिन मैं रुक भी नहीं सकती थी क्योंकि मैंने अपने आप से वादा किया था। मुझे चलते रहना है तब तक, जब तक मैं अपनी मंजिल तक ना पहु...

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