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शैतानी
अब वह आदमी रोमा को उसकी गाड़ी तक छोड़ने आया और फिर उन दोनों ने एक-दूसरे को गले लगाया और फिर रोमा गाड़ी में बैठकर वहाँ से निकल गई और उसके बाद वह आदमी भी अपनी गाड़ी की तरफ जाने लगा I अश्विन भी बड़ी सतर्कता से अपनी गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर पहुँच गया और उस आदमी का पीछा करने लगा I दिल्ली के ग्रीनपार्क इलाके में उसकी गाड़ी रुकी और वह आदमी अपने सौ गज़ के मकान के अंदर चला गया I अश्विन कुछ देर तक तो गाड़ी में बैठा-बैठा उसके घर को देखता रहा पर फिर कुछ सोचकर वह गाड़ी से बाहर निकला और उसने दरवाजे की घंटी बजा दी I थोडी देर खड़े रहने के बाद, दरवाजा खुला और वह आदमी उसे देखकर हक्का-बक्का रह गया I अब अश्विन ने उसके हैरानी भरे चेहरे की तरफ देखते हुए कहा, “क्या मैं अंदर आ सकता हूँ ?” उस आदमी ने रास्ता छोड़ दिया और अश्विन अंदर आ गया I
अब अश्विन उस आदमी के ड्राइंग रूम में बैठा हुआ है और तभी वह हाथ में कॉफी पकड़े उसकी तरफ आता है और उसे कॉफी का कप उसकी तरफ करता है और खुद भी उसके सामने वाले सोफे पर बैठते हुए कहता है,
“बताएं मिस्टर अश्विन, कैसे आना हुआ?”
“मिस्टर अभिरंजन मैं तो आपका पीछा करते हुए यहाँ तक आ गया I”
“मैं कुछ समझा नहीं I” अभिरंजन हैरान है I
“मैंने आपको और रोमा को आज हौजखास वाले कैफ़े में देख लिया था और उससे पहले शायद आप लोग एक होटल में भी मिल चुके हैं I” अश्विन के मुँह से यह सुनकर वह थोड़ा सकपकाया पर फिर सामान्य होते हुए बोला,
“तो आप मेरा पीछा क्यों कर रहें थें?”
“आपका नहीं मिस रोमा का I” अश्विन ने कॉफी का घूँट भरकर उसे जवाब दिया I
“पर क्यों, उसकी क्या ज़रूरत आन पड़ी?”
“ज़रूरत नहीं जिज्ञासा, अब अश्विन ने कॉफी का कप टेबल पर रखा और उसे गौर से देखते हुए बोला, “दरअसल उस दिन रोमा सिंघल मुझे रास्ते में दिखी फिर मुझे थोड़ी परेशां लगी तो मैंने उनका पीछा किया और वह एक मामूली से होटल में आ गई और उसके बाद वहाँ आप दोनों के रोमांस की आवाजें मेरे कानों में पड़ी और फिर आज आप दोनों को उस कैफ़े में देख लिया I” अश्विन एक ही साँस में अपनी बात कह गया I
“वैसे यह तो कोई वजह नहीं हुई रोमा का पीछा करने की और आपकी बातों को सुनकर लग रहा है कि रोमा ने जिस दिन उस लड़के को पकड़वाया था, उसे भी आपने ही उसके पीछे लगाया होगा I” अभिरंजन ने उसे घूरा I
अश्विन ने गहरी साँस छोड़ते हुए कहा, “रोमा सिंघल का पीछा करने के लिए यह वजह काफी नहीं है कि वह माया सिंघल की माँ है और रही बात उस लड़के की तो हाँ हमने ही उसे उनके पीछे लगवाया था I” अश्विन ने बड़े आराम से जवाब दिया I
“पूछिए, क्या पूछना है? “ अब अभिरंजन ने हथियार डाल दिए I
“आप और रोमा कब से साथ है?”
“मैं रोमा के एक्स हस्बैंड नमन मित्तल के लिए काम करता थाI वहीं से हमारी जान-पहचान हुई और फिर जब अमित कोई जासूस ढूंढ रहा था तो रोमा ने ही मेरा नाम सुझाया था I”
“ताकि आप लोग पास रहें I” अश्विन बोला I
“नहीं क्योंकि मैं नमन मित्तल के लिए ऐसे ही काम करता था और भरोसेमंद भी था I”
“उस दिन मैंने, आपकी और रोमा की बातें सुन ली थी और शायद आप लोग जानते है कि माया पर यह अटैक किसने करवाया है I”
अब अभिरंजन ने एक गहरी साँस छोड़ी और अश्विन की तरफ देखते हुए कहा, “हमें कुछ मालूम नहीं है, हम अपना अंदाज़ा लगा रहें थें I”
“जान सकता हूँ क्यों?” आश्विन ने भोहें उचकाते हुए पूछा I
“हमें लगा कि शायद यह काम नमन मित्तल का हो क्योंकि रोमा ने उस समय नमन मित्तल को तलाक दिया था जब वह प्रेग्नेट थी तो शायद उसने बदला लेने के लिए ऐसा कुछ किया हो I”
“तो क्या माया आपकी बेटी है.......? यह कहते हुए वह रुक गया I
“जी नहीं, वह रवीश सिंघल की बेटी है I मैंने कहा न, मेरी उस समय उससे सिर्फ जान-पहचान थी, रवीश से शादी के बाद भी हमारे बीच दोस्ती रही और फिर वक्त के साथ रवीश ने रोमा की तरफ ध्यान देना बंद कर दिया और मेरी बीवी भी मुझे छोड़कर चली गई तो हम एक दूसरे के करीब आते चले गए I” उसने सफाई दी I
“तो क्या सचमुच नमन मित्तल रवीश सिंघल से बदला लेने के लिए ऐसा कुछ कर सकता है? “
“हालाँकि वे बिज़नेस राइवल तो शुरू से ही थे पर इस अफेयर को बहुत समय बीत चुका है इसलिए कह पाना मुश्किल है I “
“तो क्या नमन मित्तल इंडिया आ रहा है?”
“आया था पर दो दिन बाद वापिस अमेरिका चला गया I “ अभिरंजन के चेहरे पर कोई भाव नहीं है I अब अश्विन ने उसे गौर से देखा जैसे मानो उसकी आँखों में झाँक रहा हो, “ क्या माया उस माफिया किंग सम्राट के साथ हो सकती है?” अभिरंजन उसके इस सवाल पर हैरान है I
“सम्राट बलराज शिखावत, उसकी बात कर रहे हो?”
“हम्म !!! वहीं I”
“मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता, हाँ पर इतना पता है, रोमा की यह बेटी पूरी तरह उसके हाथ से निकल चुकी हैI” यह कहकर अभिरंजन ने बात वहीं खत्म कर दी I अब अश्विन कुछ सोचते हुए उठा और अभिरंजन से हाथ मिलाते हुए बोला, “मैं किसी को नहीं कहूँगा कि आप और रोमा साथ है और आपने पुलिस से पुणे जाने का झूठ बोला था I अब अभिरंजन ने उससे हाथ मिलाने के बाद कहा, “नहीं मैं सच में पुणे जा रहा था और मेरे पीछे रोमा भी आ जाती मगर रवीश सिंघल जापान से वापिस आ रहा है इसलिए रोमा ने मना कर दिया और आपकी जानकारी के लिए बता दूँ, मैंने आपसे कभी कोई झूठ नहीं बोला है, सिवाय इसके कि मैं रोमा को कम जानता था I” अभिरंजन की आँखों की सच्चाई अश्विन को नज़र आ रही है I
अब अश्विन फुर्ती से अभिरंजन के घर से निकला और उसने गाड़ी चलाते समय माया का नंबर घुमा दिया और फिर उसके फ़ोन उठाते ही बोला, “ मुझे उस आदमी से मिलना है जो मुझे सम्राट तक पहुँचा सकता है I” यह सुनकर माया के चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान आ गई I