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# उग्र मैं शांति पसंद करती हूं पर आजकल इतना शांत माहौल भी रास नहीं आता पड़ोसी पास तो है पर बोलने से है कतराता ये कैसे नकाब लगा दिए खुदा जो इंसान ही इंसान से दूर है भागता थोड़ा समझाने की कोशिश भी करे किसी को तो बड़ा जल्दी # उग्र हो जाता
#जल्दी Quick इतनी जल्दी क्यों है इंसा तुझे तू कुछ देर रुकता क्यों नहीं है मंजर है ये गमगीन तू इसे समझता क्यों नहीं है जिसे समझता है तू कैद वो तेरी हिफाजत के जतन है होता क्या है कैद होना अभी तू इससे वाकिफ नहीं है इतनी जल्दी क्यों है इंसा तुझे तू कुछ देर रुकता क्यों नहीं है
हमने सोचा था वो समझेंगे हमें पर वो तो हमारे साथ नासमझी कर बैठे हम #शांत थे कुछ लिहाज़ से पर वो तो हमे बेजुबां समझ बैठे 😷
- हमे पसंद है उसकी सादगी बहुत.... लेकिन जब ससुराल आए तो पूरी जेवरातों की सजावट से लबरेज़ होकर आए.... अजीब है ना, पर सच है - रितु ✍️
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