क्या मूल्य था हमारा उनकी जिंदगी में आज ये सवाल खुद से करते है।।
बहक से गये थे उनकी बातों में ये सोच कर हर पल मरते है।।
न कीमत हुई महोब्बत की,न कदर मिली वफ़ा की।।
कभी सुना था जो महोब्बत के बदले मिलती है महोब्बत आज उन बातों से नफरत करते है।।

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Hindi Shayri by Tasleem Shal : 111396385

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