found you in Hindi Short Stories by Lotus books and stories PDF | तुम मिले

The Author
Featured Books
  • ભાગવત રહસ્ય - 279

    ભાગવત રહસ્ય -૨૭૯   ઇશ્વરને જગાડવાના છે.શ્રીકૃષ્ણ તો સર્વવ્યા...

  • આત્મનિર્ભર નારી

    આત્મનિર્ભર નારી નારીની ગરિમા: "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन...

  • ધ વેલાક

    ભૂતિયા નન - વડતાલના મઠની શાપિત વાર્તાવડતાલ ગામ, ગુજરાતનું એક...

  • શેરડી

                         શેરડી એ ઊંચા, બારમાસી ઘાસની એક પ્રજાતિ...

  • પ્રેમ અને મિત્રતા - ભાગ 11

    (નીરજા, ધૈર્ય , નિકિતા અને નયન..) નીરજા : બોલો...પણ શું ?? ધ...

Categories
Share

तुम मिले

में बड़ा ही सिंपल सा बन्दा हुं
में ज्यादा किसी से दोस्ती नहीं करता
में अकेले में ही बहुत खुश रहता हूं बाते भी ज्यादा मे किसी से करता नहीं
मेरी life full enjoy से भरी हुई है घूमने फिरने का शोक ज्यादा हैं और में india में अब बहुत ही कम रहता हूं ज्यादा बाहर ही वक्त बीता देता हूं
अब बात मेरी लव life की तो मुझे इसमें ज्यादा अब दिल चस्पी नही
प्यार मेने एक ही बार किया था किसी से सच्चा मगर हम कभी मिल नही पाए न कभी एक दूसरे को देख पाएं
जुदा तो हो गए हैं मगर अभी भी कभी कभी उसकी याद बहुत आती हैं क्योंकि वो मेरा पहला प्यार था
उसके बाद इन सभी बातों पर मेने गौर किया की आखिर हम जिसे चाहते हैं वो हमे मिलता क्यो नही है
आखिर ऐसे लोगो से प्यार होता क्यो है जो नसीब में नही होते एक बात तो है उस प्यार से मुझे ये अनुभव जरुर हुआ है की कोई किसी का नही होता मतलब का रिश्ता जरुर होता हैं उसके बाद मुझे बहुत सी गर्ल ने ये कहा पर मेने किसी को भी अपनी लाइफ में आने नही दिया
फिर मेने ही एक गर्ल से कहा था ठिक है में आपकी बात मान लेता हूं काफी दिन साथ रहे हम दोनों मगर उसे नौकरी का शोक था कहने को तो Dr की पढ़ाई कर रही थी
मेने सोचा चलो ठिक है उसका ड्रीम होगा पड़ने दो मेने भी कभी उसके काम में कभी कुछ बोला नहीं
क्योंकि में उसके घर आया जाया करता घर में सब मुझे अच्छे से जानते थे और वो लोग भी मेरे घर आए थे
माहोल पूरा घर जैसा ही था मगर कहते है ना नसीब में जो लिखा होता हैं वो हो कर रहता हैं आखिर वही हुआ जिसका डर था सारे सपने टूट गए में फिर से अकेला हो गया एक कहावत सुनी थी की कुत्ते को घी हजम नही होता सही है लोगो को एसो आराम दो तो लोग अपनी औकात दिखा ही देते हैं मुझे फर्क नहीं पड़ता मगर लोग सच में पागल भी होते है ये मेने दूसरे वाले रिश्ते में जाना उसके बाद मेरा ये सब चीजों से विश्वाश उठ गया
मेने सोचा यहां की गर्ल सब एक जैसी होती है बस मतलब भर का साथ होता हैं
दुनियादारी की बाते फिर सामने आती है जात पात रिश्ते भाई बहन पता नही लोग ऐसा क्यो करते हैं जब की ये सब पहले ही बता दिया था बाद में ये नाटक समझ नहीं आता मुझे सच में लोग पागल की जगह अंधे भी होते है
इन लोगो को वो छपरी बॉय ही पसंद हैं
अच्छे लोग इनकी औकात से बाहर होते है
चलो ठिक ये भी जिंदगी का एक सबब ही कुछ तो इंसान टोकर खा कर ही संभालता है अच्छा हुआ में संभल गया नही तो में बर्बाद हो जाता जितना नाम कमाया है सब पानी में चला जाता ok जो भी होता हैं अच्छे के लिए होता हैं
ये में जान गया