Quotes by उषा जरवाल in Bitesapp read free

उषा जरवाल

उषा जरवाल Matrubharti Verified

@usha.jarwal
(12.3k)

सिंह यदि चट्टान पर भी बैठ जाता है तो वह चट्टान उसका सिंहासन कहलाती है ।
इसलिए जीवन में सिंहासन पाने का नहीं अपितु सिंह बनने का प्रयास करना चाहिए । फिर आप जहाँ बैठेंगे वह स्थान सिंहासन स्वतः ही बन जाएगा ।

उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’

Read More

जिस परिवार का मुखिया अपने परिवार के सदस्यों को निरंतर स्नेह, सही मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन से आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है और उन पर अटूट विश्वास दिखाता है, उस परिवार के सदस्य अपने पूरे सामर्थ्य के साथ अपने परिवार को सफलता के शिखर पर ले जाने के लिए अथक प्रयास में जुट जाते हैं और एक दिन उनके हौंसलों की उड़ान सफलता के नए आयाम स्थापित कर देती है ।
- उषा जरवाल

Read More

दीपावली का ये पावन त्योहार
आपके जीवन में लाए खुशियाँ अपार
गणपति से मिले बुद्धि का वरदान,
लक्ष्मी जी दें धन-संपदा का दान।
बनी रहे आपके जीवन में रिद्धि - सिद्धि
प्रकाशोत्सव लाए अपार सुख - समृद्धि ।

उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’

Read More

हमारी बराबरी ये आज की नई पीढ़ी क्या करेगी ?
हमारे तो दसवीं के परिणाम भी अख़बार में छपते थे ।
- उषा जरवाल😉😂😂😂

Read More

बचपन में साइकिल सीखने का इतना जुनून होता था कि साइकिल पर ठीक से पैर तक नहीं पहुँचते थे तो भी ‘कैंचीमार’ साइकिल चलाते हुए गाँव की गलियों में सैर करते थे । जब बचपन में कभी नहीं डरे तो भला बड़े होने पर नया काम सीखने में कैसा डर ?

उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’

Read More

हो सके तो किसी के मनोरंजन का कारण बनिए, मनोभंजन का कारण तो अपने भी बन जाते हैं ।
उषा जरवाल ‘उन्मुक्त पंछी’

Read More

स्वयं को इतना सबल बनाओ कि दूसरों के संबल की आवश्यकता ही न पड़े ।

उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’

इस दुनिया में कोई भी संतुष्ट नहीं है क्योंकि ….
गरीब को पैसे कमाने की चिंता, अमीर को पैसे सहेजने की चिंता, कुँवारों को शादी करवाने की चिंता, शादीशुदा लोगों को शादी बनाए रखने की चिंता,
संतुष्टि चाहिए तो खुद को खोजो, तुम सबसे अनूठी कृति हो । ख़ुद से तुलना करके ख़ुद को बेहतर बनाओ ।
- उषा जरवाल

Read More

अपने विरुद्ध बातें सुनकर मौन रहिए । आपका कार्य स्वयं उत्तर दे देगा ।

उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’

यदि अंग्रेज़ी भाषा में पकड़ अच्छी नहीं है तो भारतीय अंग्रेजों के बीच शर्माने की ज़रूरत नहीं है ।
आप हिंदी ऐसी बोलिए कि सामने वाला सिर खुजाने पर मजबूर हो जाए ।
हिंदी भाषा इतनी दमदार है कि अच्छे - अच्छे अंग्रेज़ों को छठी का दूध याद दिला सकती है ।

Read More