Quotes. Poems. Stories. લખવું એ મને વારસા માં મળેલું છે...પણ હજુ તો મારી શરૂઆત છે...લાગણી ની ભીનાશ કોને નથી હોતી ? સૌને હોય છે.તેમાં ભીંજાવનાર આ કલમ બસ વહ્યા જ કરે...મારી મૌન ભાષાને વાચા આપતી રહે... follow me on Instagram....

ઈર્ષા

हिंदी दिवस

जल
मिला सबको मूल्यवान उपहार
नामक उसका जलामृत
जल है जीवन...तो जीवन है शीतल
निर्मल सरल स्वभाव तेरा
निरंतर बहते रहना गुन तेरा
जैसा आकार वैसे ढलना
सब के साथ घुलमिल जाना है बड़पन तेरा
न रंग न स्वाद फिर भी प्यास की संतुष्टि तुमसे
तेरा बून्द बून्द है अमृतमय रग रग करे पुलकित
प्रकृति की प्रिय सखी
जहा सखी खिले हरियाली
बना दे सब उपवन फुलवारी
आओ मिलकर ले संकल्प जल बचाये जीवन सजाए

-Shree...Ripal Vyas

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सोचना

रिश्ते

સાત શબ્દ

सितम्बर तुम्हारा स्वागत है
नव पल्लित प्रकृति के नवमे शाहजादे तुम
शीतलता की लहरों के संग आए तुम
साथ लाए त्योहारो की सौगात तुम
तीज की हरियाली छाई तेरे आगमन से जैसे धरती को उपहार दिया हरित रंगी चुनरी का
बढ़ा दी महिमा तुमने गुरु शिष्य परंपरा की.... शिक्षक दिवस का उत्सव मनाकर...अहो आश्चर्य!!! ब्रह्मांड के पालन हार श्रीकृष्ण जन्म भी हुआ तेरे सानिध्य में.....ओ सितम्बर है ना तुम महान...चाहे गणेश उत्सव चाहे पितृपक्ष श्राद्ध सबको समेत इस माह में...
त्योहारो की जोली लेकर बटोर दिया प्यार सबके दिल मे...
खास हो गए सितम्बर ....
क्योकि...
तुम खुशियां और भक्ति मिश्रित माहौल के योगी हो
इसीलिए दिल से स्वागत है तेरा...

-Shree...Ripal Vyas

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नए रिश्ते की पहल

લાગણી દરિયો

खो जाना