I am a Story Writer,Song Writer and Singer,

मैं तब तक लडूंगा,जब तक मैं ख़ुद से हार नहीं जाता,और हारूंगा मैं आखिरी सांस तक नहीं।

-Shrikar Dixit

कोई पत्थर नहीं था,कोई बंजर नहीं था,ये जिसे तोड़ दिया तूने,ये तेरा घर नहीं था।

-Shrikar Dixit

अगर डरते हो,तो ज्ञान बढ़ाओ।डर हमेशा अज्ञानता से पनपता है।

-Shrikar Dixit

Thokar Se gire log Uth bhi Sakte hain,Magar Nazar Se Gire hue kabhi nahi uthte..

-Shrikar Dixit

मेरे अपने ही अपने कहां थे,
वो हकीकत थे,सपने कहां थे,
तेरे साथ गुजारे जो पल वो बड़े बेहतर थे,मगर तू मिले मुझे,हम इतने खुशकिस्मत कहां थे।

-Shrikar Dixit

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बदसूरत भी बेहतर हैं उस हंसीं चेहरे से,जिसपे बेवफाई का इल्जाम हो।

-Shrikar Dixit

हर तलब से बुरी है इश्क की तलब यारों,सांस छोड़ेगी मगर प्यार नहीं छोड़ेगी,बड़ी जालिम है आदत ये कि घर बार छोड़ेगी मगर यार नहीं छोड़ेगी

-Shrikar Dixit

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ना हंसकर मिला,ना ही रोकर मिला
मुझे वो जब भी मिला,गैर का होकर मिला।

-Shrikar Dixit

अब तेरे बगैर भी जी कर दिखाऊंगा, मैं अब अपना साम्राज्य ख़ुद बनाऊंगा।

-Shrikar Dixit

वादों पे यकीं कर लिया उसके,जिसका कोई ज़मीर ना था,मेरी बाहों में ही होता वो,मगर मैं उतना अमीर ना था।

-Shrikar Dixit