Quotes by Gajendra Kudmate in Bitesapp read free

Gajendra Kudmate

Gajendra Kudmate

@kudmate.gaju78gmail.com202313
(152)

शीशे की तरह रखा था बुलंद
आजतक मैंने अपने जमीर को
एक तेरी सोहबत में आकर
वह भी टूटकर बिखर गया


गजेन्द्र

Read More

कलम की तरह रगड़कर
खत्म होती जा रही है जिन्दगी
अनजाने में छोड़े जा रही है
खुद के मौजूदगी के निशान

गजेन्द्र

Read More

न रोको आज मुझे तूम
दिल में है जो वह कहने दो
बेशक तुम मेरी ना हो सको
मुझे इस भ्रम में ही रहने दो

गजेन्द्र

Read More

मत खुश हो मुझे यूँ मुस्कुराता हुआ देखकर
मै कोई दिल बहलाने की चीज नहीं हूँ
तीनका भर गर मुझमें झांकोगे तो
रोने के लीये तुम्हें सागर कम पड़ जाएगा


गजेन्द्र

Read More

हमनें कहा उनसे आपके दिल पर
मोहर हमारे प्यार की लगी है।
उन्होंने कहा दिल को बेचा नहीं जाता
बड़ी ही मीन्नतो के बाद पाया जाता है

गजेन्द्र

Read More

दिल को भी आजकल कुछ
सुकून के पल हासील हो रहे है
क्यों की जिन्दगी के फैसले आज
दिमाग से जो लिये जा रहे है।


गजेन्द्र

Read More

आज खुश तो बहोत होंगे आप
यूँही देखकर हमको परेशान
सितमगर तो आप खुद ही हो
फिर क्यों बनते हो हमसे अनजान

गजेन्द्र

Read More

मुस्कुराहट तुम्हारी देखकर मुझको
होता है जिन्दगी का अहसास
मुझे जहान से और क्या लेना
एक तुम जो हो मेरे पास

गजेंद्र

My Sweet Daughter

Read More

मेरे दिल के रोने की आवाज
पहुंची तो थी उसके दर तक
बेमतलब सा शोर समजकर
खिड़की थी उसने बंद कर दी

गजेंद्र

Read More

आँख से आंसू न बहाया करो
हर कतरा नश्तर चुभोता है दिल में
पढ़ता हूँ नज्म कोई याद में तुम्हारी
हो जाता हूँ रुसवा मैं भरी महफिल में


गजेंद्र

Read More