hindi Best Short Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • सिगरेट और फाउन्टेन पेन

    सिगरेट और फाउन्टेन पेन
    “मेरा पारकर फिफ्टी वन का क़लम कहाँ गया।”
    “जाने मेरी बला...

  • HELMET - 2

    उस बच्चे का रोना भी बडा अजीब सा था .मानो जैसे कोई बहुत ददँ में हो और रो रहा हो,इ...

  • सोच और संघर्ष

    अरे आज भी तुम ये छोटी छोटी मछलियां पकड़ लाये , कितनी बार समझाया की समुद्र में थोड़...

सिगरेट और फाउन्टेन पेन By Saadat Hasan Manto

सिगरेट और फाउन्टेन पेन
“मेरा पारकर फिफ्टी वन का क़लम कहाँ गया।”
“जाने मेरी बला ”
“मैंने सुबह देखा कि तुम उस से किसी को ख़त लिख रही थीं अब इनकार कर रही हो”
“मैंने ख़त लिखा था मगर अ...

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HELMET - 2 By Vismay

उस बच्चे का रोना भी बडा अजीब सा था .मानो जैसे कोई बहुत ददँ में हो और रो रहा हो,इस बात ने कबीर को अंदर तक हिला के रख दिया. कबीर को पता हीं नहीं चल रहा था की आवाज़ कहा से आ र...

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साहब-ए-करामात By Saadat Hasan Manto

चौधरी मौजू बूढ़े बरगद की घनी छाओं के नीचे खड़ी चारपाई पर बड़े इत्मिनान से बैठा अपना चिमोड़ा पी रहा था। धुएँ के हल्के हल्के बुक़े उस के मुँह से निकलते थे और दोपहर की ठहरी हुई हवा में ह...

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मेरी कलम से - इन्द्र सभा By Kalpana Bhatt

इंद्र सभाइंद्र सभा में आज सभी देव आमंत्रित थे| देवों के मनोरंजन के लिए अप्सराएँ नृत्य कर रही थी| सभी देवगण हर्षित थे और नृत्य और मदिरा का आनंद उठा रहे थे| ब्रह्मा ,विष्णु, महेश भी...

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सीख़..! By Dipti Methe

सीख़..!Description : स्वाभिमान की परिभाषा आखिर कैसे एक कुत्ता सिखा देता हैं | ईसपर एक लघुकथा. सरिता के गुज़र जाने के बाद मानो मैं अकेलासा पड़ गया | और ढलती उम्र का एहसा...

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साढ़े तीन आने By Saadat Hasan Manto

“मैंने क़तल क्यूँ किया। एक इंसान के ख़ून में अपने हाथ क्यूँ रंगे, ये एक लंबी दास्तान है । जब तक मैं उस के तमाम अवाक़िब ओ अवातिफ़ से आप को आगाह नहीं करूंगा, आप को कुछ पता नहीं चलेगा......

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दुनिया की सबसे बड़ी ताकत दोस्ती By Smit Makvana

भगवान श्री कृष्णा ने गीता में कहा था कि, "दोस्ती इस दुनिया सबसे बड़ी ताकतवर चीज है, जिससे सच्ची मित्रता प्राप्त हो उससे दुनिया की कोई ताकत हरा नहीं सकती!"खामोशियां छूट गयी, बेचैनिया...

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जीवनसाथी By Dr. Vandana Gupta

"सुनो! मैं तुम्हारा अपराधी हूँ। मैं जानता हूँ कि मैंने तुम्हारे साथ अन्याय किया है। जीवन के तीस बसंत तुमने मेरे इंतज़ार में गुजार दिए, उनको तो मैं नहीं लौटा सकता, किन्तु जीवन...

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यलगार By Dipti Methe

Description : हर तरफ इंग्लिश भाषा और लहेजेने कब्जा कर रखा हैं | हिंदी - मराठी स्कूल भी बंद होने की कगार पर हैं | ईसी विचार से प्रेरित एक लघुकथा | मैं अब भागते-भाग...

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गवाही By राज बोहरे

राजनारायण बोहरे की कहानी गवाही मजिस्ट्रेट साहब का रवैया देख मै हतप्रभ ह...

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तंग गलियाँ By Swati Grover

चाँदनी चौक के बल्लीमरान में क़ासिम जान गली जहाँ ग़ालिब की बची-कुची हवेली को देखने लोग दूर-दूर से आते है। वह भी रोज़ इसी ग़ालिब की गली से होकर और दो तंग गलियों...

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सोच और संघर्ष By Dr Vatsala J Pande

अरे आज भी तुम ये छोटी छोटी मछलियां पकड़ लाये , कितनी बार समझाया की समुद्र में थोड़ी दूर तक जाओ , थोड़ी बड़ी मोटी मछली लाओ ,कुछ आमदनी बढे और कुछ हमारा रहन सहन ऊंचा हो, कब तक इस झोपड़ नुम...

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धनिया By Ved Prakash Tyagi

धनिया फुट पाथ पर पडी धनिया भंयकर प्रसव पीडा से तडप रही थी, बेचारा सुखिया इस शहर मे किसी को जानता भी नही जो उसकी सहायता के लिये आता। कुछ दिन पहले ही सुखिया अपनी धर्मपत्नी धनिया...

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शान्ति By Dr Vatsala J Pande

ओफ्फो शान्ति तुम कितनी दुष्ट हो ,मैं कितने वर्षो से सिर्फ ये चाह रहा हूँ की तुम कुछ पल, दिन मेरे साथ गुजारो, पर नहीं तुम तो मुझसे कोसो दूर भागती हो जैसे मैं कोई जिन हु और तुम...

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पल जो यूँ गुज़रे - 16 By Lajpat Rai Garg

जाह्नवी के इन्टरव्यू की तिथि से चार दिन पूर्व की बात है। मुँह—अँधेरे निर्मल की नींद खुल गयी। कारण जाह्नवी को लगातार तीन—चार बहुत जोर की छींकें आर्इं। निर्मल ने गद्दे से उठते हुए बे...

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AWAGYAA By Dr Vatsala J Pande

हां कैकेयी तो तुम्हे तुम्हारे दो वचन मुझे आज पूरे करने है। बोलो प्रिय ,मांगो जो मांगना है, आज मैं राम को राजा घोषित कर बहुत ही प्रसन्न और निश्चिंत हु। मुझे ईश्वर ने इतना कुछ दिय...

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शुरू से शुरू करते हैं By Rita Gupta

शुरू से शुरू करतें हैं द्वारा रीता गुप्ता "अनु तुमने उससे बात की?"आज मम्मी ने फिर अनुश्री से पूछा। पिछले कुछ दिनों से ये नया सिलसिला शुरू हुआ था। मम्मी उसे याद दिलाती...

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शाह दूले का चूहा By Saadat Hasan Manto

सलीमा की जब शादी हुई तो वो इक्कीस बरस की थी। पाँच बरस होगए मगर उस के औलाद न हुई। उस की माँ और सास को बहुत फ़िक्र थी। माँ को ज़्यादा थी कि कहीं उस का नजीब दूसरी शादी ना करले। चुनांचे...

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तीज का सिंधारा By Saroj Prajapati

"मम्मी बुआ मुझे देख कर इतनी खुश हुई ना कि मैं आपको बता नहीं सकता। बुआ को समझ ही नहीं आ रहा था ,मुझे क्या खिलाए ,कहां बिठाए । उन्होंने मेरे खाने पीने के लिए इतनी चीजें बना दी कि मैं...

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दो कॉलगर्ल की कहानी By Ranjeev Kumar Jha

---------------------------------- शहर की दो टॉप - क्लास कॉलगर्ल में , टॉप - क्लास की दोस्ती थी । एक दिन जब दोनो साथ बैठकर पी रही थी और उनपर सुरूर छाने लगा था । तब एक ने जाम तैयार...

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बेटी बेटा By Dr Vatsala J Pande

अमेरिका के फ्लोरिडा में पढ़ रही आठ साल की फ्लोरेंस को अपने कक्षा में सब से अच्छी गरिमा लगती है। रोज़ दो चोटी कर के आती है तो फ्लोरिडा को अपने कटे बालो पर गुस्सा आता , हाउ डू यू टे...

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वेडिंग कार्ड By Swati Grover

नैना को किसी ने मार दिया था। उसकी खून से लथपथ लाश लोगों को कहने पर मजबूर कर रही थी कि 'क्या अन्याय है! दस दिन बाद इसकी शादी थी और यह कुदरत का कहर। आखिर नैना को मार...

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अपना अंश By Amita Joshi

"छाया,तुम्हारा पेट कुछ भारी भारी सा लग रहा है,कहीं कोई गुड़ न्यूज़ तो नहीं सुनाने वाली हो"।"अरे,ऐसा कुछ नहीं है दीदी ,बस पिछले दिनों घूमने नही गए तो वजन बढ़ गया ", छाया ने...

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बारीश By Raje.

अभी 5:45 शाम के बज रहे थे।मैने नाश्ता खतम किया। और पुछा कितने रुपे हुए। वह कुछ दैर गीन कर बोला। शाब, 20 रुपे।
मैने जट से पोकेट नीकाला और 50 रुपेकी नोट नीकाली। मैने जैसे ही असकी और...

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मेरी किस्मत By Rahul Sagar Advocate

मेरा नाम राहुल सागर है और मैं मेरठ का रहने वाला हूं मेरी उम्र करीब 21 वर्ष होगी जब मेरी मुलाकात निधि यादव से हुई मैंने एमकॉम कंप्लीट किया था , और लॉ में एडमिशन लिया था और उसने 12th...

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छल By Ajay Amitabh Suman

सुबह का वक्त था। राजा महेंद्र सिंह राठौड़ अपने रथ में बैठकर रानी अरुणिमा सिंह के साथ नौका विहार हेतु अपने महल से बाहर जा रहे थे। अपनी रानी के साथ वो अकेले समय व्यतीत करना चाह रहे...

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बंद गले का ब्लाउज By Dipak Raval

‘बंद गले का ब्लाउज’ -दीपक रावल (मूल गुजराती से अनुवाद – मदनमोहन शर्मा) बालूभाई कब से बेचैन थे. आज लीला ने क्यों देरी की होगी ?रोजाना तो समय से आ जाती है. शंका – कुशंकावश बेचैनी बढ़...

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पूत कपूत तो ? By Shobha Sharma

"ऐ बाई ! कहां का टिकिट काटें ? " -बस कंडक्टर चौथी बार चिल्लाया तो पीछे की सीट पर बैठा मैं अपनी जगह पर खड़ा हो गया ....

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रिटायरमेंट By Tara Gupta

रिटायरमेंट के बाद से सतीश घर पर ही ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत कर रहे थे। खाना,सोना, पेपर पढ़ना ,टीवी देखना और बिस्तर पर पड़े रहना यही उनकी दिनचर्या हो गई थी। सना उनकी इस दिनचर्या...

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कंधा By Amita Joshi

"कितनी डरपोक हो तुम ,तुम्हें छोड़ कर मैं कहीं नहीं जा सकता ।अच्छे भले बन्द घर में भी डर लगता है तुम्हे ,ऐसा कब तक चलेगा ",सोमेश की आवाज़ में एक खीज थी ।"क्या करूं ये मेेेरा ख...

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सिगरेट और फाउन्टेन पेन By Saadat Hasan Manto

सिगरेट और फाउन्टेन पेन
“मेरा पारकर फिफ्टी वन का क़लम कहाँ गया।”
“जाने मेरी बला ”
“मैंने सुबह देखा कि तुम उस से किसी को ख़त लिख रही थीं अब इनकार कर रही हो”
“मैंने ख़त लिखा था मगर अ...

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HELMET - 2 By Vismay

उस बच्चे का रोना भी बडा अजीब सा था .मानो जैसे कोई बहुत ददँ में हो और रो रहा हो,इस बात ने कबीर को अंदर तक हिला के रख दिया. कबीर को पता हीं नहीं चल रहा था की आवाज़ कहा से आ र...

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साहब-ए-करामात By Saadat Hasan Manto

चौधरी मौजू बूढ़े बरगद की घनी छाओं के नीचे खड़ी चारपाई पर बड़े इत्मिनान से बैठा अपना चिमोड़ा पी रहा था। धुएँ के हल्के हल्के बुक़े उस के मुँह से निकलते थे और दोपहर की ठहरी हुई हवा में ह...

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मेरी कलम से - इन्द्र सभा By Kalpana Bhatt

इंद्र सभाइंद्र सभा में आज सभी देव आमंत्रित थे| देवों के मनोरंजन के लिए अप्सराएँ नृत्य कर रही थी| सभी देवगण हर्षित थे और नृत्य और मदिरा का आनंद उठा रहे थे| ब्रह्मा ,विष्णु, महेश भी...

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सीख़..! By Dipti Methe

सीख़..!Description : स्वाभिमान की परिभाषा आखिर कैसे एक कुत्ता सिखा देता हैं | ईसपर एक लघुकथा. सरिता के गुज़र जाने के बाद मानो मैं अकेलासा पड़ गया | और ढलती उम्र का एहसा...

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साढ़े तीन आने By Saadat Hasan Manto

“मैंने क़तल क्यूँ किया। एक इंसान के ख़ून में अपने हाथ क्यूँ रंगे, ये एक लंबी दास्तान है । जब तक मैं उस के तमाम अवाक़िब ओ अवातिफ़ से आप को आगाह नहीं करूंगा, आप को कुछ पता नहीं चलेगा......

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दुनिया की सबसे बड़ी ताकत दोस्ती By Smit Makvana

भगवान श्री कृष्णा ने गीता में कहा था कि, "दोस्ती इस दुनिया सबसे बड़ी ताकतवर चीज है, जिससे सच्ची मित्रता प्राप्त हो उससे दुनिया की कोई ताकत हरा नहीं सकती!"खामोशियां छूट गयी, बेचैनिया...

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जीवनसाथी By Dr. Vandana Gupta

"सुनो! मैं तुम्हारा अपराधी हूँ। मैं जानता हूँ कि मैंने तुम्हारे साथ अन्याय किया है। जीवन के तीस बसंत तुमने मेरे इंतज़ार में गुजार दिए, उनको तो मैं नहीं लौटा सकता, किन्तु जीवन...

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यलगार By Dipti Methe

Description : हर तरफ इंग्लिश भाषा और लहेजेने कब्जा कर रखा हैं | हिंदी - मराठी स्कूल भी बंद होने की कगार पर हैं | ईसी विचार से प्रेरित एक लघुकथा | मैं अब भागते-भाग...

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गवाही By राज बोहरे

राजनारायण बोहरे की कहानी गवाही मजिस्ट्रेट साहब का रवैया देख मै हतप्रभ ह...

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तंग गलियाँ By Swati Grover

चाँदनी चौक के बल्लीमरान में क़ासिम जान गली जहाँ ग़ालिब की बची-कुची हवेली को देखने लोग दूर-दूर से आते है। वह भी रोज़ इसी ग़ालिब की गली से होकर और दो तंग गलियों...

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सोच और संघर्ष By Dr Vatsala J Pande

अरे आज भी तुम ये छोटी छोटी मछलियां पकड़ लाये , कितनी बार समझाया की समुद्र में थोड़ी दूर तक जाओ , थोड़ी बड़ी मोटी मछली लाओ ,कुछ आमदनी बढे और कुछ हमारा रहन सहन ऊंचा हो, कब तक इस झोपड़ नुम...

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धनिया By Ved Prakash Tyagi

धनिया फुट पाथ पर पडी धनिया भंयकर प्रसव पीडा से तडप रही थी, बेचारा सुखिया इस शहर मे किसी को जानता भी नही जो उसकी सहायता के लिये आता। कुछ दिन पहले ही सुखिया अपनी धर्मपत्नी धनिया...

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शान्ति By Dr Vatsala J Pande

ओफ्फो शान्ति तुम कितनी दुष्ट हो ,मैं कितने वर्षो से सिर्फ ये चाह रहा हूँ की तुम कुछ पल, दिन मेरे साथ गुजारो, पर नहीं तुम तो मुझसे कोसो दूर भागती हो जैसे मैं कोई जिन हु और तुम...

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पल जो यूँ गुज़रे - 16 By Lajpat Rai Garg

जाह्नवी के इन्टरव्यू की तिथि से चार दिन पूर्व की बात है। मुँह—अँधेरे निर्मल की नींद खुल गयी। कारण जाह्नवी को लगातार तीन—चार बहुत जोर की छींकें आर्इं। निर्मल ने गद्दे से उठते हुए बे...

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AWAGYAA By Dr Vatsala J Pande

हां कैकेयी तो तुम्हे तुम्हारे दो वचन मुझे आज पूरे करने है। बोलो प्रिय ,मांगो जो मांगना है, आज मैं राम को राजा घोषित कर बहुत ही प्रसन्न और निश्चिंत हु। मुझे ईश्वर ने इतना कुछ दिय...

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शुरू से शुरू करते हैं By Rita Gupta

शुरू से शुरू करतें हैं द्वारा रीता गुप्ता "अनु तुमने उससे बात की?"आज मम्मी ने फिर अनुश्री से पूछा। पिछले कुछ दिनों से ये नया सिलसिला शुरू हुआ था। मम्मी उसे याद दिलाती...

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शाह दूले का चूहा By Saadat Hasan Manto

सलीमा की जब शादी हुई तो वो इक्कीस बरस की थी। पाँच बरस होगए मगर उस के औलाद न हुई। उस की माँ और सास को बहुत फ़िक्र थी। माँ को ज़्यादा थी कि कहीं उस का नजीब दूसरी शादी ना करले। चुनांचे...

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तीज का सिंधारा By Saroj Prajapati

"मम्मी बुआ मुझे देख कर इतनी खुश हुई ना कि मैं आपको बता नहीं सकता। बुआ को समझ ही नहीं आ रहा था ,मुझे क्या खिलाए ,कहां बिठाए । उन्होंने मेरे खाने पीने के लिए इतनी चीजें बना दी कि मैं...

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दो कॉलगर्ल की कहानी By Ranjeev Kumar Jha

---------------------------------- शहर की दो टॉप - क्लास कॉलगर्ल में , टॉप - क्लास की दोस्ती थी । एक दिन जब दोनो साथ बैठकर पी रही थी और उनपर सुरूर छाने लगा था । तब एक ने जाम तैयार...

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बेटी बेटा By Dr Vatsala J Pande

अमेरिका के फ्लोरिडा में पढ़ रही आठ साल की फ्लोरेंस को अपने कक्षा में सब से अच्छी गरिमा लगती है। रोज़ दो चोटी कर के आती है तो फ्लोरिडा को अपने कटे बालो पर गुस्सा आता , हाउ डू यू टे...

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वेडिंग कार्ड By Swati Grover

नैना को किसी ने मार दिया था। उसकी खून से लथपथ लाश लोगों को कहने पर मजबूर कर रही थी कि 'क्या अन्याय है! दस दिन बाद इसकी शादी थी और यह कुदरत का कहर। आखिर नैना को मार...

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अपना अंश By Amita Joshi

"छाया,तुम्हारा पेट कुछ भारी भारी सा लग रहा है,कहीं कोई गुड़ न्यूज़ तो नहीं सुनाने वाली हो"।"अरे,ऐसा कुछ नहीं है दीदी ,बस पिछले दिनों घूमने नही गए तो वजन बढ़ गया ", छाया ने...

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बारीश By Raje.

अभी 5:45 शाम के बज रहे थे।मैने नाश्ता खतम किया। और पुछा कितने रुपे हुए। वह कुछ दैर गीन कर बोला। शाब, 20 रुपे।
मैने जट से पोकेट नीकाला और 50 रुपेकी नोट नीकाली। मैने जैसे ही असकी और...

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मेरी किस्मत By Rahul Sagar Advocate

मेरा नाम राहुल सागर है और मैं मेरठ का रहने वाला हूं मेरी उम्र करीब 21 वर्ष होगी जब मेरी मुलाकात निधि यादव से हुई मैंने एमकॉम कंप्लीट किया था , और लॉ में एडमिशन लिया था और उसने 12th...

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छल By Ajay Amitabh Suman

सुबह का वक्त था। राजा महेंद्र सिंह राठौड़ अपने रथ में बैठकर रानी अरुणिमा सिंह के साथ नौका विहार हेतु अपने महल से बाहर जा रहे थे। अपनी रानी के साथ वो अकेले समय व्यतीत करना चाह रहे...

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बंद गले का ब्लाउज By Dipak Raval

‘बंद गले का ब्लाउज’ -दीपक रावल (मूल गुजराती से अनुवाद – मदनमोहन शर्मा) बालूभाई कब से बेचैन थे. आज लीला ने क्यों देरी की होगी ?रोजाना तो समय से आ जाती है. शंका – कुशंकावश बेचैनी बढ़...

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पूत कपूत तो ? By Shobha Sharma

"ऐ बाई ! कहां का टिकिट काटें ? " -बस कंडक्टर चौथी बार चिल्लाया तो पीछे की सीट पर बैठा मैं अपनी जगह पर खड़ा हो गया ....

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रिटायरमेंट By Tara Gupta

रिटायरमेंट के बाद से सतीश घर पर ही ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत कर रहे थे। खाना,सोना, पेपर पढ़ना ,टीवी देखना और बिस्तर पर पड़े रहना यही उनकी दिनचर्या हो गई थी। सना उनकी इस दिनचर्या...

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कंधा By Amita Joshi

"कितनी डरपोक हो तुम ,तुम्हें छोड़ कर मैं कहीं नहीं जा सकता ।अच्छे भले बन्द घर में भी डर लगता है तुम्हे ,ऐसा कब तक चलेगा ",सोमेश की आवाज़ में एक खीज थी ।"क्या करूं ये मेेेरा ख...

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