Depression is the Hell in Hindi Anything by Shivangi Pandey books and stories PDF | Depression is the Hell

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Depression is the Hell

एक लड़की को मैने डिप्रेशन की वजह से आत्महत्या करते देखा है यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी डरावनी घटना है

डिप्रेशन की वजह से दौरे पड़ने लगते है ये सब मुझे हमेशा एक अनसुलझा रहस्य सा लगता था आखिर कोई  टेंशन की वजह से कैसे बीमार हो सकता है  , मर सकता है लोग इतने कमजोर कैसे होते है उन्हें मज़बूत होना चाहिए ऐसी कुछ घिसी पिटी नसीहतें लोग उन्हें देते है लेकिन डिप्रेशन एक नरक की तरह है जो एक बार इसमें फंस गया उसे कोई नहीं बचा सकता  स्वयं उस इंसान के जो इस नरक में है

इसका एहसाह मुझे भी हुआ , डिप्रेशन कितना खतरनाक हो सकता है ये मैने काफी करीब से जाना है कुछ ही मिनट में पूरा शरीर दर्द से तड़पने लगता है , कई रातें बिना सोए गुजर जाती है लेकिन बिस्तर पर आप पड़े रहते है सुस्त मरे हुए शरीर की तरह , रात भर दिमाग जैसे कुछ फुसफुसाहट करता रहता है एक ही बात को बार बार दोहराता रहता है जैसे कोई लूप हो, आप को भूख तो लगती है लेकिन खाने की इच्छा समाप्त हो जाती है, स्वास्थ हमेशा खराब रहने लगता है आप खुद से बातें करते है जैसे आप ही दूसरे इंसान भी हों, सांस फूलने लगती है ।किसी का भी साथ आपको अच्छा नही लगता, लोगों की आवाज से भी नफरत होने लगती है सबसे बड़ा बोझ होता है दूसरों के सामने सामान्य बनना इस दोहरे जीवन के बीच खुद को एक शून्य की तरह देखने लगते हैं मुझे पता है ये सबसे बड़ा बोझ है दूसरों के लिए हंसते रहना बहुत मुश्किल है दोहरा व्यक्तित्व जीना।

एक आत्महत्या करने वाला इंसान खुद को पहले बहुत टॉर्चर करता है  पहले ही खुद को तिल तिल करके मार चुका होता है जब वो अंदर से पूरा खत्म हो जाता है तब वो खोखले शरीर का त्याग करता है ताकि उसे सोचने से छुटकारा मिल सके आत्महत्या कभी भी अचानक नहीं होता ,  इंसान खुद से जूझता रहता है खुद को समझाता रहता है अंत में हार जाता है 

आत्महत्या भी एक हत्या ही है जैसे किसी के पीठ पर टाइम बम बांध देना फिर काउंटिंग करना । 

यह एक स्लो पॉयजन की तरह काम करता है जिसका पता हर रोज लगता है कि आज पॉयजन ली है ।बहुत सारे केस में कार्डियक अटैक का सबसे बड़ा कारण हाइपर टेंशन है जो कुछ सिटी के लोग बहुत ही गंभीरता से लेते है लेकिन ज्यादा तर लोग    अरे ये सब चोंचले हैं 

।जितनी तेजी से ये बढ़ रहा है सच में डर का विषय है

स्मोकिंग, ड्रिंकिंग, अनहेल्दी फूड टाइम लेंगे एक इंसान को खत्म करने में लेकिन डिप्रेशन आयेगा ऐसे की लोगों को एहसास नहीं होगा आप खत्म हो जाओगे लोग कहेंगे बीमारी क्या थी

।कुछ लोग होते है जो खुद को बचा लेते है बहुत लड़ते हैखुद से खुद को प्रेरित करते हैं जीना चाहते है भले ही वे ईमानदारी से कभी हंस न पाएं लेकिन वो फिरभी  जीते है सिर्फ इसलिए कि ये जीवन एक बार ही मिला है किसी का विश्वासघात उसे मार नहीं सकता , असफलताएं जीवन नहीं छीन सकती बहुत कुछ सोचते रहते है जिंदा रहने के लिए भी , कमाने के लिए भी ईमानदारी से समझा जाए तो ये भी डिप्रेशन ही है सकारात्मक डिप्रेशन।

अगर आपसे कोई कहे कि वो बहुत लोनली फील करते है डिप्रेशन फील करते है तो उस डिप्रेशन के पीछे की कहानी जानने की बजाए उन्हें सिम्पैथी दीजिए ज्ञान बिल्कुल मत दीजिए आपका ज्ञान उन्हें आत्मग्लानि से भर सकता है उन्हें साथ की जरूरत होती है आपके प्यार के शब्द आपके इंसानियत की कोशिश जीवन बचा सकती है

आत्महत्या का वो केस जिसे पूरी दुनिया से छुपा लिया गया  एक बुरे सपने की तरह  मुझे हर रोज खोखला करता रहता है । सच कहना बहुत मुश्किल है चुप रहना थोड़ा सरल ।

आप भी अपनों का ख्याल रखें आपके अपनों में से कोई अलग थलग रहने वाला  डिप्रेसिव कैंसर का शिकार हो सकता है ।या कोई जो अचानक ही बहुत ज्यादा हंसने लगा हो जरूरी नहीं उसे प्रेम हो गया है हो सकता है उसके साथ बहुत बुरा विश्वासघात हुआ हो और वो खुद को उबारने की कोशिश कर रहा हो इससे पहले उसकी कोशिश नाकाम हो आप उसके मनोवैज्ञानिक बना जाओ ।