Vampire - My Protector - 2 in Hindi Love Stories by Pooja Singh books and stories PDF | Vampire - My Protector - 2

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Vampire - My Protector - 2

तभी कोई कहता है... " कोमल ठीक कह रही है... " नव्या पीछे मुड़कर उसे देखते हुई कहती है... " तो अब आप भी इससे सहमत है मिस्टर अव्यांश... " अव्यांश मुस्कुराते हुई कहता है... " ओह कम ऑन.. जस्ट किडिंग नव्या , बस यु मिस्टर मत कहकर बुलाया करो ओड लगता है.... " नव्या दोनों को देखते हुए कहती है.... " तुम दोनों अपनी ये कहानियाँ एक दूसरे को सुनायो मुझे क्लास अटेंड करने जाना है.... " नव्या वहाँ से चली जाती है जिसे देखते हुए कोमल कहती है... " मैंने उसे नाराज़ कर दिया.. मुझे जाना होगा... " कोमल भी पीछे चली गई वही अव्यांश सोचते हुए कहता है.... " क्या होगा जब नव्या को मेरी सच्चाई पता चलेगी...?... क्या वो मुझे अपना पायेगी..?.. नहीं नहीं मैं नव्या से प्यार करता हूँ, ऐसे कैसे खोने दूंगा उसे... "

तो वही दूसरी तरफ रॉयश उन्हें देखकर हॅसते हुए कहता है.... " ये बात तो सच है लेकिन मैं आपको  डराना नहीं चाहता, हम भी ग्रुप में आये थे और अब किसी का कोई पता नहीं सब कहाँ गए..बस उन्हें हीं ढूंढ रहा हूँ... " रोमिला शकी नज़रो से उसे देखते हुए कहती है... " तुम अकेले कैसे बच गए..?.. " 

रॉयश उनकी तरफ से मुड़कर शैतानी हसीं हॅसते हुए कहता है.... " यहां पास हीं एक महल है.. वहाँ सब कुछ आलिशान है, बस वही पर रहता हूँ... " रोमिला को रॉयश की बातों पर विश्वास नहीं हो रहा था जिसका एहसास राँयस को हो गया था इसलिए उसने एक तेज डरावनी आवाज निकाली जिसे सुनकर सबके चेहरे पर डर पूरी तरह छा चुका था... धीरे धीरे उनके आसपास धूंध छाने लगी थी जिसकी वजह से सब बेहोश हो चुके थे और रॉयश जोर जोर से हॅसते हुए कहता है.... " आज डैड बहुत ख़ुश होंगे, आज बहुत दिनों बाद इंसानी खून सबकी भूख मिटा देगा ..." रॉयश उन सबको लेकर ड्राकुला पैलेस पहुंच चुका था जिन्हे देखकर किंग हेरोल्ड रॉयश को देखते हुए कहता है.... " तुम इन सबको इंसानी दुनिया से कैसे ले आये..?... " रॉयस हॅसते हुए कहता है... " डैड, इन्हे हमारे यहां के राज जानना है ...अब ये भी मरेंगे.... " हैरोल्ड शातिराना अंदाज में हॅसते हुए कहता है.... " नहीं रॉयश अब हम इनके जरिये इंसानी दुनिया पर कब्ज़ा करेंगे , जिससे हमारी भूख भी मिटेगी और हमारा डर भी बढ़ेगा , जिससे सब हमारे गुलाम होंगे..... " रॉयश हैरोल्ड की बातों पर सहमत था इसलिए कहता है... " तो फिर मैं इनसबको वैम्पायर बनाने पर ध्यान देता हूं, ताकि हम भी इनके जरिए इंसानी दुनिया में जा सके..... " रॉयश इतना कहकर वहाँ से जाता है... " 

वही सेंट पीटर कॉलेज में 

नव्या और कोमल अपनी क्लास के बाद वापस लाइब्रेरी के बाहर अव्यांश से मिलते है जिसे देखकर नव्या उसे घूरते हुए देखती है जोकि फोन में ध्यान लगाए हुए था, जोर से कहती है.... " अव्यांश.. " नव्या के बोलते हीं उसका ध्यान उसपर था, उसे देखते हुए कहता है... " हे.. " अव्यांश कुछ कहता उससे पहले हीं नव्या बोलती है... " तुम्हारा पढ़ने का मन नहीं है क्या..?.. " अव्यांश हा में सर हिलाता है..

" तो फिर क्लास क्यू अटेंड नहीं की...?... " 

अव्यांश अपने फोन को दिखाते हुए कहता है... " एक इम्पोर्टेन्ट न्यूज़ है ,, स्कल आइलैंड पर जो रिसर्च टीम गई थी न उसका कोई पता नहीं... "  

" क्या...?.. " हैरानी से कोमल पुछती है....

"...... तुम दोनों इसी सर्च में लगे रहो....."  दोनों को देख झिल्लाते हुए नव्या वहाँ से चली जाती है... अव्यांश सोचते हुए कहता है.... " मुझे उन्हें रोकना होगा , कही बहुत देर नहीं हो जाये... " अव्यांश को खोया देख कोमल कहती है... " तुम क्या सोच रहे हो..?.. ये सब किसने किया होगा....? " 

मैं जनता हूँ....." अव्यांश खोई हुई आवाज में कहता है....