hindi Best Moral Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books

बेनज़ीर - दरिया किनारे का ख्वाब - 8 By Pradeep Shrivastava

भाग - ८ उनकी तकलीफ देखकर मेरे मन में आया कि, आग लगा दूं टीवी को, जिसके कारण अम्मी को इतना दुख मिल रहा है। एकदम अफनाहट में मैंने झटके में बोल दिया कि, 'अम्मी किराएदार से बोलो कि...

Read Free

मिशन सिफर - 11 By Ramakant Sharma

11. वह गहरी नींद सोता रहा था। सुबह-सवेरे पास की मस्जिद से आती अजान की आवाज से उसकी नींद खुली तो वह हड़बड़ा कर उठ बैठा। जल्दी से तैयार हुआ और नमाज़ के लिए मस्जिद जा पहुंचा। गली में थो...

Read Free

मुरमुरा के लड्डू By रामगोपाल तिवारी

इन कहानियों की कहानी कहानी को समझने के लिए जीवन को समझना आवश्यक है। जीवन जितना कोमल और सख्त होता है, कहानी का रूप-स्वरूप भी करीब-करीब ऐसा ही होता है। कहानी पाठक को अपने...

Read Free

आपकी आराधना - 19 By Pushpendra Kumar Patel

अमित ने आराधना को गले से लगा लिया और मुस्कुराते हुए कहा- " ये हुई न बात आराधना, अब कमला आंटी का जिक्र भी मत करना। चलो अब अच्छी सी चाय मिल जाये तो क्या बात हो? " " आज आपके हाथों से...

Read Free

अपने-अपने कारागृह - 9 By Sudha Adesh

अपने - अपने कारागृह -8 ऐसी ही न जाने कितनी बातें हैं जो उषा के जेहन में उमड़ घुमड़ कर उसे परेशान कर रही थीं । उन्होंने अपना घर लखनऊ में बनवाया था पर अपने स्वभाव के कारण वह आस-पास...

Read Free

टूटा कप By Sudha Adesh

टूटा कप ‘‘विनी, दिव्या का विवाह पास आ गया है, पहले सोच रही थी सब काम समय से निबट जाएंगे पर ऐसा नहीं हो पा रहा है । थोड़ा जल्दी आ सको तो अच्छा है. बहुत काम है, समझ नहीं पा रही हूँ क...

Read Free

तीसरे लोग - 3 By Geetanjali Chatterjee

3. डॉ. स्मारक कोठी की छत की मुंडेर पे बैठा एक के बाद एक सिगरेट फूंकता चला जा रहा था। पूर्णिमा का चांद समुंदर की लहरों पर चांदी-सी छटा बिखेर रहा था और उन्मादिनी लहरें किसी जहरीले भु...

Read Free

करवा चौथ By Anil jaiswal

‘नाम बताओ।’‘जी, राम रूप शाह।’‘उम्र क्या है?’‘चालीस साल।’‘पहले क्या करते थे?’‘जी, फौज में था।’कंवल सिक्यरिटीज की रिसेप्सनिस्ट रीना ने सिर उठाकर उसे फिर से ध्यान से देखा, कुछ-कुछ नजर...

Read Free

एक कदम आगे By Akhilesh Srivastava

कहानी एक कदम आगे...

Read Free

इमली की चटनी में गुड़ की मिठास - 4 By Shivani Jaipur

भाग-4 गुत्थी सुलझाने की जितनी कोशिश करती उतनी ही उसमें उलझती चली जाती! थक हार कर नींद कब उसे अपने कब्जे में लेकर सुबह कर गई पता ही नहीं चला!रवि की खटर-पटर से उसकी आँख खुली तो कमरे...

Read Free

कल के रक्षक By Ramnarayan Sungariya

कहानी कल के रक्षक आर. एन. सुनगरया,...

Read Free

मृगचर्म By रामगोपाल तिवारी

कहानी मृगचर्म विपिन के पिता रामनाथ वर्मा ऑफिस से लौटते समय एक कलेन्डर लेकर आये। विपिन ने चित्र देखने की उत्सुकता में वह उनके हाथ से ल...

Read Free

मिश्री धोबी फागों में By रामगोपाल तिवारी

कहानी , मिश्री धोबी फागों में राम गोपाल भावुक...

Read Free

BOYS school WASHROOM - 9 By Akash Saxena "Ansh"

"ओ! हो! यश!....ये क्या शोर मचा रखा है।" प्रज्ञा दरवाज़े खोलते ही यश पर चिल्ला पडती है। लेकिन यश अपना हाथ फिर भी डोर बैल से नहीं हटाता... .शायद प्रज्ञा की आवाज़ को वो सुन ही नहीं पात...

Read Free

सौतेली मां By राजनारायण बोहरे

क्हानी- छप्पर में से पड़ रहे टपके से एक बूंद और शरीर पर गिरी। उसके सारे शरीर में सिहरन आ गई। कमरे में नजर फेंकी तो सारा कमरा टप टप के शोर से भरा हुआ था, तिल रखने को भी जगह न थी। अ...

Read Free

लता सांध्य-गृह - 6 By Rama Sharma Manavi

पूर्व कथा जानने के लिए पिछले अध्याय अवश्य पढ़ें। छठा अध्याय-----------------गतांक से आगे….--------------- छठें कमरे के निवासी थे विभव सक्सेना एवं उनकी पत्नी अंजू देवी।विद्यु...

Read Free

सुलझे...अनसुलझे - 18 By Pragati Gupta

सुलझे...अनसुलझे भावनात्मक स्पर्श ------------------ आज मेरी मुलाक़ात एक अरसे बाद अपनी बचपन की मित्र लेखा से हुई। सुना था कि उसकी शादी एक बहुत ही धनाढ्य परिवार में हुई थी। उसके विवाह...

Read Free

लहराता चाँद - 29 By Lata tejeswar renuka

लहराता चाँद लता तेजेश्वर 'रेणुका' 29 महुआ की स्टेटमेंट से गैंग के कई बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरोहे के कुछ बदमाश लोग भाग निकले। महुआ को कई दिन तक पुलिस प्रोटे...

Read Free

एक दुनिया अजनबी - 12 By Pranava Bharti

एक दुनिया अजनबी 12 - मृदुला को विभा तबसे जानती है जब से प्रखर का जन्म हुआ था | उन दिनों शर्मा-परिवार किराए पर रहता था | प्रखर के जन्म पर वह उससे एक हज़ार रूपये व सिल्क की ज़री के बॉर...

Read Free

राजकाज By रामगोपाल तिवारी

कहानी राजकाज रामगोपाल भावुक ग्रीश्म अवकाश के बाद विद्यालय खुल गए हैं। विद्यालय में भर्ती चालू हो गई है। पिछली वर्श पढ़ाई सेन्...

Read Free

उजालों की बारिश By Akhilesh Srivastava

कहानी उजालों की बारिश...

Read Free

Broken with you... - 2 By Alone Soul

एक सन्नाटा छा जाता है चुप चाप सब हो जाता है ये सड़क तक ना थरतगराती है चुप चाप सब हो जाता है कई जिश्मो में मुर्दे दफनाता है चुप चाप सब हो जाता है ...........एक सन्नाटा सा छा गया था...

Read Free

जिंदगी रुकती नहीं By Alka Agrawal

मुनिया ने सुबह उठकर देखा, उसके दादाजी बालकनी में बैठे अकेले चाय पी रहे हैं। उनको देखने से लग रहा था कि वे बहुत उदास और दु:खी है । मम्मी रसोई में काम कर रही थी, पापा भी अपने काम में...

Read Free

बेनज़ीर - दरिया किनारे का ख्वाब - 8 By Pradeep Shrivastava

भाग - ८ उनकी तकलीफ देखकर मेरे मन में आया कि, आग लगा दूं टीवी को, जिसके कारण अम्मी को इतना दुख मिल रहा है। एकदम अफनाहट में मैंने झटके में बोल दिया कि, 'अम्मी किराएदार से बोलो कि...

Read Free

मिशन सिफर - 11 By Ramakant Sharma

11. वह गहरी नींद सोता रहा था। सुबह-सवेरे पास की मस्जिद से आती अजान की आवाज से उसकी नींद खुली तो वह हड़बड़ा कर उठ बैठा। जल्दी से तैयार हुआ और नमाज़ के लिए मस्जिद जा पहुंचा। गली में थो...

Read Free

मुरमुरा के लड्डू By रामगोपाल तिवारी

इन कहानियों की कहानी कहानी को समझने के लिए जीवन को समझना आवश्यक है। जीवन जितना कोमल और सख्त होता है, कहानी का रूप-स्वरूप भी करीब-करीब ऐसा ही होता है। कहानी पाठक को अपने...

Read Free

आपकी आराधना - 19 By Pushpendra Kumar Patel

अमित ने आराधना को गले से लगा लिया और मुस्कुराते हुए कहा- " ये हुई न बात आराधना, अब कमला आंटी का जिक्र भी मत करना। चलो अब अच्छी सी चाय मिल जाये तो क्या बात हो? " " आज आपके हाथों से...

Read Free

अपने-अपने कारागृह - 9 By Sudha Adesh

अपने - अपने कारागृह -8 ऐसी ही न जाने कितनी बातें हैं जो उषा के जेहन में उमड़ घुमड़ कर उसे परेशान कर रही थीं । उन्होंने अपना घर लखनऊ में बनवाया था पर अपने स्वभाव के कारण वह आस-पास...

Read Free

टूटा कप By Sudha Adesh

टूटा कप ‘‘विनी, दिव्या का विवाह पास आ गया है, पहले सोच रही थी सब काम समय से निबट जाएंगे पर ऐसा नहीं हो पा रहा है । थोड़ा जल्दी आ सको तो अच्छा है. बहुत काम है, समझ नहीं पा रही हूँ क...

Read Free

तीसरे लोग - 3 By Geetanjali Chatterjee

3. डॉ. स्मारक कोठी की छत की मुंडेर पे बैठा एक के बाद एक सिगरेट फूंकता चला जा रहा था। पूर्णिमा का चांद समुंदर की लहरों पर चांदी-सी छटा बिखेर रहा था और उन्मादिनी लहरें किसी जहरीले भु...

Read Free

करवा चौथ By Anil jaiswal

‘नाम बताओ।’‘जी, राम रूप शाह।’‘उम्र क्या है?’‘चालीस साल।’‘पहले क्या करते थे?’‘जी, फौज में था।’कंवल सिक्यरिटीज की रिसेप्सनिस्ट रीना ने सिर उठाकर उसे फिर से ध्यान से देखा, कुछ-कुछ नजर...

Read Free

एक कदम आगे By Akhilesh Srivastava

कहानी एक कदम आगे...

Read Free

इमली की चटनी में गुड़ की मिठास - 4 By Shivani Jaipur

भाग-4 गुत्थी सुलझाने की जितनी कोशिश करती उतनी ही उसमें उलझती चली जाती! थक हार कर नींद कब उसे अपने कब्जे में लेकर सुबह कर गई पता ही नहीं चला!रवि की खटर-पटर से उसकी आँख खुली तो कमरे...

Read Free

कल के रक्षक By Ramnarayan Sungariya

कहानी कल के रक्षक आर. एन. सुनगरया,...

Read Free

मृगचर्म By रामगोपाल तिवारी

कहानी मृगचर्म विपिन के पिता रामनाथ वर्मा ऑफिस से लौटते समय एक कलेन्डर लेकर आये। विपिन ने चित्र देखने की उत्सुकता में वह उनके हाथ से ल...

Read Free

मिश्री धोबी फागों में By रामगोपाल तिवारी

कहानी , मिश्री धोबी फागों में राम गोपाल भावुक...

Read Free

BOYS school WASHROOM - 9 By Akash Saxena "Ansh"

"ओ! हो! यश!....ये क्या शोर मचा रखा है।" प्रज्ञा दरवाज़े खोलते ही यश पर चिल्ला पडती है। लेकिन यश अपना हाथ फिर भी डोर बैल से नहीं हटाता... .शायद प्रज्ञा की आवाज़ को वो सुन ही नहीं पात...

Read Free

सौतेली मां By राजनारायण बोहरे

क्हानी- छप्पर में से पड़ रहे टपके से एक बूंद और शरीर पर गिरी। उसके सारे शरीर में सिहरन आ गई। कमरे में नजर फेंकी तो सारा कमरा टप टप के शोर से भरा हुआ था, तिल रखने को भी जगह न थी। अ...

Read Free

लता सांध्य-गृह - 6 By Rama Sharma Manavi

पूर्व कथा जानने के लिए पिछले अध्याय अवश्य पढ़ें। छठा अध्याय-----------------गतांक से आगे….--------------- छठें कमरे के निवासी थे विभव सक्सेना एवं उनकी पत्नी अंजू देवी।विद्यु...

Read Free

सुलझे...अनसुलझे - 18 By Pragati Gupta

सुलझे...अनसुलझे भावनात्मक स्पर्श ------------------ आज मेरी मुलाक़ात एक अरसे बाद अपनी बचपन की मित्र लेखा से हुई। सुना था कि उसकी शादी एक बहुत ही धनाढ्य परिवार में हुई थी। उसके विवाह...

Read Free

लहराता चाँद - 29 By Lata tejeswar renuka

लहराता चाँद लता तेजेश्वर 'रेणुका' 29 महुआ की स्टेटमेंट से गैंग के कई बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरोहे के कुछ बदमाश लोग भाग निकले। महुआ को कई दिन तक पुलिस प्रोटे...

Read Free

एक दुनिया अजनबी - 12 By Pranava Bharti

एक दुनिया अजनबी 12 - मृदुला को विभा तबसे जानती है जब से प्रखर का जन्म हुआ था | उन दिनों शर्मा-परिवार किराए पर रहता था | प्रखर के जन्म पर वह उससे एक हज़ार रूपये व सिल्क की ज़री के बॉर...

Read Free

राजकाज By रामगोपाल तिवारी

कहानी राजकाज रामगोपाल भावुक ग्रीश्म अवकाश के बाद विद्यालय खुल गए हैं। विद्यालय में भर्ती चालू हो गई है। पिछली वर्श पढ़ाई सेन्...

Read Free

उजालों की बारिश By Akhilesh Srivastava

कहानी उजालों की बारिश...

Read Free

Broken with you... - 2 By Alone Soul

एक सन्नाटा छा जाता है चुप चाप सब हो जाता है ये सड़क तक ना थरतगराती है चुप चाप सब हो जाता है कई जिश्मो में मुर्दे दफनाता है चुप चाप सब हो जाता है ...........एक सन्नाटा सा छा गया था...

Read Free

जिंदगी रुकती नहीं By Alka Agrawal

मुनिया ने सुबह उठकर देखा, उसके दादाजी बालकनी में बैठे अकेले चाय पी रहे हैं। उनको देखने से लग रहा था कि वे बहुत उदास और दु:खी है । मम्मी रसोई में काम कर रही थी, पापा भी अपने काम में...

Read Free