Paththardil Pyaar - 1 in Hindi Love Stories by Sri books and stories PDF | पत्थरदिल प्यार - 1

The Author
Featured Books
  • ঝরাপাতা - 1

    ///ঝরাপাতাপর্ব - ১সন্ধ্যা নামার ঠিক আগের এই সময়টা খুব প্রিয়...

  • Ms Dhoni

    রাঁচির ছোট্ট শহর। স্টেশন রোডের পাশে এক সরকারি কোয়ার্টারে থা...

  • মহাভারতের কাহিনি – পর্ব 118

    মহাভারতের কাহিনি – পর্ব-১১৮ যুদ্ধের নবম দিনে ভীষ্মের পরাক্রম...

  • তিন নামের চিঠি..

    স্নেহা, অর্জুন আর অভিরূপ — ওরা তিনজন।কলেজের এক ক্লাসে প্রথম...

  • জঙ্গলের প্রহরী - 3

    জঙ্গলের প্রহরী / ৩পর্ব - ৩জঙ্গলের হাতার বাইরে কাঁটাতারের বেড...

Categories
Share

पत्थरदिल प्यार - 1

न्यू यॉर्क में शुरू हुई एक मॉडर्न लव स्टोरी: बुली और एक मासूम लड़की


 

न्यू यॉर्क की चमचमाती गलियों और ऊँची इमारतों के बीच, एक नई कहानी की शुरुआत हुई। दिया अरोड़ा, एक मासूम सी लड़की, जिसके सपनों में रंगीन तितलियाँ उड़ती थीं, ने एक प्रतिष्ठित कॉलेज में अपना पहला कदम रखा। उसका दिल एक अनजान सफर के लिए बेकरार था, पर उसे नहीं पता था कि ये सफर उतना आसान नहीं होगा। यहाँ उसकी मुलाकात होने वाली थी ईशान मल्होत्रा से—एक ऐसे शख्स से, जिसका नाम सुनकर हर लड़की का दिल धड़कता था।

स्टेज का जादू


कॉलेज का पहला दिन था। ऑडिटोरियम में स्टूडेंट्स की भीड़ उमड़ रही थी। स्टेज पर एक लंबा, आकर्षक युवक खड़ा था। उसकी गहरी आवाज़ और आत्मविश्वास भरी मुस्कान ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। “हाय, मैं ईशान मल्होत्रा, आपका स्टूडेंट काउंसिल लीडर। इस कॉलेज में आपका स्वागत है!” उसने कहा। दिया, जो भीड़ में खड़ी थी, उसकी आँखें चमक उठीं। क्या खूबसूरत इंसान है... उसका दिल धीरे-धीरे धक-धक करने लगा। ईशान का चेहरा, उसकी मुस्कान, उसकी आवाज़—सब कुछ उसे किसी सपने जैसा लग रहा था।

 

 

कैंटीन का हादसा


कैंटीन में हंसी-मजाक और गपशप का माहौल था। स्टूडेंट्स अपने-अपने ग्रुप में खाने का आनंद ले रहे थे। ईशान अपने दोस्तों के साथ एक टेबल पर बैठा था, हँसते-बोलते हुए। दिया ने हिम्मत जुटाई और अपने हाथ में एक बड़ा सा चॉकलेट बॉक्स लिए उसके पास पहुँची। उसने शर्माते हुए कहा, “ईशान, ये चॉकलेट्स मैंने खास तुम्हारे लिए बनाए हैं।” उसकी आवाज़ में एक मासूम सी उम्मीद थी।

 

पर तभी कैंटीन में ठहाके गूंजे। “अरे, ये लो, तुम्हारी चिपकू छिपकली फिर आ गई!” एक स्टूडेंट ने चिल्लाकर कहा। बाकी लोग हँसने लगे। दिया ने हल्के से कहा, “उनकी बातों का बुरा मत मानो...” उसने बॉक्स से एक चॉकलेट निकाली और उसे खिलाने की कोशिश की। लेकिन इससे पहले कि वो कुछ और कह पाती, ईशान ने गुस्से में उसका हाथ जोर से झटक दिया। “हट जा यहाँ से, वरना मैं तुझे सबके सामने शर्मिंदा कर दूंगा!” उसने चॉकलेट बॉक्स को गुस्से में फेंक दिया, जो फर्श पर बिखर गया।

 

दिया स्तब्ध रह गई। उसकी आँखें नम हो आईं। “स...सॉरी...” उसने धीरे से कहा और चुपचाप वहाँ से चली गई। मन ही मन उसने सोचा, शायद मैंने सबके सामने उसे चॉकलेट खिलाने की कोशिश करके गलती कर दी। कैंटीन में हँसी के ठहाके गूंज रहे थे। “देखा उसका काला मुँह!” एक लड़की ने कहा। “अगर जरा और जोर से धक्का देता, तो यहीं रो पड़ती!” दूसरी ने तंज कसा। “सचमुच, कितनी बेशर्मी है! इतनी बार रिजेक्ट होने के बाद भी पीछे पड़ी है!” एक और लड़की ने कहा। “कुत्ते की तरह उसका पीछा करती है। घिन आती है!” उनकी बातें दिया के दिल को चाकू की तरह चीर रही थीं।

 

अफवाहों का बाज़ार


कैंटीन में ही, ईशान के दोस्त अपनी टेबल पर गपशप में मशगूल थे। सलोनी, ईशान की एक दोस्त, ने धीरे से कहा, “सुना है, दिया मिडिल स्कूल में कुछ अजीब थी। उसके माता-पिता झील से मछलियाँ बेचते थे।” दूसरी दोस्त ने हँसते हुए कहा, “सचमुच? शायद इसलिए उसकी क्लास में हमेशा मछली की बदबू आती थी!” सलोनी ने जवाब दिया, “हालांकि मुझे तो कभी ऐसी बदबू नहीं आई।” “शायद स्कूल आने से पहले नहा लेती होगी!” दूसरी ने हँसते हुए कहा। सब ठहाके मारकर हँसने लगे। ईशान चुपचाप सुनता रहा, उसका चेहरा बेपरवाह।

 


तभी कैंटीन का माहौल अचानक बदल गया। रिया मेहता, कॉलेज की सबसे खूबसूरत लड़की, अपने दोस्तों के साथ अंदर दाखिल हुई। ईशान की नज़र उस पर टिक गई। उसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा—बदम बदम बदम...। उसके दोस्त ने उसकी नज़रों को भाँप लिया और हँसते हुए बोला, “वाह, हमारी कॉलेज की क्वीन आ गई! क्या इसलिए हमारे राजा का चेहरा बल्ब की तरह चमक रहा है?” दूसरा दोस्त बोला, “सुना है वो यूएनओ इंडस्ट्रीज के प्रेसिडेंट की बेटी है। उसका बाप बिजनेस में बहुत बड़ा नाम है!”

 

 

एक रैंडम लड़की ने कहा, “कितनी स्टनिंग लग रही है वो!” सलोनी ने मुस्कुराते हुए कहा, “उसका चेहरा ही नहीं, उसका दिल भी खूबसूरत है।” एक और दोस्त ने मजाक में कहा, “कभी-कभी तो मन करता है कि मैं ईशान जैसा मर्द बन जाऊँ, ताकि रिया का ध्यान मुझ पर जाए!” ईशान ने उसे घूरा, और सलोनी हड़बड़ा गई। “मजाक कर रही थी!” उसने हँसते हुए कहा।

 

रिया ने कैंटीन में जगह तलाशने के लिए इधर-उधर देखा। उसकी नज़रें ईशान से टकराईं। वो थोड़ा शर्मा गई और नज़रें झुका लीं। ईशान के चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान तैर गई।

 

दिया का दर्द
कैंटीन से दूर, एक शांत कोने में, दिया टिश्यू पेपर से अपनी आँखें पोंछ रही थी। उसकी आँखें लाल थीं, और चेहरा उदास। “उसने मुझे फिर रिजेक्ट कर दिया,” उसने बुदबुदाया। “वो कितना पत्थरदिल है... मैं उसे कितना प्यार करती हूँ, फिर भी...” उसकी आवाज़ में दर्द और निराशा थी।

 

तभी उसका सबसे अच्छा दोस्त, आर्यन बोस, वहाँ पहुँचा। “अरे, फिर से वही रोना-धोना?” उसने मजाक में कहा। “तू एक ऐसे टापू के पीछे भाग रही है, जो दिखता ही नहीं। तू चाहे हज़ार बार कोशिश कर ले, वो तुझ तक नहीं पहुँचेगा। तू रेत है, और वो सूरज। तू रॉकेट से भी उड़े, तो तुझे जलने के सिवा कुछ नहीं मिलेगा।”

दिया ने गुस्से से उसकी तरफ देखा। “अगर तू मेरा साथ नहीं दे सकता, तो कम से कम मुझे सांत्वना तो दे, बेवकूफ!”
आर्यन, जो कॉलेज में उसका इकलौता दोस्त था, ने हल्के से मुस्कुराया। वो जानता था कि दिया का दिल कितना नाज़ुक है, पर उसकी जिद उसे और दुख दे रही थी।