जितनी चीज़ें *श्रीकृष्ण* से छूटीं उतनी तो किसी से नहीं छूटीं। *श्रीकृष्ण* से उनकी माँ छूटी, पिता छूटे, फिर जो नंद-यशोदा मिले वे भी छूटे। संगी-साथी छूटे। राधा छूटीं। गोकुल छूटा, फिर मथुरा छूटी। *श्रीकृष्ण* से जीवन भर कुछ न कुछ छूटता ही रहा। *श्रीकृष्ण* जीवन भर त्याग करते रहे।
*जय श्री कृष्ण.....??