इतने में ही काका वहा आ जाते है। काका वहा पहुंच जिया से कुछ कह पाते उसे पहले ही वहा विक्रम की आवाज जिया और काका को सुनाई देती हैं।
विक्रम "चले मेम सर ने आपको आपकी दादी की सर्जरी में ले जाने को कहा है।
जिया " क्या उन्होंने जानें की इजाजत दे दी।
काका" हां बिटिया बाबा ने आपको जानें की इजाजत दे दी और शाम को जल्दी घर लोटने को भी कहा है।
काका की बात सुन जिया हां में सर हिला देती हैं और विक्रम के साथ हॉस्पिटल के लिए निकल जाती है।
वही वो टेडी जिम से बाहर निकल एक रूम में चला जाता हैं। रुम अंदर से पूरा ब्लैक और ग्रे थीम पर डेकोरेट था। रुम को बहुत ही सलीके से सजाया गया था।
रुम में एक तरफ सोफे लगे हुऐ थे। उनके सामने ही ड्रेसिंग मिरर , उसके बगल में क्लोसेट रूम था। रुम के बीचों बीच एक किंग साइज बेड था।
बेड की पीछे की वॉल पर एक बड़ी सी फोटो लगी हुई थी। उस फ़ोटो में एक बहुत ही हैंडसम लड़का शर्ट लेस होकर बैठा था। उसके एक हाथ में वाइन का गिलास था और दूसरे में एक सिगरेट जो उसने अपनी दो उंगलियों में दबा रखी थी।
वो लड़का फ़ोटो में इतना हैंडसम लग रहा था कि कोई भी उस फ़ोटो को एक नज़र देख ले तो उसका दीवाना हो जाए। और अगर वो लड़का सामने हो तो कहना ही क्या।
वो टेडी उस फ़ोटो को देख कर ड्रेसिंग मिरर के सामने जाकर खड़ा हो जाता हैं। फिर वो टेडी एक नज़र उस फ़ोटो को देख फिर खुद को मिरर में देखता है।
मिरर में एक बड़ा सा टेडी जो की ब्लू कलर था। जिसने इस वक्त हाफ जींस पहनी हुई थी। जिसमें वो और भी क्यूट लग रहा था।खुद को ऐसे देख वो टेडी कहता है ।
टेडी " जिन लोगों की वजह से जो आज मेरी ये हालत हैं मैं उन्हें ऐसी सजा दूंगा कि उनकी रूह तक कांप उठेगी।
इतना कह वो टेडी क्लोजेट रुम में चला जाता हैं।
वही जिया हॉस्पिटल पहुंच चुकी थी। और कुछ ही देर में उसकी दादी की सर्जरी होने वाली थी। डॉक्टर जिया की दादी को सर्जरी के लिए ले जा चुके थे।
करीबन दो घंटे बाद डॉक्टर सर्जरी रूम से बाहर आते है। डॉक्टर को बाहर आता देख जिया जल्दी से डॉक्टर के पास पहुंच पूछती है।
जिया " हमारी दादी कैसी है, वो ठीक तो हैं ना, उनकी सर्जरी सही से हो गई है ना।
डॉक्टर " अरे अरे पहले आप शांत हो जाइए। आपकी दादी बिलकुल ठीक है, उनकी सर्जरी सफल रहीं। और एक दो घंटे बाद उन्हें होश भी आ जायेगा। उसके बाद आप अपनी दादी से मिल सकती हैं।
जिया " जी डॉक्टर
उसके बाद डॉक्टर बहा से चला जाता हैं। और जिया वही रखे बेंच पर बैठ जाती है।
एक घंटे बाद जिया की दादी को होश आ जाता हैं। जिया अपनी दादी को देख थोड़ी इमोशनल हो जाती है। क्योंकि उसका दादी के अलावा इस दुनिया में कोई नहीं था।
कुछ देर अपनी दादी के साथ गुजार जिया अपनी दादी को उनकी दवाइयां देकर वापिस घर आ जाती है। क्योंकि उसका सारा दिन हॉस्पिटल में ही गुजरा था।
घर पहुंचते पहुंचते जिया को शाम हो गई थी। जिया जैसी ही घर पहुंचती हैं। तो हॉल में ही उसे काका नजर आते हैं। जिया काका से सूरज के बारे में पूछती है।
जिया " काका क्या सर अभी घर पर ही हैं या कही गए हुऐ हैं।
काका " बेटा बाबा तो घर पर नहीं है, वो किसी काम से बाहर गए हुए है। क्या मैं तुम्हारे लिए डिनर लगा दूं।
जिया " नहीं काका मेने हॉस्पिटल में ही खाना खा लिया था।
इतना कह जिया अपने कमरे में चली जाती हैं। कमरे में पहुंच जिया पहले शावर लेती हैं। क्योंकि उसके कपड़ों से हॉस्पिटल की दवाइयों की स्मेल आ रही थी।
जिया कुछ देर बाद बाथरूम से बाहर आती है। इस वक्त जिया ने एक व्हाइट कलर का टावल लपेट रखा था और अपने बालों पर भी एक व्हाइट टावल लपेट रखा था।
जिया ड्रेसिंग मिरर के सामने आकर अपने बालों को सुखाने लगती हैं। अचानक जिया को लगता हैं कि कोई उसे देख रहा है। ये महसूस होते ही जिया पीछे पलट कर देखती है।
पर जिया को कोई भी नजर नही आ रहा था। जिया फिर से मिरर में देख अपने बालों को सुखाने लगती हैं। पर एक बार फिर उसे महसूस होता है।
कि कोई उसे देख रहा है। जिया फिर से पलट कर देखती है पर जिया को फिर से कुछ भी दिखाई नहीं देता हैं। जिया पुरे रूम को गोर से देखती है।
जिया को कुछ भी नजर नही आता सिवाए सोफे पर पड़े बड़े से ब्लू कलर के टेडी के, जिया इन सब को अपना भर्म मानकर फिर से अपने बालों को बनाने लगती हैं।
और इस बात से अंजान की दो एम्बर आंखे उसे ही देख रही है। जिया वही पर ही अपना टावल निकाल कर अपने कपड़े पहने लगती हैं।
एक बार फिर जिया को किसी की जलती हुई नज़रे खुद पर महसूस होती है। एक बार फिर ये महसूस कर जिया इस बार थोड़ी घबरा जाती है।
जिया तुरंत अपने कपड़े पहन कर सोफे पर पड़े टेडी को उठा कर अपनी गोद में रख धीरे से खुद से बड़बड़ाती है । क्या यहां कोई भूत प्रेत है।
मुझे बार बार ऐसा क्यों लग रहा है कि कोई मुझे देख रहा है। फिर एक नजर टेडी को देख कहती है।
जिया " क्या तुम्हें भी ऐसा लग रहा है कि कोई हमें देख रहा है। पर तुम्हें कैसे पता होगा। तुम तो एक टेडी हों।
वैसे तुम्हारा नाम क्या हैं। अरे मैं भी कैसी बाते कर रही हूं। तुम्हारा तो कोई नाम ही नहीं है। क्यों ना तुम्हारा कोई अच्छा सा नाम रखा जाए।
कुछ देर सोचने के बाद जिया झट से कहती हैं। तुम ना बहुत ही क्यूट हो तो तुम्हारा नाम आज से क्यूटी होगा।
इतना कह जिया क्यूटी को उठाकर बेड पर ले जाकर लेट जाती हैं। फिर क्यूटी को हग करके सो जाती है। कुछ देर बाद ही जिया गहरी नींद में चली जाती हैं।