Quotes by Saurav Mishra in Bitesapp read free

Saurav Mishra

Saurav Mishra

@sauravmishra3001


पहले किनारे पर थी पर आज मझधार में खड़ी है
मेरे दिल की नैया आज भरे बाज़ार में खड़ी है
खरीदना नही चाहता इसे कोई पर मुझे बस बेच देना
है इसे ये कमबख्त मेरी होकर भी किसी गैर के इंतज़ार में खड़ी है ,मेरे दिल की नैया नफरत के बाज़ार में खड़ी है।

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