मासूम माहिरा आपके लिये हमेशा प्रेजेंट रहती थी लेकिन कॉलेज में आने के कुछ दिन बाद हीं उसके सीनियर ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया, आये दिन उसको परेशानी का सामना करना पड़ता था, पर किसी न उसका साथ नहीं दिया इससे तंग आकर आखिर उसने सुसाइड कर लिया, उसकी मौत हो चुकी थी लेकिन वो दोबारा वापस लौट आई है,
क्या है उसके पुनर्जन्म की सच्चाई?
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माहिरा रुक जाओ ऐसा मत करो " माहिरा की दोस्त रीमा उसे रोके हुए उसके पीछे पीछे टेरेस पर पहुंच चुकी थी.. लेकिन माहिरा रोते हुए बस एक हीं बात कह रही थी , रीमा मेरा जीने का अब मन नहीं है, मैं किसी काम की नहीं हूँ, न शकल से न अक्ल से, मेरी माँ को हर दिन परेशान होना पड़ता है, ये लोग मेरा मज़ाक बनाते है, मैं अब औऱ नहीं सह सकती.. " रीमा उसे रोकते हुए कहती है " पर सुसाइड करना कोई सलूशन नहीं है , औऱ तुम्हारी माँ का क्या होगा, तू उनके बारे में भी तो सोच.. " माहिरा बिना कुछ बोले टेरेस से कूद गई...
माहिरा.......
एक औरत डेस Hospital के अंदर icu के बाहर खडे डॉक्टर से हाथ जोडकर विनती करती हुए कहती है. प्लीज डॉक्टर, मेरी बेटी को बचा लीजिये, कुछ दिन पहले हुई रागिंग के बाद माहिरा ने सुसाइड कर लिया, उसकी माँ रेखा उसे बचाने के लिये डॉक्टर से रिक्वेस्ट कर रही है, लेकिन डॉक्टर साफ मना करते हुए कहते है. देखिए मैडम वो लडकी मर चुकी है, हम कुछ नहीं कर सकते अब, बेहतर होगा आप अपनी बेटी को ले जाइये. रेखा डॉक्टर की बातों से गुस्से में रोते हुए कहती है. आप ऐसा कैसे कह सकते है, मेरी बेटी हीं तो मेरा सहारा है, औऱ आप कह रहे है वो मर गई, नहीं नहीं ऐसा नहीं हो सकता. आप तो डॉक्टर है ने सबको बचा सकते है, तो मेरी माहिरा को भी बचा लो. डॉक्टर ठंडी आवाज में कहते है. देखिये हम डॉक्टर है, भगवान नहीं जो सब कुछ ठीक कर सके, किसी के मरने के बाद हम उसमे जान नहीं डाल सकते है, इसलिए हमारी बात को समझने की कोशिश करिये. इतना कहकर डॉक्टर वहाँ से जाने लगे तभी नर्स भागते हुए icu Room से बाहर आकर कहती है. डॉक्टर जल्दी आइये, पेशेंट की बॉडी में मूवमेंट होने लगी है. डॉक्टर हैरानी भरी नजरो से उसे देखते हुए कहते है. ये क्या कह रही हो, वो तो मर चुकी है. नर्स न में सिर हिलाते हुए कहती है. आप देख लीजिये डॉक्टर. डॉक्टर अंदर पहुंचते है औऱ माहिरा को Check करते है, डॉक्टर के चेहरे पर हैरानी साफ झलक रही थी, मुस्कुराते हुए कहते है. she' s Ok ये तो चमत्कार है, इनकी मदर को बुला लो. नर्स रेखा को लेकर अंदर आती है, रेखा अपनी बेटी को देखकर अपने आंसू पोछते हुए उसके पास पहुँचती है औऱ डॉक्टर से कहती है. आपका शक्रिया कैसे करू, डॉक्टर उससे कहते है. थैंक्यू मेरा नहीं भगवान का करो, ये तो एक चमत्कार है, जिसकी वजह से आपकी बेटी जिन्दा हो गई, वरना मरने के बाद कोई वापस नहीं आता. रेखा हल्के से हॅसते हुए माहिरा के पास जाकर उसके सिर पर हाथ फेरती है, तभी उसकी नजर उसके हाथ पर पहुँचती है, जिसे देखते हुए कहती है. ये कैसा निशान है... ये तो आज से पहले मैंने कभी भी नहीं देखा....