Anaconda in Hindi Film Reviews by Mahendra Sharma books and stories PDF | एनाकोंडा - फिल्म रिव्यू

Featured Books
  • فطرت

    خزاں   خزاں میں مرجھائے ہوئے پھولوں کے کھلنے کی توقع نہ...

  • زندگی ایک کھلونا ہے

    زندگی ایک کھلونا ہے ایک لمحے میں ہنس کر روؤں گا نیکی کی راہ...

  • سدا بہار جشن

    میرے اپنے لوگ میرے وجود کی نشانی مانگتے ہیں۔ مجھ سے میری پرا...

  • دکھوں کی سرگوشیاں

        دکھوں کی سرگوشیاںتحریر  شے امین فون کے الارم کی کرخت اور...

  • نیا راگ

    والدین کا سایہ ہمیشہ بچوں کے ساتھ رہتا ہے۔ اس کی برکت سے زند...

Categories
Share

एनाकोंडा - फिल्म रिव्यू

1. परिचय:
"एनाकोंडा" एक हॉरर-थ्रिलर फिल्म है जो 1997 में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन लुइस लॉसाल्टा ने किया था और इसमें प्रमुख भूमिकाओं में जेनिफर लोपेज, आयस क्यूब, और जॉन वॉयट हैं।

2. कथा की शुरुआत:
कहानी एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने के लिए जंगल में गए एक दल के चारों ओर घूमती है। इस दल में मुख्य रूप से डॉ. सारा (जेनिफर लोपेज), उसके फिल्म निर्माता पति गॉरडन (अथर्टन), और उनके सहायक शामिल हैं। उनका लक्ष्य दक्षिण अमेरिकी जंगल के अद्भुत वन्यजीवों का डॉक्यूमेंट्री बनाना है।

3. संघर्ष की शुरुआत:
जंगल में जाते समय, यह दल एक घायल नाविक पॉल (जॉन वॉयट) से मिलता है, जो दावा करता है कि उसे और उसके दल को एक विशाल एनाकोंडा द्वारा अटैक किया गया था। पॉल की कहानी सुनकर, दल उसके मदद करने का निर्णय लेता है और उसे अपनी नाव में बैठा लेता है।

4. अनवांछित खतरा:
जल्द ही, दल को पता चलता है कि पॉल की कहानी पूरी तरह से सच है। पॉल वास्तव में एक भयंकर एनाकोंडा को पकड़ने का शिकार है, और वह इसे पकड़ने के लिए अपने तरीके से दल को इस्तेमाल कर रहा है। एनाकोंडा की विशालता और क्रूरता फिल्म के तनाव को बढ़ाते हैं।

5. संघर्ष और बचाव:
जंगल में, एनाकोंडा ने दल के सदस्यों पर हमला करना शुरू कर दिया, जिससे सभी की जान को खतरा पैदा हो गया। टीम को एनाकोंडा के खिलाफ लडऩे और बचने की कोशिश करनी पड़ती है। पॉल के साथ उनके झगड़े और संघर्ष बढ़ते जाते हैं, और दल के सदस्य एक-एक कर के एनाकोंडा के हाथों में आते हैं।

6. चरमोत्कर्ष:
फिल्म का चरमोत्कर्ष एक रोमांचक मुकाबले में आता है, जब डॉ. सारा और गॉरडन मिलकर एनाकोंडा को हराने के लिए योजना बनाते हैं। यह अंततः एक खतरनाक और गहन संघर्ष बन जाता है, जिसमें दल के सदस्य पूरी ताकत लगा देते हैं ताकि वे बच सकें।

7. निष्कर्ष:
फिल्म का अंत दहशत और आशा के मिश्रण के साथ होता है। अंततः, डॉ. सारा और गॉरडन अपनी जान बचाकर जंगल से बाहर निकलने में सफल हो जाते हैं, लेकिन पॉल और अन्य दल के सदस्य एनाकोंडा के पंजों से नहीं बच पाते।

8. विषय और संदेश:
"एनाकोंडा" केवल एक हॉरर फिल्म नहीं है, बल्कि यह जंगल के अनजान खतरों और मानवता के खिलाफ अद्वितीय चुनौतियों का सामना करने की कहानी भी है। इसमें वन्यजीवों और मानवों के बीच संघर्ष को दर्शाया गया है, जो दर्शकों को डर और रोमांच से भर देता है।

फिल्म का अंत दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि कितनी भी तकनीक और शक्ति हो, प्राकृतिक खतरों के सामने सभी मानव प्रयास बेकार हो सकते हैं।

समीक्षा:

"एनाकोंडा" एक रोमांचक और दिलचस्प हॉरर फिल्म है जो दर्शकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है। फिल्म की कहानी और प्लॉट भले ही थोड़े सामान्य हों, लेकिन इसका दृश्य प्रभाव और थ्रिलिंग तत्व इसे मनोरंजक बनाते हैं। जेनिफर लोपेज और जॉन वॉयट के अभिनय ने फिल्म को एक अतिरिक्त मात्रा में शक्ति प्रदान की है। 

हालांकि, फिल्म के विशेष प्रभाव और कुछ दृश्यों की गुणवत्ता 90 के दशक के अंत के मानकों पर सीमित लग सकती है, फिर भी, इसकी हॉरर और थ्रिलिंग कैटगरी में यह एक उचित मनोरंजन का पैकेज है। अगर आप जंगली जानवरों के खतरों और आंतरिक संघर्षों पर आधारित थ्रिलर फिल्में पसंद करते हैं, तो "एनाकोंडा" एक अच्छी पसंद हो सकती है।

फिल्म एमेजॉन प्राइम और नेटफ्लिक्स दोनों ओटीटी पर उपलब्ध है। देखने जैसी है।

– महेंद्र शर्मा