hindi Best Poems Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Poems in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures. Th...Read More


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काव्य संग्रह - भाग 1 - माँ By Shivani M.R.Joshi

मातृ दिवस विशेष माँ पर लिखी मेरी कुछ कविताओं का संग्रह है जिसे आप जरूर पढ़े वैसे अगर बात की जाए तो दुनिया का हर रिश्ता बहुत कीमती होता है पर मां का एक ऐसा रिश्ता जो...

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कलम मेरी लिखती जाएँ - 2 By navita

??कलम मेरी लिखती जाएँ ??✍️✍️✍️✍️????✍️✍️✍️✍️???✍️✍️?? उड़ान ??उड़ान भरी थे मैंने क्यों मैं सब से पीछे छूट गई क्या ये मेरी ज़िन्दगी मुझ से ही रोठ गई ...उड़ान भरी थी मैंने खुद के लि...

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मैरी कविता तुम हो By Deepak Pradhan

मैने जब जब लिखा तुम्हे ही देख देख लिखा मुझे लिखने का कोई सोख नही था तुम्हे जब भी देखा मेरी अंतर आत्मा से अनेक शब्दों की जैसे उत्पत्ति हो रही हो ओर मेने उन शब्दों की एक सुन्दर सी म...

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मेरा भारत दिखा तुम्‍हें क्‍या? - 7 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

मेरा भारत दिखा तुम्‍हें क्‍या? 7 काव्‍य संकलन- मेरा भारत दिखा तुम्‍हें क्‍या? वेदराम प्रजापति ‘’मनमस्‍त’’ समर्पण -- धरती के उन महा सपूतों, जिनके श्रम कण...

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में और मेरे अहसास - 33 By Dr Darshita Babubhai Shah

  आहिस्ता बात रखा करो lसुनने वाले सुन लेगे lसमझने वाले समज लेगे ll   ********************************************** आशिकी ये फिर ना दोबारा मिलेगी lजिंदगी ये फिर ना दोबारा...

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नि.र.स. By Rajat Singhal

नि.र.स.

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क्या तुम्हे पता है कि -
गर तुम कुछ ना कहो, ना लिखो,
ना ही मेरी हकीकत में हो,
तो मै नि.र.स. हो जाता हूँ।
--------------...

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मां संतोषी व्रत - 1 By Anita Sinha

मां संतोषी की महिमा बड़ी अपरम्पार है। मां संतोषी व्रतहमने जब शुरू किया , उस समय हम पढ़ रहे थे। मुझेइच्छा हुई कि मैं संतोषी माता का व्रत करुं । मैंने मां सेकहा कि मैं व्रत शुरू कर ल...

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कुछ धुनें कलम की By Arin Kumar Shukla

कुछ धुनें कलम कीमेरे 5 गीत अरिन कुमार शुक्ला सरिणीदो शब्द तेरे प्यार ने हे भारत के वीर जगो राष्ट्र धुन राम धुन हिन्दी धुन दो शब्द "कुछ धुने कलम की" मेरा पहला काव्य संग्रह है। यद्यप...

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मेरे शब्द मेरी पहचान - 3 By Shruti Sharma

---- पुलवामा के वीर ----प्रेम के इस अवसर पर तुम भूल न जाना उन जवानों की शहादत को,जो जाते जाते भी मात दे गए पुलवामा में आई आफत को।प्रेम के ही दिन जो कर बैठे मौत से सौदा अपना देश प्र...

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गांव की तलाश - 9 - अंतिम भाग By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

गांव की तलाश 9 काव्‍य संकलन- वेदराम प्रजापति ‘’मनमस्‍त’’ - समर्पण – अपनी मातृ-भू के, प्‍यारे-प्‍यारे गांवों को, प...

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कविताएँ By Amrita Sinha

1* माँ का बरगद होना—-++————माँ जो कभी बरगद सी थीं , हर तरफअब व्हीलचेयर पर बैठी हैं , सिमट करन बोलना, न चलना,न खाना बस देखती जाती हैं एकटक , निहारती रहती हैं अपलकजैसे पूरी देह का द...

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मैं भारत बोल रहा हूं-काव्य संकलन - 18 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

नींब के पत्‍थर-- सो रहे तुम, आज सुख से, दर्द उनको हो रहा है। शान्‍त क्रन्‍दन पर उन्‍हीं के, आसमां- भी रो रहा है।। यामिनी के मृदु प्रहर में, दर्द-सी, पीड़ा कहानी। सुन रहा है आज...

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सचमुच तुम ईश्वर हो ! 10 - अंन्त By ramgopal bhavuk

काव्य संकलन सचमुच तुम ईश्वर हो ! 10...

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तुम्हारे बाद - 6 - अंतिम भाग By Pranava Bharti

31--- यूँ तो जीने को पूरी हो जाती हैं तमाम साँसें तुम्हारे बिन कहीं उखड़ी सी हो जाती हैं बहुत दूर जाना है दहशत अभी से है क्यों ये और समुंदर की गहराई का माप भीतर है तेरी यादों का सिल...

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मेरी हिंदी कविताएं By Falguni Shah

✍️शफ़क़✍️मेरी हर शफ़क़ को इत्र सी महका जाती है मेरी रुह में बसकर बिख़र जाती है तेरी वो बेसुमार महोब्बत की कशीश जो आज भी तेरी ख़ामोशी और मेरे इंतज़ार के दरम्या भीकुछ तो राब्ता होने...

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वो भारत! है कहाँ मेरा? 12 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

वो भारत! है कहाँ मेरा? 12 (काव्य संकलन) सत्यमेव जयते समर्पण मानव अवनी के, चिंतन शील मनीषियों के,...

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सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा का काव्‍य संग्रह - 6 By Ramgopal Bhavuk Gwaaliyar

सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा का काव्‍य संग्रह 6 सरस प्रीत सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा स...

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काव्य संग्रह - भाग 1 - माँ By Shivani M.R.Joshi

मातृ दिवस विशेष माँ पर लिखी मेरी कुछ कविताओं का संग्रह है जिसे आप जरूर पढ़े वैसे अगर बात की जाए तो दुनिया का हर रिश्ता बहुत कीमती होता है पर मां का एक ऐसा रिश्ता जो...

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कलम मेरी लिखती जाएँ - 2 By navita

??कलम मेरी लिखती जाएँ ??✍️✍️✍️✍️????✍️✍️✍️✍️???✍️✍️?? उड़ान ??उड़ान भरी थे मैंने क्यों मैं सब से पीछे छूट गई क्या ये मेरी ज़िन्दगी मुझ से ही रोठ गई ...उड़ान भरी थी मैंने खुद के लि...

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मैरी कविता तुम हो By Deepak Pradhan

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मेरा भारत दिखा तुम्‍हें क्‍या? - 7 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

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में और मेरे अहसास - 33 By Dr Darshita Babubhai Shah

  आहिस्ता बात रखा करो lसुनने वाले सुन लेगे lसमझने वाले समज लेगे ll   ********************************************** आशिकी ये फिर ना दोबारा मिलेगी lजिंदगी ये फिर ना दोबारा...

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नि.र.स.

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क्या तुम्हे पता है कि -
गर तुम कुछ ना कहो, ना लिखो,
ना ही मेरी हकीकत में हो,
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मां संतोषी व्रत - 1 By Anita Sinha

मां संतोषी की महिमा बड़ी अपरम्पार है। मां संतोषी व्रतहमने जब शुरू किया , उस समय हम पढ़ रहे थे। मुझेइच्छा हुई कि मैं संतोषी माता का व्रत करुं । मैंने मां सेकहा कि मैं व्रत शुरू कर ल...

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कुछ धुनें कलम की By Arin Kumar Shukla

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काव्य संकलन सचमुच तुम ईश्वर हो ! 10...

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तुम्हारे बाद - 6 - अंतिम भाग By Pranava Bharti

31--- यूँ तो जीने को पूरी हो जाती हैं तमाम साँसें तुम्हारे बिन कहीं उखड़ी सी हो जाती हैं बहुत दूर जाना है दहशत अभी से है क्यों ये और समुंदर की गहराई का माप भीतर है तेरी यादों का सिल...

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मेरी हिंदी कविताएं By Falguni Shah

✍️शफ़क़✍️मेरी हर शफ़क़ को इत्र सी महका जाती है मेरी रुह में बसकर बिख़र जाती है तेरी वो बेसुमार महोब्बत की कशीश जो आज भी तेरी ख़ामोशी और मेरे इंतज़ार के दरम्या भीकुछ तो राब्ता होने...

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वो भारत! है कहाँ मेरा? 12 (काव्य संकलन) सत्यमेव जयते समर्पण मानव अवनी के, चिंतन शील मनीषियों के,...

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सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा का काव्‍य संग्रह - 6 By Ramgopal Bhavuk Gwaaliyar

सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा का काव्‍य संग्रह 6 सरस प्रीत सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा स...

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