Bachhe ne di maa - baap ko ek sikh in Hindi Short Stories by brijesh k books and stories PDF | बच्चे ने दी मां -बाप को एक सीख

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बच्चे ने दी मां -बाप को एक सीख

😔 किसी गांव में बुढा व्यक्ति अपने बेटे बहू के साथ रहता था | परिवार सुखी संपन्न था किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी । बूढ़ा बाप जो किसी समय अच्छा खासा नौजवान हुआ करता था । आज वह बुढा बाप बुढ़ापे से हार गया था चलते समय लड़खड़ाता था लाठी की जरूरत पड़ने लगी चेहरा झुर्रियां से भर चुका था

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बस अपना जीवन किसी तरह व्यतीत कर रहा था । घर में एक चीज अच्छी थी कि शाम को खाना खाते समय पूरा परिवार एक साथ टेबल पर बैठकर खाना खाता था ।

😔😔

एक दिन : - ऐसे ही शाम को जब सारे लोग खाना खाने बैठे बेटा ऑफिस से आया था । भूख ज्यादा थी सो जल्दी से खाना खाने बैठ गया और साथ में बहू और उसका एक बेटा भी खाने लगे । बूढ़े हाथ जैसे थाली उठाने को हुए थाली हाथ से छिटक गई थोड़ी दाल टेबल पर गिर गई थी

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बहु बेटे ने घृणा दृष्टि से पिता की ओर देखा और फिर से अपना खाना खाने लग गए । बूढ़े पिता ने जैसे ही अपने हिलते हाथों से खाना खाना शुरू किया तो खाना कभी कपड़ों पर गिरता कभी जमीन पर ।

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बहू ने चिढ़ते हुए कहा : - हे ! राम कितनी गंदी तरह से खाते हैं मन करता है । इनकी थाली किसी अलग कोने में लगवा देते हैं बेटे ने भी ऐसे ही सिर हिलाया जैसे पत्नी की बात से सहमत हो । उनका बेटा यह सब मासूमियत से देख रहा था । अगले दिन पिता की थाली उस टेबल से हटकर एक कोने में लगवा दी गई ।

🙏🙏


बुढे पिता की आंखें सब कुछ देखते हुए भी कुछ बोल नहीं पा रहे थी । बूढ़ा पिता रोज की तरह खाना खाने लगा , खाना कभी इधर गिरता कभी उधर । छोटा बच्चा अपना खाना छोड़कर लगातार अपने दादा की तरफ देख रहा था । मां ने पूछा क्या हुआ बेटे तुम दादाजी की तरफ क्या देख रहे हो खाना क्यों नहीं खा रहे ।

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बच्चा बड़ी मासूमियत से बोला - मां मैं सीख रहा हूं की वृद्धो के साथ कैसे व्यवहार करना चाहिए , जब मैं बड़ा हो जाऊंगा और आप लोग बूढ़े हो जाओगे तो मैं भी आपको इसी तरह एक कोने में खाना खिलाया करूंगा । बच्चे के मुंह से ऐसे सुनते ही बेटे और बहू दोनों कांप उठे शायद बच्चे की बात उनके मन में बैठ गई थी । क्योंकि बच्चे ने मासूमियत के साथ एक बहुत बड़ा सबक अपने मम्मी पापा को सिखा दिया था ।

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बेटे ने जल्दी से आगे बढ़कर पिता को उठाया और वापस टेबल पर खाने के लिए बिठाया और बहू भी भाग कर पानी का गिलास लेकर आए कि पिताजी को कोई तकलीफ ना हो ।
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शिक्षा : - मां-बाप इस दुनियां की सबसे बड़ी पूंजी है आप समाज में कितनी भी इज्जत कमा लें या कितनी भी धन इकट्ठा कर लें लेकिन मां-बाप से बड़ा धन इस दुनिया में कोई भी नहीं है !!!!🙏🙏


💖 Brijesh K 💖