Hey, I am on Matrubharti!

मर्द लिखते हैं हमेशा औरतो को अपनी शायरीयों में खूबसूरत और हसीन...

लेकिन औरत ने जब भी लिखा मर्द को फरेबी ही लिखा...

Read More

संग बीते "लम्हे" संभाल कर रखना....

मैं ठीक हु ....तुम अपना ""ख्याल""
रखना.

?

मैने ख़्वाबों में बरसों तराशा जिसे तुम वही संग-ए-मरमर की तस्वीर हो तुम न समझो तुम्हारा मुक़द्दर हूँ मैं मैं समझता हूँ तुम मेरी तक़दीर हो तुम अगर मुझको अपना समझने लगो मैं बहारों की महफ़िल सजाता रहूँ

Read More

वो अफसाना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन.
उसे खूबसूरत मोड़ देकर.
छोड़ना अच्छा हैं......

वासना उम्र नहीं देखती,चेहरा बता देता है
प्यास कितनी है
वैसे बड़ी उम्र की स्त्रियां बहुत बहुत होती है....
उनका शरीर चंचल और कामुक होता है;
बड़ी उम्र की औरतें मर्दों को आनंद देना और लेना
दोनो जानती हैं...
भरा हुआ बदन बता देता है कि इमारत
अभी मजबूत है;
इसलिए यही होती हैं मर्दों की पहली
पसंद
अंगूर से चार गुना महंगा होता है"किशमिश"

Read More

“रौनकें हैं मगर सुकून नहीं..
दिल तवायफ के कोठे जैसा है..

मैं नहीं जानता तेरे मयकदे के उसूल साकी,
बस इतना काफी है…
मैंने पी रखी है और तू खुदा नजर आता है...

છોને પ્રયાસ કર તું એને છુપાવવાનો...

તારી કથામાં મારો ઉલ્લેખ તો થવાનો...

किताबें कलम घिसने से कोई शायर नहीं बनते,

तपिश इश्क़ की जो लगती है ...तो ग़ालिब पनपते हैं....