आज नैना को प्लास्टिक सर्जरी के बहुत बड़े सर्जन डॉ फरेना आ रही है यह बात डाक्टर ने फोन पर अभय को बताया और फिर अभय और अपर्णा जल्दी तैयार हो कर निकल गए।
अस्पताल पहुंच कर नैना के पास पहुंच गए तो देखा कि नैना बैठी हुई थी।
अभय ने कहा बहन कैसी हो?
नैना ने कहा हां, ठीक हुं भाई। तुम लोगो ने मुझे मरने नहीं दिया चलो अब जी कर भी देख लेते हैं।
डाक्टर आकर कहा कि अब डाक्टर फरेना आ रही है।
कुछ देर बाद ही डाक्टर फरेना आ गई और फिर बोली मुझे हिंदी आता है थोड़ा बहुत।।
सब हंसने लगे।
डाक्टर ने कहा हां मुझे ये माहौल चाहिए था।
नैना ने कहा हेलो डाक्टर!!
डाक्टर फरेना ने कहा हेलो!
फिर डाक्टर ने अच्छी तरह से नैना का चेहरा और हाथ सब कुछ देखा और फिर बोली काफी डेमेज हुआ है।
फिर डाक्टर साहब और फरेना दोनों केबिन में जाकर बैठ गए।
फरेना ने सब कुछ अच्छी तरह से बता दिया और कहा कि आठ लाख रुपए तक खर्च होगा।
डाक्टर ने धन्यवाद दिया और फिर कहा कि मैं आपको बताता हूं।
फिर डाक्टर ने अभय और अपर्णा को बुलाया और कहा कि आठ लाख रुपए तक खर्च होगा।
अभय और अपर्णा सुनकर एक दम चुप हो गए।
फिर डाक्टर ने नैना को डिस्चार्ज कर दिया और फिर सारी दवाई समझा दिया।
फिर अभय और अपर्णा ने नैना को पकड़ कर नीचे लेकर आ गए।
अब अभय अपने कार में बैठ गए और फिर नैना और अपर्णा पीछे बैठ गए।
नैना ने पूछा मासी क्या कहा डाक्टर ने??
अपर्णा ने कहा हां, बेटा वो बोली कि आठ लाख रुपए तक खर्च होगा।
नैना भी सुनकर एक दम सुन्न पड़ गई।
अभय ने कहा बहना, चिंता मत करो मैं सब इंतजाम कर लुंगा।
नैना ने कहा अरे नहीं भाई, कोई बात नहीं अब मुझे ऐसे जीने की आदत करनी होगी क्या हुआ जो मेरा अब चहेरा देखने लायक नहीं रहा?
मैं सब कुछ कर लुंगी भाई।
फिर नैना ने अपनी आंखें बंद कर दिया। कुछ देर बाद ही नैना,अभय और अपर्णा घर पहुंच गए।
नैना ने घर देखते हुए कहा कि ये किसका घर है?
अपर्णा ने कहा अरे बाबा तेरे मौसा जी ने बनाया था।
नैना ने कहा हां बहुत ही खूबसूरत है और हम यूं एस में है ना?
अभय ने कहा हां नैना पर क्या तुम्हें कुछ याद नहीं है?
नैना ने कहा नहीं,भाई बिल्कुल भी नहीं!
अभय ने ओह!चल अब जाकर आराम कर लो।
नैना चुपचाप कमरे में जाकर बेड पर लेट गई और फिर रोने लगी वो तो देख नहीं पाएगा, अच्छा हुआ जो मैं ही दूर चली आई! क्या वो पहचान पाएगा??
मैं किस मुंह से उसके पास जाऊं मैं, तो बस अब एक लाश बन गई।। कोई कालेज मुझे नहीं देगा नौकरी।।पर ये हाल मेरा किसने किया? क्या हुआ था मेरे साथ??हे भगवान मुझे कुछ याद नहीं आ रहा है।। साहिल सर चले गए मुझे बहुत प्यार करते थे मुझे शाय़द किसी के प्यार का हक नहीं है शायद।।
तभी तो निलेश का प्यार भी मुझे नसीब नहीं हुआ और फिर विक्की ने भी सच्चा प्यार किया था पर वो निभा नहीं पाया।।
मैं सच में मनहूस हुं शायद मर जाती तो अच्छा था।। ये सब सोचते हुए सो गई।।।।।।।।।।।।।।
शाम को चाय पीने के समय नैना को अभय ने कहा नैना तुम कुछ घर पर ही बच्चों को पढ़ा सकती हो।।
नैना ने कहा कौन इस चुडैल से पढ़ेगा?
अभय ने कहा अरे बाबा तुम भी ना बहना तेरी पढ़ाई लिखाई अभी तक जिंदा है सिर्फ एक चेहरा देख कर बच्चे नहीं पढ़ते थे तेरे पास जो पढ़ाने की विशेष श्रमता है उसका क्या?
नैना ने कहा कि हां ठीक है पर अभी मैं सब कुछ याद करना चाहती हुं फिर कुछ करना है।
उसके बाद कुछ ऐसा करना है जिससे मुझे ख़ुशी मिले मुझे शान्ति मिलें।।।
बस और कुछ नहीं।।
अपर्णा ने कहा नैना हिम्मत मत हारो देख भगवान ने जब जिंदगी दी है तो वहीं सब कुछ सम्हाल लेंगे।
नैना ने कहा हां मासी, मुझे बुई की याद आ रही है।।
अभय ने कहा हां ठीक है अभी फोन मिलाता हूं।
फिर अभय ने फोन मिलाया तो कोकिला जी ने उठाया और फिर बोली अरे अभय बेटा कैसे हो?
अभय ने कहा हां ठीक हुं एक बार बात किजिए।।
फोन नैना ने लिया और फिर बोली बुई। ये नाम सुनते ही कोकिला रोने लगी और फिर बोली नैना मेरी बच्ची कैसी है तू?
नैना ने कहा हां बस जी गई हुं। तुम कैसी हो हुई?
कितना अच्छा था मैं कानपुर में थी सब कुछ खत्म हो गया बुई।।
अब क्या हुआ??
नैना ने कहा मैं तो सब कुछ आपको बताना चाहती हुं।।।
और फिर फोन पर ही नैना ने अपने बारे में बताया और फिर बुई ने तुरंत विडियो कालिंग किया और जब नैना का आधा हिस्सा जला हुआ देखा तो रोने लगी और कुछ नहीं बोल पायी।
फिर नैना भी कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर दिया और फिर बहुत रोने लगी।
और फिर बोली मर क्यों नहीं गई मैं? क्या फायदा ऐसी जिंदगी का मुझे नहीं चाहिए बस अब मुक्त हो जाना चाहती हुं।।
फिर कुछ देर बाद ही नैना एक दम खामोश हो गई और फिर उठकर फेश् होकर बाहर आई और वहां पर न्यूज पेपर देखने लगीं।
बहुत सारे एण्ड देखने लगीं।। शायद मेरे लायक कोई काम हो जिससे मैं मुझे मेरा नाम चेेंज कर के बोलुगी।
मैं अपना चेहरा दुपट्टा पर ढंक कर रखुगी।
किसी को भी अपना चेहरा नहीं दिखा सकती हुं।
भगवान ने मुझे जो जीवन दिया है वो ऐसे लोगों के लिए समर्पण करना है जिनका इस दुनिया में कोई भी नहीं है।
अब जीने का मतलब नहीं रहा कुछ भी कम नहीं कुछ ज्यादा ही मांग लिया मैंने।।
क्या खोया क्या पाया और अब क्या बाकी है।।
भगवान ने जो भी सोचा होगा मेरे लिए उससे कोई भी दुःख नहीं है।।
क्या विक्की ने भी एक नैनी के लिए एण्ड दिया है।।
क्या नैना फिर से वो सब कर पाएंगी जिसका सपना देखा था उसने?
क्रमशः