Quotes by Darshita Babubhai Shah in Bitesapp read free

Darshita Babubhai Shah

Darshita Babubhai Shah Matrubharti Verified

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मैं और मेरे अह्सास

हादसा दस्तक देकर नहीं आता हैं l
वो बहुत बड़ा सदमा देकर जाता हैं ll

वक़्त बे वक़्त बिना इत्तला किये l
साथ अपने उफान को लाता हैं ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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मैं और मेरे अह्सास

आज आसमाँ का रंग रंगीला लगता हैं l
देख क़ायनात का ढ़ंग रंगीला लगता हैं ll

हम उम्र के साथ साथ गप्पे लगाते हुए l
प्यारे दोस्तों का संग रंगीला लगता हैं ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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मैं और मेरे अह्सास

चाहत
रंग चाहत का चढ़ा है आज देखो l
नूर आँखों का बढ़ा है आज देखो ll

हुस्न ने पर्दा उठाया जब वहां तो l
हरतरफ भगदड़ मचा है आज देखो ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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मैं और मेरे अह्सास

सुहाना सफ़र साथ काटे चलो आज l
सफ़र बीच दुख दर्द बाटे चलो आज ll

गुमां में फसे है हठीले से नादान l
दिलों से वफ़ा को निभाले चलो आज ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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मैं और मेरे अह्सास

संगीत
संगीत मन को प्रफुल्लित करता हैं l
मन में चैन औ सुकून को भरता हैं ll

संगीत बिना सारा संसार सुना है l
मन्त्रमुग्ध हो ध्यान में सरता हैं ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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मैं और मेरे अह्सास

सड़क से लंबे सफ़र की बात करो l
मुकम्मल से रहगुजर की बात करो ll

सब कुछ जानते हो उसका क्या करे?
खबर से भी बेखबर की बात करो ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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मैं और मेरे अह्सास

सदेव सदाचार का आचरण करते रहो l
जिंदगी में पुण्य इकठ्ठा करते रहो ll

सदा ही निस्वार्थ भाव से सेवा करना l
कर्तव्यों से सुख का सागर भरते रहो ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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मैं और मेरे अह्सास

सहयोग की भावना से आगे निकल सकते हैं l
साथ से बयारों का रूख भी बदल सकते हैं ll

एकता वो जादुई छड़ी जो सम्भव बनादे सब l
तिनका तिनका बादल भी गरज़ सकते हैं ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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मैं और मेरे अह्सास

गुरुकृपा से जीवन में उजियारा हो जाता हैं l
इन्सां अंधकार से प्रकाश की ओर पाता हैं ll

ज्ञान की ज्योति से जीवन धन्य होता ओ l
जिंदगी में सुख का नया सवेरा लाता हैं ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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मैं और मेरे अह्सास

सद्भाव के कर्मों का अच्छा फल मिलेगा l
भरोसा रखो आज नहीं तो कल मिलेगा ll

आज किसीको ठारोगे तो ख़ुद भी ठरोगे l
अमन चैन और सुकून का पल मिलेगा ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

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