Jaadui Mundari - 5 in Hindi Motivational Stories by Darkness books and stories PDF | जादुई मुंदरी - 5

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जादुई मुंदरी - 5

और राजा की लड़की किसी तरह मुश्किल से जमीन से उठी और तोते के कहने पर अब यही एक मौका है यहां से भाग जाना का उसके साथ ही रानी दरवाजा खुला छोड़ कर भागी थी राजा की लड़की बाहर चली गई और सीढ़ियों से उतरकर बाग में दाखिल हो गई यहां पर पहले से दोनों कौवे मिले गये थे। तोता आगे हुआ और कौवे पीछे और वह सब दिवार के एक छोटे से दरवाजे पर पहुंचे। 

लड़की ने कुछ मुश्किल के साथ किवाड़ों की कुंडी खोल ली और जब सब बाहर आ गए तो सभी ने अपने आप को त‌ई झील के किनारे पर पाया।उस 

वक्त झील के किनारे के पास दो हंस तैर रहे थे।

तोते ने राजा की लड़की से कहा कि इस अंगूठी को दिखा कर हुक्म दे की तुझे झील के उस पार पहुंचा दें। ज्यों ही लडकी ने हंसों को आगूठी दिखाई वह उसके पास आ कर सिर झुका कर पूछने लगा कि क्या हुकम है ? राजा की बेटी ने कहा मुझे झील के उस पार लेकर चलो उन दोनों हंसों ने अपनी जोड़ी बना ली और राजा की बेटी को झील के अपनी पीठ पर बीठा कर झील मे तैरते हुए ले जाने लगे और तोता राजा की बेटी के कंधे पर बैठा था और दोनों कौवे भी उडने लगे उस लड़की के साथ साथ।

और झील पार हो गई तो राजा की बेटी हंसों की पीठ से उतर गई और लडकी का हुक्म पाते ही दोनों हंस वापस चले गए अपने स्थान पर।

राजा की लड़की ने वहां चट्टानों में एक अलहदा जगह पाकर अपने भीगे हुए कपड़े सुखाने डाल दिये। और तोता और एक कौवे एक छोटी सी पहाड़ी पर लड़की की निगरानी के लिए लिए बैठने के लिए की कह दिया ग था और दुसरे कौए को राजा के महल वासप भेज दिया यह पता करने के लिए की आग लगने कघ बजह से रानी के बच्चे को कोई नुक्सान तो नहीं हुआ और रानी का बच्चा ठीक ठाक तो है ना।

जब तक कपड़े सूखे,वो कौवा मसल से लौट आया और खबर लाया की बच्चे को किसी प्रकार का कोई नुक्सान नहीं है वो बिल्कुल ठीक ठाक है।

महल का जो आग लगी थी वो बूझ गई थी।

लेकिन राजा की लडकी के बाबत महल में बड़ा शोर मचा गया है कि जो कोई राजा की बेटी को रानी के पास लेकर आयेगा उसके लिए 50 अशर्फी का इनाम घोषित किया गया है।

 तोते ने राजा की लड़की से कहा कि अपने कपड़े पहन कर अब जल्दी उसके पीछे-पीछे चल दे क्योंकि अभी ऐसी जगह बहुत दूर थी जहां उसे खोजने वाले ना पहुंच पाए।

और फिर उन सब ने वहां से कूच कर गए।

कौवे आसमान की राह चारों तरफ निगाह रखते हुए चले जा रहे थे और तोता राजा की लड़की के आगे आगे रस्ता बताता हुए चल रहा था ‌।

थोड़े अर्से में वह एक बडे वन में पहुंचे।

यहां एक कौआ तो ऊंचा आसमान में दरख्तों की चोटीयों से ऊपर ऊपर उडता हुआ चला और दूसरा कौआ नीचे उतर कर राजा की बेटी के आगे हो लिया। उन्हें बहुत बहुत आदमी वन में मिले 

लेकिन जब कोई आदमी आते हुए दिखाई देता तो 

 तो नीचे वाला कौवा।

क्रमशः ✍️