You Are My Life - Introduction in Hindi Love Stories by Butterfly books and stories PDF | You Are My Life - Introduction

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You Are My Life - Introduction

Disclaimer 
 
"You Are My Life" उपन्यास, लेखक Butterfly द्वारा रचित एक मौलिक काल्पनिक रचना है। इसमें प्रस्तुत किए गए सभी पात्र, घटनाएँ, स्थान और परिस्थितियाँ पूरी तरह से लेखिका की कल्पना पर आधारित हैं। यदि किसी जीवित या मृत व्यक्ति, स्थान या घटना से कोई समानता प्रतीत होती है, तो वह मात्र संयोग है।

इस पुस्तक में प्रेम, भावनाएँ, गलतफहमियाँ और व्यक्तिगत टकराव जैसे विषयों को कथानक का हिस्सा बनाया गया है। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस कहानी को केवल एक काल्पनिक मनोरंजक रचना के रूप में ही लें, न कि वास्तविक जीवन के लिए कोई मार्गदर्शन।

लेखिका Butterfly और प्रकाशक, इस कहानी से उत्पन्न किसी भी प्रकार की व्याख्या, धारणा या भावनात्मक प्रतिक्रिया के लिए उत्तरदायी नहीं हैं। पाठकों से विवेकपूर्वक पढ़ने का अनुरोध किया जाता है।


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परिचय

यह कहानी दो ऐसे कपल्स की है जो एक-दूसरे की ज़िंदगी में बिल्कुल अनायास ही आ गए। जिन ज़िंदगियों की उन्होंने अपने लिए कल्पना की थी, यह कहानी उन कल्पनाओं के बिल्कुल उलट घटी घटनाओं पर आधारित है। तय की गई राहों से भटककर, एक मोड़ ऐसा आया जिसने उनके मिलने और एक भावनात्मक सफ़र की शुरुआत कर दी...


#AYRA:
पहली मुलाकात याद होने के बावजूद दोनों एक-दूसरे के लिए अजनबी बने रहे। लेकिन एक दिन ज़िंदगी में अचानक घटी एक घटना ने उन्हें एक-दूसरे के करीब ला दिया।
उसकी ज़िंदगी के खालीपन को भरने वाला आदित्य, और उसकी बेमतलब ज़िंदगी को मतलब देने वाली मायरा

#RAKHIT:
वो उसकी शादी में शामिल होने गया था... लेकिन खुद उससे शादी कर बैठा।
कब एक समझौता, ज़िंदगी जीने के लिए ज़रूरी प्यार बन गया, दोनों को पता ही नहीं चला।
बिन कहे एक-दूसरे के मन की बात समझने वाले, और उस समझ को अपनाकर अपनी ज़िंदगी को हँसी-खुशी जीने वाले राखी और रोनित

"उसके आंखे खुली किताब सी – सिर्फ मेरे लिए : रॉनित।"
 
 
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किरदार
रोनित कपूर: एक ऐसा नाम जो पहली बार सुनते ही दिलचस्पी जगाता है, और पहली नज़र में ही ध्यान खींच लेता है। उसके चेहरे पर एक अनोखा संतुलन है — रफ और सॉफिस्टिकेटेड लुक का। जैसे किसी ने मर्दानगी को नफ़ासत के साथ गढ़ा हो। उसकी नुकीली आँखें, तेज़ जॉलाइन और गहरे, सलीके से संवरे हुए बाल उसे भीड़ से अलग करते हैं।

हल्की दाढ़ी उसके चेहरे को और ज़्यादा असरदार बनाती है, जैसे हर एक भाव, हर एक खामोशी उसकी आँखों और चेहरे के ज़रिए अपनी कहानी कहती हो। उसकी तीव्र निगाहें किसी को भी पढ़ने का हुनर रखती हैं — और उसकी भौंहों की मामूली सी सिकुड़न ही बता देती है कि वो किस मूड में है।

२६ साल का रोनित दिल से साफ़ है लेकिन ज़माने से थोड़ा अलग। उसने वो रास्ता चुना जो आसान नहीं था — अपने पिता के बड़े और पुराने बिज़नेस को छोड़कर खुद की पहचान बनाने का। वह एक स्टार्टअप चला रहा है, जिसे उसने अपनी मेहनत, जुनून और ईमानदारी से खड़ा किया है। उसे न अपने नाम का घमंड है और न ही अपने पैसे का दिखावा।

वो कम बोलता है, लेकिन जब बोलता है तो सामने वाले को महसूस होता है कि ये इंसान सिर्फ़ शब्द नहीं, सोच बोल रहा है। रिश्तों को लेकर वह गंभीर है, लेकिन उसका दिल अब तक उस एक को ढूंढ रहा है — जो उसके अंदर छिपी मासूमियत और अधूरेपन को महसूस कर सके।
 
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राखी सूद: 25 साल की एक आत्मनिर्भर, भावुक और ज़िंदगी से जूझती हुई लड़की, जो पंजाबी परिवार में जन्मी लेकिन दिल से गुजराती है। रंग गोरा, आंखों में हलकी सी उदासी और होंठों पर जबरन मुस्कान लिए, वो बाहर से जितनी हंसमुख लगती है, अंदर से उतनी ही टूटी हुई है।

बचपन से ही उसने अपने घर में अपनापन नहीं पाया। उसके रिश्ते परिवार से कभी भी सहज नहीं रहे। पापा मम्मी की नामौजूदगी रिश्तों से उसे दूर करती गई, जिसने उसे जल्दी बड़ा कर दिया। उस माहौल से आज़ादी पाने के लिए उसने मुंबई को चुना — एक शहर जो उसे जानता नहीं था, लेकिन शायद समझता ज़रूर था।

आज वो एक कंपनी में असिस्टेंट के तौर पर काम करती है — काम में तेज़, ज़िम्मेदार और बिल्कुल भरोसेमंद। ऑफिस में सब उसे पसंद करते हैं, लेकिन कोई भी उसके पास नहीं आ पाता... क्योंकि वो अपने इर्द-गिर्द एक नज़र न आने वाली दीवार बनाए रखती है।

उसे गुजराती त्योहार, गरबा, ट्रेडिशनल खाना और लोकगीतों से खास लगाव है। शायद इसलिए कि वो उस संस्कृति में वो अपनापन ढूंढती है जो उसे अपने घर में कभी नहीं मिला। जो इसके ननिहाल की वज़ह से है।

वो प्यार पर यकीन तो रखती है, लेकिन खुद को कभी उसके काबिल नहीं मानती। उसके दिल में एक अधूरी सी ख्वाहिश है — कि काश कोई आए, जो उससे बिना शर्त प्यार करे... और उसे ये यकीन दिलाए कि वो भी किसी के लिए “घर” बन सकती है।
 
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मायरा खन्ना: एक ऐसी लड़की जिसे देखकर लोग बस इतना कहते हैं: "परफेक्शन।" खूबसूरती, आत्मविश्वास और क्लास — तीनों का बेहतरीन मेल है वो। उम्र २६ साल, लंबे कद, नर्म लेकिन तीखे नैन-नक्श, गहरे भूरे बाल और हमेशा ग्रेसफुल अंदाज़ में बात करने वाली आन्या जहां भी जाती है, सबका ध्यान खुद-ब-खुद उसकी ओर खिंच जाता है।

वो एक बड़े बिज़नेस टाइकून की इकलौती बेटी है। दुनिया के लिए वह "बड़े बाप की समझदार और जिम्मेदार बेटी" है — जो कंपनी संभालती है, कॉर्पोरेट मीटिंग्स में फैसले लेती है, और हर मोर्चे पर परफेक्ट नज़र आती है। लेकिन उस बाहरी परफेक्शन के पीछे एक अकेली और थकी हुई लड़की है — जिसे बचपन से ही सिर्फ़ "काबिल बनो" सिखाया गया, लेकिन कभी "प्यार किया जाता है" ये नहीं बताया गया।

उसके पापा ने हमेशा उसे स्ट्रिक्टली ट्रीट किया — प्यार या अपनापन क्या होता है, ये उसने सिर्फ़ फिल्मों या किताबों में देखा है। अपने रिश्तों में वह थोड़ा सतर्क है, लेकिन दिल से बहुत ईमोशनल है। वह एक मजबूत लड़की है, लेकिन अंदर ही अंदर किसी ऐसे की तलाश में है जो उसे उसके नाम और पहचान से हटकर समझे... बस उसके लिए।

उसका फैशन सेंस एलिगेंट और हाई-एंड होता है — क्लासिक साड़ियाँ, डिजाइनर सूट्स या वेस्टर्न ड्रेस, हर लुक में रॉयल फील देती है। कॉन्फिडेंस उसके चेहरे पर झलकता है, और आंखों में एक अधूरी सी ख्वाहिश।
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आदित्य वर्मा: मुंबई का एक स्मार्ट, चार्मिंग और बेहद समझदार प्राइवेट डिटेक्टिव। उसके पास तेज़ निगाहें हैं जो सिर्फ़ सबूत ही नहीं, किसी के छुपे हुए जज़्बात भी पढ़ लेती हैं। करीब २८ साल का, लंबे कद का, हल्के गेहुँआ रंग का और साफ़ तराशी हुई दाढ़ी के साथ उसकी पर्सनैलिटी पहली ही नज़र में ध्यान खींच लेती है।

वह प्रोफेशनली बहुत पैना है — केस हल करने की अपनी खास स्टाइल है। लेकिन निजी ज़िंदगी में वह सीधा-सादा, मज़ाकिया और बहुत सेंसिटिव है। उसे पुराने म्यूज़िक का शौक है, अकेले बैठकर बारिश में कॉफी पीना पसंद है, और किताबों से उसकी अच्छी दोस्ती है।

वह अपने काम को लेकर ईमानदार है, लेकिन दिल से बेहद भावुक — उसे प्यार में यकीन है, और शायद कहीं न कहीं किसी की तलाश भी कर रहा है… किसी ऐसी की जो उसके सुलझे हुए बाहर और उलझे हुए अंदर को समझ सके।

उसका स्टाइल क्लासी है — कैजुअल शर्ट्स, वॉच, और बाइक चलाते वक़्त पहना जाने वाला चमड़े का जैकेट उसकी पहचान है।

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राजेश वर्मा – मुंबई पुलिस के कमिश्नर
एक ईमानदार, सख़्त और अपने कर्तव्य के लिए समर्पित अधिकारी। अपने नियमों के लिए मशहूर हैं, और निजी जीवन में भी उतने ही अनुशासित। समाज के लिए कुछ भी कर गुजरने वाले इंसान, लेकिन पिता के रूप में अक्सर भावनाओं को दबा देने वाले।

सुहानी वर्मा – राजेश वर्मा की बेटी
सुंदर, आत्मविश्वासी और समझदार। पढ़ाई में होशियार और ज़िंदगी को अपने तरीके से जीने की चाह रखने वाली लड़की। पापा की स्ट्रिक्ट परवरिश के कारण थोड़ी शांत लेकिन दिल से बेहद भावुक। प्यार और आज़ादी की तलाश में है।

रश्मि वर्मा – आदित्य की माँ
एक सौम्य, सुलझी हुई और सहनशील महिला, जिन्होंने ज़िंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। अपने बेटे आदित्य के लिए हमेशा ढाल बनकर खड़ी रहीं। समझदारी और ममता का सुंदर मेल हैं रश्मि।


अक्षय कपूर – रोनित के पिता
एक प्रसिद्ध उद्योगपति, जो अपने बेटे रोनित के भविष्य को लेकर बेहद महत्वाकांक्षी हैं। उन्हें लगता है कि रोनित को पारिवारिक बिज़नेस संभालना चाहिए, लेकिन रोनित की अलग सोच अक्सर दोनों के रिश्तों में टकराव ले आती है।

यामी कपूर – रोनित की माँ
सौम्य स्वभाव की महिला, जो हमेशा पति और बेटे के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करती हैं। वह रोनित की आज़ाद सोच को समझती हैं, लेकिन परिवार की मर्यादा भी उनके लिए उतनी ही अहम है। दिल से बेहद संवेदनशील और रिश्तों में विश्वास रखने वाली।
 
विक्रम खन्ना – आन्या के पिता
एक सफल और प्रभावशाली बिज़नेसमैन, जिनका नाम शहर के सबसे अमीर और ताक़तवर लोगों में गिना जाता है। उनका व्यक्तित्व गंभीर, प्रभावशाली और दबाव बनाने वाला है। वो अपनी बेटी आन्या से बेहद प्यार तो करते हैं, लेकिन उस प्यार को कभी जाहिर नहीं करते — उनके लिए प्यार का मतलब हमेशा नियंत्रण और अनुशासन रहा है।

वो चाहते हैं कि आन्या उनकी विरासत संभाले, उनके बनाए रास्ते पर चले — चाहे उसकी अपनी ख्वाहिशें कुछ और ही क्यों न हों। उनके मन में अपनी बेटी के लिए गर्व भी है और डर भी — कि कहीं वो अपने दिल की सुनकर उनकी बनाई दुनिया से दूर न चली जाए।


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