The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
49
735.7k
954.6k
hey i'm Sonali Rawat .., i hope you are like my all bites stories like horror, fairy tales, and incredible love stories and many more aur ese hi roachak khaniyon ke liye follow krte rhaiye n be active thanks for your support . insta:- @thereal_sonali
बेरंग सी जिंदगी.............🖤🥀
https://www.matrubharti.com/book/19942211/nilavanti-granth-1 hey guys 👋..... Jaldi hi mai apke liye lekr aarhi hu"Nilavanti granth" ke sabhi part. Nilavanti granth ki Puri kahani padne📚 ke liye maine inhe 1-7 part me pura btaya hai. thankyou 😊💗
हैलो दोस्तो, मैं आप सभी को ये बताना चाहती हूं कि, मैं अपनी एक बहुत ही अच्छी कहानी... आप लोगों के लिए लेकर आ रही हूं, जिसमें है, थोड़ा प्यार, बदला और साजिश l मेरी अगली कहानी जल्दी ही आप लोगो के लिए लेकर आउंगी धन्यावद l
Ye Fasle..Ye Duriyan sirf kuch hi waqt ke liye hai.. Ek din vo waqt bhi aayega jab hum aayenge apke shaher mein Hamesha ke liye..✨🥀 -Sonali Rawat
तेरे होते हुए भी ऐसे अकेलेपन महसूस हो क्या फायदा ऐसी नजदीकियों का भी🥀 ~सोनाली रावत
वो चैन से सो रहा था, मै एक कोने में बैठ कर रो रही थी. उसकी नींद ख़राब किये बिना मैं सोच रही थी, काश वो मेरे बिना बोले ही समझ जाये l कुछ देर के बाद उठ कर बोला वो, क्या हुआ... आंसू साफ कर ..मैंने कहा कुछ नहीं .. मुस्कुरा कर चल दिए हम अपने अपने घर, फिर न कभी कोई बात रही न कभी मुलाक़ात :-)
कुछ ख़्वाब लिखती हूँ, कुछ जज्बात लिखती हूँ l जो कभी कोई समझा ही नहीं, मैं अपने वह.. एहसास लिखती हूँ l 🍀✨ ~सोनाली रावत
स्त्रियां नहीं चाहती वह शुरुवाती मोहब्बत जिनमे की एक पुरुष उनके आंसू देख कर दुनियां हिलाने की बात करे...🍂 बल्कि वो चाहती है केवल सरल प्रेम जो उम्र के कई पड़ाव पार करने के बाद भी उसकी उदासी से बेचैन हो उठे...!! 🌼 ~सोनाली रावत
अभी भी कुछ ख़त संभाल कर रखें है मैंने, ...खतों की खुशबू और उनमें लिखे शब्दों का भाव ! उन अक्षरों के कागज और और भी नया बना देती है l 💌 आज भी जब वो ख़त खोल कर पढ़ती हूँ, तो जैसे मानो तुम खुद चल कर मेरे सामने आ गये हो l :-) ~ सोनाली रावत 🪶
आज उस गली से गुजर रही थी मैं जिस गली में पहले कभी मिला करती थी उसे पहले कभी हलचल रहा करती थी वहां, अब जैसे सुनसान सी रहती है,.... मानो जैसे कोई रहता ही नहीं है वहां ...!! मिलकर कुछ वक़्त बांटना चाहती थी, कुछ बातें और मीठी यादें बनना चाहती थी. उसके न मिलने पर न जाने ये कैसा शोर है. जो न ही बांटा जा सकता है और न ही साँझा किया जा सकता, बस जो दर्द बन कर बाहर आना चाहता है l🥀🪶 ~सोनाली रावत
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
Copyright © 2023, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser